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Power Minister Shri R K Singh launches GRAM UJALA in Bihar | ग्राम उजाला कार्यक्रम की शुरुआत

विद्युत मंत्री ने की ग्राम उजाला कार्यक्रम की शुरुआत -   कार्यशील पुराने तापदीप्त बल्बों के बदले प्रत्येक ग्रामीण परिवार को 10 रुपये में मिलेंगे एलईडी बल्ब  केंद्रीय विद्युत मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री आर के सिंह ने आज 19 मार्च को बिहार के आरा में आयोजित एक वर्चुअल समारोह में ग्राम उजाला कार्यक्रम की शुरुआत की। अभी भी हमारी ग्रामीण आबादी छूट वाली सस्ती एलईडी का खर्च उठाने में असमर्थ है। इसके चलते ही भारत सरकार ने अब ग्राम उजाला- ग्रामीण भारत के लिए अनुकूल कार्यक्रम बनाया है, जो विशिष्ट और अभिनव रूप से कार्बन वित्त पर आधारित है। इस कार्यक्रम में कार्यशील पुराने तापदीप्त बल्बों के बदले प्रत्येक ग्रामीण परिवार के लिए केवल 10 रुपये में एलईडी उपलब्ध होंगे। प्रत्येक परिवार को अधिकतम पांच एलईडी बल्ब मिलेंगें। ग्राम उजाला कार्यक्रम का भारत की जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम की कार्रवाई पर एक महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। अगर भारत में सभी 30 करोड़ बल्बों को बदल दिया जाए तो प्रत्येक साल 40,743 मिलियन किलोवाट ऊर्जा की बचत होगी। वहीं 22,743 मेगावाट/वर्ष की चरम मांग से बचा जा सकेगा और प्रति वर्ष 370 लाख टन

What is Energy Swaraj Yatra क्या है ऊर्जा स्वराज यात्रा

What is Energy Swaraj Yatra क्या है ऊर्जा स्वराज यात्रा यह यात्रा सौर ऊर्जा अपनाने को जन आंदोलन बनाने के मिशन के लिए प्रतिबद्ध आईआईटी बॉम्बे के प्रोफेसर डॉ. चेतन सिंह सोलंकी ने प्रारंभ की है । यह यात्रा एक ऐसी बस में की जा रही है जिसके भीतर सौर ऊर्जा से हर कार्य किया जाता है और इसमें दफ्तर तथा घर की हर सुविधा दी गई है। बस में सोने, काम करने, खाना पकाने, नहाने, बैठक और प्रशिक्षण सहित सभी दैनिक गतिविधियां करने की सुविधा है।  बस में 3.2 किलोवाट का सौर पैनल और 6 किलोवाट की बैटरी स्टोरेज स्थापित किया गया है। ऊर्जा स्वराज यात्रा वर्ष 2020 में 26 नवंबर को शुरू हुई थी और 2030 तक जारी रहेगी अर्थात यह यात्रा लगभग 11 साल चलेगी। इस यात्रा पर सौर गांधी के नाम से मशहूर प्रोफेसर चेतन सोलंकी रवाना हुए थे, जो देशभर में सौर ऊर्जा के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं। गौरतलब है कि सोलंकी को मध्यप्रदेश सरकार द्वारा सौर ऊर्जा के लिए प्रदेश के सौर ऊर्जा के ब्रांड एम्बेसडर से सम्मानित किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने दिनांक 19 MARCH अपने निवास से अपने कार्यालय तक ऊर्ज

Some Important Facts About Earthquaks-

भूकंप से संबंधित मुख्य तथ्य- • भूकम्प पृथ्वी के आन्तरिक भागों में विवर्तनिक घटनाओं एवं तापीय दशाओं में परिवर्तन से उत्पन्न होते हैं । • प्रतिवर्ष पृथ्वी पर लगभग 80 हज़ार भूकम्प आते हैं। • प्लेट विवर्तन सिद्धांत के माध्यम से भूकम्पों के उत्पन्न होने की सम्पूर्ण प्रक्रिया की भली-भांति व्याख्या संभव हो सकी है। • धरातलीय सतह के जिस भाग पर सबसे पहले भूकम्पीय तरंगों को अंकित किया जाता है , उसे इपीसेन्टर कहते हैं। • भूकम्प का अभिलेखन सीस्मोग्राफ द्वारा करते हैं। • भूकम्प की तीव्रता एवं परिमाण का मापन रिक्टर स्केल द्वारा करते हैं। • रिक्टर स्केल की रचना चार्ल्स एफ . रिक्टर ने की थी। • रिक्टर स्केल पर अंकित अंक 0 से 9 के बीच होते हैं। • रिक्टर स्केल का मापक लघुगणकीय ( लोग्रिथिमिक ) होता है। • रिक्टर स्केल की रचना सन् 1935 में हुई थी। • रिक्टर स्केल पर 8 या