Skip to main content

Posts

Showing posts with the label इतिहास

प्रश्नोत्तरी- इतिहास जानने के प्रमाणिक स्रोत

1. इतिहास जानने के सबसे प्रमाणिक स्रोत होते हैं- (अ) यशोगाथा (ब) स्मारक (स) पुरातात्विक स्रोत (द) साहित्य उत्तर- (स) 2. राजस्थान का गजेटियर कहा जाता है- (अ) पद्मावत (ब) मारवाड़ रा परगना री विगत (स) पद्मावत (द) पृथ्वीराज रासौ उत्तर - (ब) 3. ‘अचलदास खींची री वचनिका’ के लेखक थे- (अ) चारण वीरभान (ब) चारण शिवदास (स) खिड़िया जग्गा (द) मुण्होत नैणसी उत्तर -(ब) 4. जिन शिलालेखों में शासकों की यशोगाथा होती हैं, उसे कहते हैं- (अ) ताम्रपत्र (ब) स्मारक (स) प्रशंसा (द) प्रशस्ति उत्तर -(द) 5. ‘मारवाड़ रा परगना री विगत’ के लेखक हैं- (अ) दयालदास (ब) बांकीदास (स) मुण्होत नैणसी (द) मुकुन्ददास उत्तर - (स) 6. मुण्डीयार री ख्यात का विषय हैं- (अ) मारवाड़ के राठौड़ (ब) कोटा के हाड़ा (स) सिसोदिया (द) कछवाहा उत्तर -(अ) 7. राज प्रशस्ति के लेखक कौन था ? (अ) बांकीदास (ब) विद्याधर (स) मण्डन (द) रणछोड़ भट्ट उत्तर -(द) 8. अशोक

केन्द्रीय संस्कृति मंत्री ने देश के वरिष्ठ पुरातत्वविदों प्रो. बी .बी. लाल एवं डॉ. आर.एस. बिष्ट के साथ की भेंट

केन्द्रीय संस्कृति मंत्री ने देश के वरिष्ठ पुरातत्वविदों प्रो. बी .बी. लाल एवं डॉ. आर.एस. बिष्ट के साथ की भेंट केन्द्रीय संस्कृति मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने आज देश के दो वरिष्ठ पुरातत्वविदों प्रो. बी .बी.लाल एवं डॉ. आर.एस. बिष्ट के साथ उनकेघर जाकर भेंट की और दोनों वरिष्ठ पुरातत्वविदों को पुरातत्व के क्षेत्र में दिए गए उनके योगदान के लिए सराहा।  प्रो. बी बी लाल, पूर्व महानिदेशक (1968-1972) भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और पद्म भूषण अवार्ड से सम्मानित (2000) हैं और डॉ. आर.एस. बिष्ट, पूर्व संयुक्त महानिदेशक, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और पद्म श्री अवार्डी (2013) हैं । प्रो. लाल वर्तमान में 99 वर्ष के हैं और एएसआई के सबसे वरिष्ठ पुरातत्वविद् हैं। उन्होंने भारत सरकार, भारतीय उन्नत अध्ययन संस्थान, शिमला में विभिन्न वरिष्ठ क्षमताओं में सेवा की है; साथ ही ग्वालियर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के सदस्य भी रहे हैं।    केन्द्रीय मंत्री ने प्रो. बी बी लाल के साथ कालीबंगन में उनके ऊपर उपयुक्त रूप से डिजाइन किए गए कैनोपी के रूप में खुदाई किए गए अवशेषों के संरक्

Important Rajasthan GK - राजस्थान में लोकसभा प्रथम चुनाव

राजस्थान में लोकसभा प्रथम चुनाव- लोकसभा के प्रथम चुनाव झलकियां - भारत में पहली बार 25 अक्‍तूबर 1951 से 21 फरवरी 1952 तक पहले आम चुनावों के पश्‍चात 17 अप्रैल 1952 को सर्वप्रथम लोक सभा का गठन हुआ था। लोकसभा का प्रथम सत्र 13 मई 1952 को आरंभ हुआ। पहले लोकसभा चुनावों के बाद 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस' 364 सीटों के साथ सत्ता में आई।  इस चुनाव में कुल पड़े वोटों का 45 प्रतिशत कांग्रेस ने प्राप्त किया था।  पंडित जवाहरलाल नेहरू देश के प्रथम प्रधानमंत्री निर्वाचित हुए। उनकी पार्टी ने कुल 75.99% मत प्राप्त किए थे। पहले आम चुनाव कुल 489 निर्वाचन क्षेत्रों में आयोजित किए गए।  इन आम चुनावों में 26 भारतीय राज्यों का प्रतिनिधित्व किया गया। श्री जी. वी. मावलंकर (श्री गणेश वासुदेव मावलंकर) लोकसभा के प्रथम अध्‍यक्ष (15 मई 1952 – 27 फरवरी 1956) थे।  श्री एम अनंतशयनम अय्यंगर लोकसभा के प्रथम उपाध्‍यक्ष थे (30 मई 1952 – 7 मार्च 1956) इस लोकसभा में 677 बैठकें हुईं, जो अब तक हुई बैठकों की उच्चतम संख्या है। भारत की प्रथम लोकसभा ने 17 अप्रैल, 1952 से 4 अप्रैल, 1957 तक अपना कार्यकाल प