The PHOOL-DOL Dance of Rajsamand- राजस्थान के एक बहुत शानदार नृत्य शैली , राजसमंद जिले के हल्दी घाटी के निकट खमनोर ब्लॉक के ग्राम बड़ा भा...

राजस्थान की कला, संस्कृति, इतिहास, भूगोल व समसामयिक तथ्यों के विविध रंगों से युक्त प्रामाणिक एवं मूलभूत जानकारियों की एकमात्र वेब पत्रिका "The only web magazine of various colours of authentic and basic information of Rajasthan's Art, Culture, History, Geography and Current affairs
The PHOOL-DOL Dance of Rajsamand- राजस्थान के एक बहुत शानदार नृत्य शैली , राजसमंद जिले के हल्दी घाटी के निकट खमनोर ब्लॉक के ग्राम बड़ा भा...
मोरचंग वादन यहाँ सुने......
घन वाद्य वे वाद्य हैं लकड़ी या धातु के परस्पर आघात करके या ठोंक कर बजाए जाते हैं। खडताल- इस घन वाद्य 'खड़ताल' में लकड़...
अवनद्ध वाद्य वे होते हैं जिनके मुँह पर चमड़ा या खाल मढ़ी होती है। इन्हें हाथ या डंडों से बजाया जाता है। 1. मांदल- मिट्टी से बना यह...
सुषिर वाद्य वे होते हैं जिन्हें फूँक या वायु द्वारा बजाया जाता है। 1. अलगोजा- यह प्रसिद्ध फूँक वाद्य बाँसुरी की तरह का होता है। व...
तार वाद्य (तत् या वितत् वाद्य) :- भपंग, सारंगी, तंदूरा (चौतारा) , इकतारा, जंतर, चिकारा, रावण हत्था, कमायचा, सुरिन्दा। फूँ...
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