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Showing posts from September, 2019

Mahatma Gandhi's Rajasthan Visits

गाँधी जी की राजस्थान यात्राओं के किस्से - देश के स्वाधीनता आंदोलन को जन आंदोलन बनाने वाले महात्मा गांधी का यह वर्ष 150वां जयंती वर्ष है। आने वाले 2 अक्टूबर को देश और विश्व गांधीजी की 150वीं जयंती मनाएगा। गांधीजी के विचारों के कारण ही आज राजस्थान ही नहीं वरन समूचा विश्व उन्हें याद कर रहा हैं। गांधी स्वयं ‘वन मैन आर्मी' थे। उन्होंने अपने जीवन दर्शन से लाखों लोगों को अपने साथ जोड़ कर सम्पूर्ण भारत में एक बड़ा आन्दोलन तैयार किया। गांधीजी ने स्वाधीनता आंदोलन के दौरान भारत भ्रमण किया। राजस्थान से उनका खासा लगाव था। लेकिन वे अपने जीवन काल में केवल तीन बार ही राजस्थान आए एवं स्वाधीनता आंदोलन से जुड़े गांधीवादियों को मार्गदर्शन दिया। वे तीन बार 1921, 1922 और 1934 में राजस्थान आए। तीनों ही बार वे अजमेर ही आए। गांधीजी का मानना था कि देशी राजा अंग्रेजी हुकूमत के सहारे ही टिके हैं, और अजमेर-मेरवाड़ा सीधे अंग्रेजी शासन के अधीन था। अत: उन्होंने अजमेर आकर अंग्रेजों से सीधे लड़ाई को चुना। तुम घोषणा कर दो कि गांधी बिना शास्त्रार्थ के ही हार गया- गांधीजी की इन तीन अजमेर यात्राओं में सबसे महत

कस्‍तूरबा गांधी बालिका विद्यालय [केजीबीवी बालिका छात्रावास योजना]

कस्‍तूरबा गांधी बालिका विद्यालय [केजीबीवी बालिका छात्रावास योजना] निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार का अधिनियम 2009 और इस अधिनियम के अन्तर्गत बनाए गए निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार नियम-2011 के तहत्‌ राज्य सरकार एवं स्थानीय निकायों का यह संवैधानिक दायित्व है कि 6-14 वर्ष के सभी बच्चे अनिवार्य रूप से शाला में दर्ज हों, शाला में नियमित उपस्थिति रहे तथा सभी बच्चे न्यूनतम 8 वीं स्तर की गुणवत्तायुक्त शिक्षा अवश्य पूर्ण करें। इस कानून को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने के लिए यह आवश्यक है कि लक्षित आयु वर्ग समूह के सभी बच्चों को चिह्नित किया जाए तथा सभी बच्चों के संबंध में उपरोक्तानुसार उपलब्धि सुनिश्चित की जाए।  कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (KGBV) योजना भारत सरकार द्वारा अगस्त, 2004 में उच्च प्राथमिक स्तर पर आवासीय विद्यालयों की स्थापना के लिए शुरू की गई थी, जो मुख्य रूप से दुर्गम क्षेत्रों में वंचित तबकों की लड़कियों विशेषकर SC, ST, OBC और अल्‍पसंख्‍यक समुदाय की  लड़कियों के लिए के लिए आरंभ की गई । यह योजना देश के शैक्षणिक रूप से पिछड़े ब्लॉक्स (EBB) में लागू

मुख्यमंत्री सर्वजन उच्च शिक्षा छात्रवृति योजना

मुख्यमंत्री सर्वजन उच्च शिक्षा छात्रवृति योजना योजना की पात्रता- 1.    छात्र-छात्रा के माता-पिता/सरंक्षक की वार्षिक आय 5.00 लाख रूपये के कम हो। 2.    छात्र-छात्रा विभाग द्वारा सूचीबद्ध राष्ट्रीय स्तर की शिक्षण संस्थाओं में संचालित पाठ्यक्रम अन्तर्गत नियमित अध्ययनरत हो  3.    छात्र-छात्रा किसी भी वर्ग/जाति से हो। 4.    छात्र-छात्रा राजस्थान का मूल निवासी हों।     उक्त योजना में शिक्षण संस्थानों द्वारा विद्यार्थियों से ली गई नोन रिफन्डेबल फीस का 50 प्रतिशत राशि का पुनर्भरण/भुगतान नियमानुसार देय है। आवश्यक दस्तावेज- 1. भामाशाह आई.डी.  2. आधार कार्ड 3. मूल निवास प्रमाण पत्र  4. आय घोषणा पत्र 5. फीस की रसीद 6. अन्तिम उत्तीर्ण परीक्षा की अंक तालिका देय लाभ- विद्यार्थियों को शिक्षण संस्था द्वारा ली जाने वाली अनिवार्य अप्रतिदेय शुल्क/फीस राशि की आधी अर्थात 50 प्रतिशत फीस राशि का ही पुनर्भरण किया जाता है। अनुरक्षण भत्ता एवं प्रतिदेय शुल्क/ फीस राशि का पुनर्भरण नहीं किया जावेगा। ग्रुप कोर्स (यह कोर्स केवल उदारणार्थ है, विस्तृत कोर्स नियमावली में उपलब्ध ह

Shantiswaroop Bhatnagar Awards 2019 are announced शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार 2019 की घोषणा

आज अपने स्थापना दिवस के अवसर पर वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने वर्ष 2019 के लिए भारत के सर्वोच्च बहुविषयक विज्ञान पुरस्कार , प्रतिष्ठित ''शांतिस्वरूप भटनागर पुरस्कार 2019'' के विजेताओं के नामों की घोषणा कर दी गई है। शांति स्वरूप भटनागर अवॉर्ड फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलॉजी, गणित, चिकित्सा विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसी 7 अलग-अलग कैटगरी में सीएसआईआर द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किए जाते हैं। विभिन्न श्रेणियों के विजेताओं के नाम इस प्रकार हैं :- 1. जीव विज्ञान - डॉ. कायरात साई कृष्णन (भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान , पुणे) - डॉ. सौमेन बसक (राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान , नई दिल्ली) 2. रासायनिक विज्ञान - डॉ. राघवन बी सुनोज (आईआईटी , बॉम्बे) - डॉ. तापस कुमार माजी (जवाहरलाल नेहरू उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र , बेंगलुरु) 3. पृथ्वी , वायुमंडल , महासागर और ग्रह विज्ञान - डॉ. सुबिमल घोष (आईआईटी , बॉम्बे) 4. इंजीनियरिंग विज्ञान - डॉ. माणिक वर्मा (माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च इंडिया , बेंगलुरु)

Sherub Arora of Sri Ganganagar won Third Prize in CSIR Innovation Award for School Children-2019

स्कूली बच्चों के लिए सीएसआईआर इनोवेशन अवार्ड-2019 में श्री गंगानगर के शेरूब अरोड़ा ने जीता तृतीय पुरस्कार - Sherub Arora of Sri Ganganagar won Third Prize in CSIR Innovation Award for School Children-2019 स्कूली बच्चों के लिए सीएसआईआर इनोवेशन अवार्ड-2019 में राजस्थान के श्री गंगानगर के नोजगाय पब्लिक स्कूल के नौवीं कक्षा के छात्र शेरूब अरोड़ा ने तृतीय पुरस्कार जीता है। इसके अंतर्गत उन्हें 30000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। शेरूब अरोरा को उनके नवाचार युक्त प्रोजेक्ट ' GREEN DESERT' के निर्माण के लिए दिया गया है। 'GREEN DESERT' एक ऐसा उपकरण है, जो रेगिस्तान एवं कम पानी वाले क्षेत्रों में होने वाली न्यून वर्षा के जल को एकत्रित करके पौधों को बहुत कम पानी में पोषण देने के लिए किया जा सकता है। शेरूब ने बारिश के पानी का बेहतर दोहन करने के लिए एक बहुत ही सरल और बहुत उपयोगी "जल-बैटरी" ( water battery) बनाई है। यह जल-बैटरी वर्षा जल का संग्रह करती है जिसका उपयोग पौधों को सींचने में किया जाता है। उ नके द्वारा निर्मित प्रत्येक जल-बैटरी में 17 लीटर की जल

Rajasthan's Payal Recieved Global Change Maker Award

राजस्थान की पायल को मिला ग्लोबल चेंज मेकर पुरस्कार बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा अमेरिका में राजस्थान के अलवर जिले के हिंसला गांव की रहने वाली पायल जांगिड़ को मंगलवार को चेंज मेकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्‍मान उन्‍हें न्यूयॉर्क में 'गोलकीपर्स ग्लोबल गोल्स अवार्ड्स 2019' समारोह में दिया गया। इसी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ग्लोबल गोलकीपर पुरस्कार दिया गया।  राजस्थान में बाल विवाह और बाल श्रम जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाद बुलंद करने के लिए पायल को यह सम्मान दिया गया। पायल की उम्र महज 17 साल है। पायल के माता-पिता बचपन में ही उसकी शादी करना चाहते थे, लेकिन पायल ने शादी करने से साफ मना कर दिया था। किसान पिता पप्पू जांगिड़ और गृहणी मां की पुत्री पायल ने न सिर्फ खुद के बाल विवाह से इनकार नहीं किया, बल्कि उन्होंने बाल विवाह के खिलाफ प्रदेश में एक आंदोलन भी छेड़ दिया।  प्रारम्भ में पायल ने अपने गांव में ही नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के 'बचपन बचाओ आंदोलन' के 'बाल मित्र ग्राम (बीएमजी) कार्यक्रम' में

आत्महत्या एवं मानसिक बीमारी से संबंधित समाचारों की रिपोर्टिंग संवेदनशीलता और जिम्मेदारीपूर्वक हो

आत्महत्या एवं मानसिक बीमारी से संबंधित समाचारों की रिपोर्टिंग संवेदनशीलता और जिम्मेदारीपूर्वक हो                                                               -भारतीय प्रेस परिषद जयपुर 26 सितम्बर। भारतीय प्रेस परिषद् ने मीडिया द्वारा आत्महत्या की संवेदनशीलता और जिम्मेदारीपूर्वक रिपोर्टिंग और कवरेज एवं मानसिक बीमारी से संबंधित समाचारों के प्रकाशन एवं रिपोर्टिंग के लिए  स्पष्ट मानदंड निर्धारित किये है। भारतीय प्रेस परिषद् ने आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसरण में दिशा निर्देशों को अपनाया है जिसके अनुसार-   मीडिया पेशेवरों, समाचार पत्र और समाचार ऎजेंसियों को आत्महत्या के मामलों की रिपोर्टिंग करते समय आत्महत्या के बारे में कहानियों को प्रमुखता से न रखें और ऎसी कहानियों को बार-बार न दोहराएं। मीडिया द्वारा आत्महत्या की संवेदनशील रिर्पोटिंग करते समय ऎसी भाषा का उपयोग न करें जो आत्महत्या को सनसनीखेज या सामान्य बनाता है, या इसे समस्याओं के रचनात्मक विलय के रूप में प्रस्तुत करता है। इसके अतिरिक्त किसी व्यक्ति द्व

Ayushman Bharat Yojna Rajasthan आयुष्मान भारत-महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना

आयुष्मान भारत-महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना Aayushman Bharat Yojna Rajasthan  राजस्थान में 1 सितम्बर से लागू आयुष्मान भारत योजना - राजस्थान में आयुष्मान भारत योजना 1 सितम्बर, 2019 से लागू हो गयी है। इस योजना का प्रदेश की भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के साथ एकीकरण के बाद अब योजना का नाम ‘आयुष्मान भारत-महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना‘ रखा गया है । मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में अगस्त में हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया था। मुख्यमंत्री के अनुसार इस योजना के लागू होने से प्रदेश में स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थियों की संख्या बढ़ जाएगी,  साथ ही उन्हें और अधिक बीमारियों के इलाज की सुविधा मिल सकेगी। प्रदेश सरकार आमजन को ‘स्वास्थ्य का अधिकार‘ देने के लिए कृतसंकल्प है और आयुष्मान भारत के साथ राज्य की स्वास्थ्य बीमा योजना का एकीकरण इसी दिशा में लिया जा रहा एक कदम है। नई योजना के बाद प्रदेश में लाभार्थी परिवारों की संख्या वर्तमान में संचालित भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के लगभग 1 करोड़ परिवारों से बढ़कर 1 करोड़ 1

सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार

देश की एकता और अखंडता में योगदान के लिए दिया जायेगा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार "सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार" भारत सरकार ने सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर भारत की एकता और अखंडता के क्षेत्र में योगदान के लिए सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार शुरू किया है। गृह मंत्रालय द्वारा सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार शुरू करने की एक अधिसूचना दिनांक  20  सितंबर , 2019  को जारी की गई थी। इस पुरस्कार का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बढ़ावा देने और एक मजबूत और अखण्ड भारत के मूल्य को सुदृढ़ करने में उल्लेखनीय और प्रेरक योगदान के लिए सम्मानित करना है। इस पुरस्कार की घोषणा राष्ट्रीय एकता दिवस ,  अर्थात 31  अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर की जाएगी। यह पुरस्कार राष्ट्रपति के द्वारा उनके हस्ताक्षर और मुहर के तहत एक  सनद   के  तौर पर प्रदान किया जाएगा और राष्ट्रपति भवन में आयोजित पद्म पुरस्कार समारोह के साथ एक पुरस्कार समारोह में उनके द्वारा दिया जाएगा। प्रधानमंत्री द्वारा एक पुरस्कार समिति का गठन किया जाएगा ,  जिसमें सदस्य के रूप में केंद्रीय मंत्रिमंडल सचिव ,  प

जल संरक्षण के लिए राजस्थान को मिले दो राष्ट्रीय पुरस्कार

जल संरक्षण के लिए राजस्थान को मिले दो राष्ट्रीय पुरस्कार - राजस्थान के जल संरक्षण, सिंचाई जल के दक्षतापूर्ण उपयोग के प्रयास भारत सरकार के राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार से सम्मानित हुए हैं। राजस्थान की नर्मदा नहर परियोजना को जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसके अतिरिक्त इन्दिरा गांधी नहर परियोजना द्वितीय चरण के अन्तर्गत तेजपुर नहर प्रणाली को भी सूक्ष्म सिंचाई पद्धति अपनाकर जल के दक्षतापूर्ण उपयोग पर द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह दोनों पुरस्कार नई दिल्ली में दिनांक 24 सितंबर से 28 सितंबर तक आयोजित छठे इंडिया वाटर वीक 2019 में प्रदान किए गए। केंद्रीय मंत्री, जल शक्ति श्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा बुधवार को यह पुरस्कार प्रदान किए गए। राज्य सरकार की ओर से शासन सचिव, जल संसाधन विभाग श्री नवीन महाजन ने दोनों पुरस्कार प्राप्त किए। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के राष्ट्रीय जल मिशन द्वारा जल संरक्षण व कुशलतम जल उपयोगों को प्रोत्साहित करने के लिए इस क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्र स्तर