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INDO-UZBEKISTAN FIELD TRAINING EXERCISE 'DUSTLIK' CULMINATES IN RANIKHET(UTTARAKHAND) | भारत-उज्बेकिस्तान प्रशिक्षण युद्धाभ्यास 'डस्टलिक' का समापन

रानीखेत (उत्तराखंड) में भारत-उज्बेकिस्तान प्रशिक्षण युद्धाभ्यास 'डस्टलिक' का समापन INDO-UZBEKISTAN FIELD TRAINING EXERCISE 'DUSTLIK' CULMINATES IN RANIKHET(UTTARAKHAND) 1. परस्पर 10 दिन चले आपसी अभ्यास के बाद भारत-उज्बेकिस्तान संयुक्त क्षेत्र प्रशिक्षण युद्धाभ्यास डस्टलिक के दूसरे संस्करण का शुक्रवार, 19 मार्च 2021 को समापन हुआ । 2. 10 मार्च, 2021 को शुरू हुए संयुक्त अभ्यास में ज़ोर शहरी परिदृश्य में उग्रवाद/आतंकवाद विरोधी अभियानों पर होने के साथ-साथ हथियारों के कौशल पर विशेषज्ञता साझा करने पर केंद्रित था। इस अभ्यास ने दोनों सेनाओं के सैनिकों को स्थायी पेशेवर और सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देने का अवसर भी प्रदान किया । 3. गहन सैन्य प्रशिक्षण के बाद दोनों सेनाओं के संयुक्त अभ्यास का समापन हुआ, दोनों देशों की सेना इस अभ्यास के दौरान आतंकवादी समूहों पर अपनी युद्ध शक्ति और प्रभुत्व क

Defence Laboratory, Jodhpur (DLJ) - रक्षा प्रयोगशाला जोधपुर (डीएलजे)

डीआरडीओ की जोधपुर स्थित रक्षा प्रयोगशाला- मरुस्थल में पर्यावरणीय स्थिति से संबंधित समस्याओं और रेगिस्तानी युद्धों पर उनके प्रभाव से संबंधित समस्याओं से निपटने के लिए रक्षा प्रयोगशाला जोधपुर (डीएलजे) को मई 1959 में स्थापित किया गया था। यह प्रयोगशाला भारत के रक्षा मंत्रालय के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ( Defence Research & Development Organisation- DRDO) की 50 प्रयोगशालाओं में से एक है।  इस प्रयोगशाला के लिए आवंटित प्रारंभिक चार्टर  निम्न क्षेत्र में लागू अनुसार बुनियादी अनुसंधान। भौतिकी अध्ययन। रेडियो तरंग प्रसार अध्ययन। सौर ऊर्जा अनुसंधान। इसके अलावा उन हथियारों और उपकरणों पर क्षेत्र परीक्षण करना जो नए डिजाइन के हों या देश में विकसित किए गए हों या आयातित जानकारी के साथ स्वदेश में उत्पादित किए जा रहे हों। बाद में, प्रयोगशाला के विस्तार के साथ, कर्तव्यों के चार्टर में निम्नलिखित अन्य गतिविधियों को जोड़ कर इसे समृद्ध किया गया- परिचालनात्मक अनुसंधान मरुस्थल में छलावरण मरुस्थल में इलेक्ट्रानिक्स और संचार मरुस्थल में पानी की समस्या मरुस्थल में प