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जल जीवन मिशन : स्‍कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्‍द्रों में पीने के लिए पाइपयुक्‍त जल आपूर्ति उपलब्‍ध कराने की विशेष मुहिम को 31 मार्च, 2021 तक बढ़ाया गया

जल जीवन मिशन : स्‍कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्‍द्रों में पीने के लिए पाइपयुक्‍त जल आपूर्ति उपलब्‍ध कराने की विशेष मुहिम को 31 मार्च, 2021 तक बढ़ाया गया जल जीवन मिशन के तहत विद्यालयों , आंगनबाड़ी केन्‍द्रों (एडब्‍ल्‍यूसी) तथा आश्रमशालाओं में नल जल कनेक्‍शन उपलब्‍ध कराने के लिए जल शक्ति मंत्रालय के 100 दिवसीय विशेष अभियान को राज्‍यों तथा केन्‍द्र शासित प्रदेशों से बहुत अच्‍छी प्रतिक्रिया प्राप्‍त हुई है , जिसमें से कई राज्‍यों ने सभी विद्यालय तथा एडब्‍ल्‍यूसी में 100 प्रतिशत परिपूर्णता दर्ज कराई है। कुछ राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों ने संकेत दिया है कि उन्‍हें इस कार्य को पूरा करने तथा इस नेक प्रयोजन के लिए आरंभ किए जा रहे प्रयासों को बनाए रखने के लिए कुछ और अधिक समय की आवश्‍यकता है। अच्‍छी प्रतिक्रिया तथा प्रयासों को बनाए रखने की आवश्‍यकता पर विचार करते हुए जल शक्ति मंत्रालय ने अभियान को 31 मार्च , 2021 तक बढ़ा दिया है। 100 दिनों की अवधि के अभियान के तहत आंगनबाड़ी केन्‍द्रों (एडब्‍ल्‍यूसी) , स्‍कूलों तथा आश्रमशालाओं को पीने के पाइपयुक्‍त जल की आपूर्ति का प्रावधान करने के

आईआईटी जोधपुर की युवा वैज्ञानिक डॉ. रितु गुप्ता को विज्ञान में महिला उत्कृष्टता पुरस्कार 2021

महिलाओं और लड़कियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर विज्ञान में महिला उत्कृष्टता पुरस्कार 2021 की घोषणा की राष्ट्रीय विज्ञान अकादमियों की चार युवा महिलाओं को महिलाओं और लड़कियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस-2021 ( International Day of Women and Girls in Science) पर विज्ञान और अभियांत्रिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए SERB Women Excellence Award in Science 2021 से सम्मानित किया गया है। ये युवा महिला वैज्ञानिक निम्न हैं-   डॉ. रितु गुप्ता- डॉ. रितु गुप्ता भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, आईआईटी जोधपुर, राजस्थान में रसायन विज्ञान में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं और वे इन मैटिरियल्स साइंस, नैनोडेविसेस एंड सेंसर्स, हेल्थ एंड एनर्जी में विशेषज्ञता के साथ काम कर रही हैं। डॉ गुप्ता ने ऊर्जा, पानी, पर्यावरण और स्वास्थ्य से संबंधित क्षेत्र में डिवाइस विकसित करने की दिशा में कई अनुसंधान किए हैं। उन्होंने नैनो मेटे

Kya Hota Hai Sivay Chak bhumi सिवायचक भूमि पर बसे गाँवों को भूमि रूपान्तरण के बाद पट्टे जारी होंगे- नगरीय विकास मंत्री

सिवायचक भूमि पर बसे गाँवों को भूमि रूपान्तरण के बाद पट्टे जारी होंगे - नगरीय विकास मंत्री नगरीय विकास मंत्री श्री शांति धारीवाल ने शुक्रवार को विधानसभा में राजस्व मंत्री की ओर से बताया कि सिवायचक भूमि shivay chak bhumi पर बसे गाँवों में भूमि रूपान्तरण के बाद ही ग्राम पंचायतों द्वारा आबादी पट्टे जारी किये जा सकते हैं। श्री धारीवाल ने प्रश्नकाल में विधायकों की ओर से इस सम्बन्ध में पूछे गये पूरक प्रश्नों के जवाब में बताया कि सिवाय चक जमीन पर बसे गावों को आबादी क्षेत्र में भूमि रूपान्तरण के लिए पहले ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्ताव जिला कलक्टर को भेजे जाते हैं। उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर द्वारा भूमि रूपान्तरण आबादी क्षेत्र में करने के बाद ही ग्राम पंचायत ऎसी भूमि पर बसे गांवाें व लोगों को पट्टे जारी कर सकती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गावों में ऎसी भूमि जिस पर वर्षों से लोग बसे हुए हैं और वह पहले से ही आबादी क्षेत्र घोषित है ऎसे क्षेत्रों में बसे लोगाें को स्थानीय ग्राम पंचायत पट्टे जारी कर सकती है। इससे पहले विधायक श्रीमती शकुन्तला रावत के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में श्र

Joint Dakshana Selection Test -JDST will be held on 18th April | संयुक्त दक्षणा सलेक्शन परीक्षा 18 अप्रेल को आयोजित होगी

संयुक्त दक्षणा सलेक्शन परीक्षा 18 अप्रेल को आयोजित होगी केद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा दक्षणा संस्था की सहभागिता से एकलव्य मॉडल रेजीडेन्शियल स्कूल के विद्यार्थियों के लिए दक्षणा एकवर्षीय छात्रवृति योजना चलायी जा रही है, जिसके तहत् जरूरतमंद व योग्य विद्यार्थियो कों जेईई एवं एनईईटी की निःशुल्क कोचिंग दी जायेगी। संयुक्त दक्षणा सलेक्शन टेस्ट (JDST-Joint Dakshana Selection Test) की परीक्षा 18 अप्रेल, 2021 को आयोजित की जाएगी, जिसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। क्या है दक्षणा और इसकी छात्रवृत्ति योजना - टीएडी आयुक्त जितेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि दक्षणा स्वयंसेवी संस्था है, गत 12 वर्षो से विद्यार्थियों को निःशुल्क छात्रवृति प्रदान कर रही है। इसके द्वारा प्रत्येक वर्ष न्यूनतम 600 छात्रवृतियाँ प्रदान की जाती है, उसमें से 70 प्रतिशत विद्यार्थियों का चयन आईआईटी, एनआईटी व एआईआईएमएस और तथा देश के अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेजो में होता है। श्री उपाध्याय ने बताया कि पिछले कुछ वर्षो में दक्षणा के 6200 से अधिक विद्यार्थियों में से 2400 से अधिक का आईआईटी, 1400 से अधिक का एनआईटी और 600

'The India Toy Fair' will be organized virtually from February 27, 2021 to March 2, 2021

‘भारत खिलौना मेला’ का आयोजन वर्चुअल माध्यम से 27 फरवरी 2021 से दो मार्च 2021 तक  'The India Toy Fair' will be organized virtually from February 27, 2021 to March 2, 2021 भारत सरकार वर्चुअल माध्यम से 27 फरवरी , 2021 से 2 मार्च , 2021 तक भारत खिलौना मेला , 2021 ( द इंडिया टॉय फेयर, 2021 The India Toy Fair ) का आयोजन कर रही है। यह पहल भारत को खिलौना उद्योग के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने को लेकर प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप है। इस मेले का उद्देश्य स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए “ आत्मनिर्भर भारत ” और “ वोकल फॉर लोकल ” अभियानों के बुनियादी विषयों को एक प्रोत्साहन प्रदान करना है। इसके अलावा इसका उद्देश्य शिक्षा में सभी उम्र के लोगों की सीखने की प्रक्रिया को आनंदपूर्ण बनाने में खिलौने की क्षमता का लाभ भी उठाना है। भारत खिलौना मेला 2021 का उद्देश्य- नीति निर्माताओं , खिलौना निर्माताओं एवं वितरकों , निवेशकों , उद्योग विशेषज्ञों , सूक्ष्म , लघु एवं मध्यम उद्यमों ( एम

Rajasthan Current Affairs 5-11 February 2021

  जनजातीय विद्यार्थियों के कौशल प्रशिक्षण हेतु टीएडी एवं सीपेट में करार सीपेट 90 जनजातीय विद्यार्थियों को 3 माह का निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण देगा जनजातीय युवाओं को नवीनतम तकनीकी से जोड़ने एवं उनके कौशल संवर्धन हेतु जनजाति क्षेत्रीय विकास ( टीएडी) विभाग एवं भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय का जयपुर स्थित सीपेट संस्थान जनजातीय विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण देने हेतु सहमत हो गये हैं ।  संयुक्त शासन सचिव, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग ( टीएडी) , श्रीमती नेहा गिरी ने बताया कि जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग एवं सीपेट के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत जयपुर स्थित सीपेट 90 जनजातीय विद्यार्थियों को प्लास्टिक प्रोसेसिंग और सीएनसी लेथ मशीन के तीन विभिन्न कार्यों के लिये 3 महीने का निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण देगा। समझौता पत्र पर टीएडी की ओर से आयुक्त श्री जितेन्द्र कुमार उपाध्याय एवं सीपेट संस्था के निदेशक डॉ. सैय्यद अमानुल्ला ने हस्ताक्षर किये ।  प्लास्टिक प्रोसेसिंग प्रशिक्षण के लिये जनजातीय समुदाय का राजस्थान का मूल निवासी होना, 8 वीं कक्षा उत्तीर्ण व आयु 18 से 35 वर्

90 जनजातीय विद्यार्थियों के कौशल प्रशिक्षण हेतु टीएडी एवं सीपेट में करार | Agreement on TAD and CIPET for skill training of 90 tribal students

जनजातीय विद्यार्थियों के कौशल प्रशिक्षण हेतु टीएडी एवं सीपेट में करार सीपेट 90 जनजातीय विद्यार्थियों को 3 माह का निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण देगा जनजातीय युवाओं को नवीनतम तकनीकी से जोड़ने एवं उनके कौशल संवर्धन हेतु जनजाति क्षेत्रीय विकास ( टीएडी) विभाग एवं भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय का जयपुर स्थित सीपेट संस्थान जनजातीय विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण देने हेतु सहमत हो गये हैं ।  संयुक्त शासन सचिव, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग ( टीएडी) , श्रीमती नेहा गिरी ने बताया कि जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग एवं सीपेट के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत जयपुर स्थित सीपेट 90 जनजातीय विद्यार्थियों को प्लास्टिक प्रोसेसिंग और सीएनसी लेथ मशीन के तीन विभिन्न कार्यों के लिये 3 महीने का निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण देगा। समझौता पत्र पर टीएडी की ओर से आयुक्त श्री जितेन्द्र कुमार उपाध्याय एवं सीपेट संस्था के निदेशक डॉ. सैय्यद अमानुल्ला ने हस्ताक्षर किये ।  प्लास्टिक प्रोसेसिंग प्रशिक्षण के लिये जनजातीय समुदाय का राजस्थान का मूल निवासी होना, 8 वीं कक्षा उत्तीर्ण व आयु 18 से 35 वर्ष

राज्यपाल श्री कलराज मिश्र द्वारा विधान सभा में दिए अभिभाषण का मूल पाठ | Governor Shri Kalraj Mishra's Abhibhashan in Vidhansabha's 15th session

राज्यपाल श्री कलराज मिश्र द्वारा पन्द्रहवीं राजस्थान विधान सभा के छठे सत्र में दिए अभिभाषण का मूल पाठ माननीय अध्यक्ष महोदय एवं माननीय सदस्यगण, पन्द्रहवीं विधान सभा के षष्ठम् सत्र के शुभारम्भ के अवसर पर मैं माननीय सदस्यों का अभिवादन करता हूँ और राज्य सरकार को प्रदेश के निरन्तर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने के लिये बधाई देता हूँ। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण वर्ष 2020 में अनेक कटु अनुभवों का एहसास करना पड़ा। मुझे विश्वास है कि नववर्ष 2021 हम सबके लिये निरोगी, सुखद, वैभवशाली एवं मंगलमय होगा। 2. मेरी यह अपेक्षा है कि माननीय सदस्यगण इस सत्र में गहन चिन्तन और विचार-विमर्श कर प्रदेश की प्रगति, समृद्धि और चहुंमुखी विकास के लिये अपने ठोस सुझावों से सरकार को आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे। 3. मुझे यह बताते हुये हर्ष है कि राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे विभिन्न नवाचारों से प्रदेश को नई पहचान मिली है। महात्मा गांधी के ट्रस्टीशिप के सिद्धांतों पर चल रही प्रदेश सरकार ने समृद्ध एवं विकसित राजस्थान के नवनिर्माण की परिकल्पना को नई दिशा देने के लिये हर सम्भव प्रयास किये हैं। 4. वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान