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उद्योग विभाग के अंतर्गत राजस्थान में स्थित लवण क्षेत्रों की सूची | List of salt Fields Located in Rajasthan under the Department of Industries

उद्योग विभाग के अंतर्गत लवण क्षेत्रों की सूची List of salt fields under Department of Industries राजस्थान में स्थित लवण क्षेत्रों की सूची List of salt fields located in Rajasthan राजस्थान में जिले व तहसीलवार स्थित लवण क्षेत्रों की सूची निम्नानुसार हैः- क्र.सं. जिला तहसील लवण क्षेत्र का नाम 1 बाड़मेर सेडवा नवापुरा   दासोरिया   बाबरवाला   चांदासनी   2 चुरू सुजानगढ़ तालछापर   3 जैसलमेर पोकरण गुडी रिण   पोकरण रिण   4 जोधपुर फलोदी मलार रिण   बाप बाप रिण   5 नागौर नावा जाबदीनगर   उल्हाणा   खारडिया   कुचामनसिटी सरगोठ   कुचामन लेक   6 जयपुर सांभर लालपुर   7 जयपुर/नागौर सांभर/नावा सांभर साल्ट लिमिटेड़ केन्द्र सरकार का उपक्रम   8 बाड़मेर बालोतरा पंचपदरा राजकीय उपक्रम विभाग (राजस्थान सरकार) के अधीन है।   9 नागौर डीडवाना डीडवाना   नोट- सांभर साल्ट लिमिटेड, जिला-नागौर/जयपुर केन्द्र सरकार का उपक्रम है तथा पचपदरा जिला बाड़मेर एवं डीडवाना जिला नागौर राजकीय उपक्रम विभाग (

Rajasthan Current Affairs 1 - 4 February 2021

 Rajasthan Current Affairs 1 - 4 February 2021 राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान स्काउट गाइड ने जीता प्रथम स्थान कोरोना महामारी के दौरान की गई सेवाओं में राज्य अव्वल राजस्थान के लिए गर्व की बात है कि राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड ने कोरोना महामारी के दौरान प्रदान की गई उल्लेखनीय सेवाओं और समाज को प्रेरित करने में देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। भारत स्काउट व गाइड के राष्ट्रीय मुख्यालय, नई दिल्ली द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान सभी राज्यों द्वारा किये गये कार्यों व सेवाओं की समीक्षा करते हुए राष्ट्र स्तरीय पुरस्कारों की घोषणा की गई। राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड को प्रदेश के स्काउट गाइड रोवर रेंजर द्वारा इस दौरान किये गये उल्लेखनीय कार्यों, सेवाओं और जन-जागृति के परिणामस्वरूप प्रथम पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। पुरस्कार स्वरूप 50,000 रूपये. नकद राशि दी जायेगी। इस अवसर पर स्टेट चीफ कमिश्नर श्री जे.सी. महान्ति ने बताया कि गत मार्च माह से प्रदेश के 20 हजार से अधिक स्काउट्स गाइड्स ने स्व प्रेरित भाव से कोरोना योद्धा के रूप में अनेक कार्य किये। 7 लाख से अधिक मास्क ए

क्या होता है मोनपा या मोन शुगु | What is Monpa or Mon Shugu

मन की बात में प्रधानमंत्री द्वारा उल्लेख किया था तवांग के मोनपा हस्तनिर्मित कागज का - प्रधानमंत्री द्वारा अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में विशेष रूप से मोनपा हस्तनिर्मित कागज या “मोन शुगु” का उल्लेख किया था। इसके बाद 1000 वर्ष पुरानी धरोहर मोनपा हस्तनिर्मित कागज या “मोन शुगु” की बिक्री गति पकड़ रही है। 25 दिसंबर 2020 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में इस प्राचीन कला को पुनर्जीवित करने वाले खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने मोनपा हस्तनिर्मित कागज को रविवार (31 जनवरी) को ऑनलाइन बिक्री के लिए ई-पोर्टल www.khadiindia.gov.in पर उपलब्ध करवाया था । अपने लॉन्च के पहले दिन मोनपा हस्तनिर्मित कागज की 100 से अधिक शीट बिक्री हैं।   क्या होता है मोनपा या मोन शुगु - विशेषतः मोनपा हस्तनिर्मित कागज अरुणाचल प्रदेश के तवांग में स्थानीय रूप से उगाए जाने वाले पेड़ शुगु शेंग की छाल से बनाया जाता है। इस कारण मोनपा को स्थानीय भाषा में 'मोन शुगु' भी कहा जाता है।  यह विशिष्ट पारभासी रेशेदार बनावट से पहचाना जाता है।  यह कागज भारहीन होता है लेकिन इसके प्राकृतिक रेशे इसमें लचीली मजबूती लाते हैं

क्या है केन्द्रीय विस्टा एवेन्यू | What is Central Vista Avenue

केंद्रीय विस्टा एवेन्यू का भूमि पूजन समारोह सम्पन्न केन्द्रीय विस्टा एवेन्यू का भूमि पूजन समारोह आवास और शहरी कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप सिंह पुरी द्वारा आज 04 FEB 2021 किया गया। आज इस समारोह के साथ, सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के विकास / पुनर्विकास के लिए काम शुरू हो गया है। क्या है केन्द्रीय विस्टा एवेन्यू- सेंट्रल विस्टा एवेन्यू उत्तर और दक्षिण ब्लॉक से इंडिया गेट तक शुरू होता है, जिसमें राजपथ, इसके आसपास के लॉन और नालियां (केनाल), पेड़ की कतारें, विजय चौक और इंडिया गेट प्लाजा सहित एक 3 किलोमीटर लंबा खंड है।  यह मूल रूप से ब्रिटिश राज के दौरान वायसराय हाउस के लिए एक भव्य जुलूस मार्ग के रूप में बनाया गया था। यह भारत की स्वतंत्रता पर भारत के लोगों और सरकार द्वारा विनियोजित किया गया था।   स्वतंत्रता के बाद सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में कुछ संशोधन कर इस जगह का परिदृश्य बदल दिया गया था।  पेड़ों की नई पंक्तियों को 1980 में जोड़ा गया था, उत्तर-दक्षिण सम्पर्क में सुधार के लिए एक नई सड़क रफी अहमद किदवई मार्ग का निर्माण किया गया था।  प्रतिवर्ष इस एवे

राजस्थान में कौशल प्रशिक्षण की तीन योजनाओं 'राजक्विक’, 'सक्षम’ एवं 'समर्थ’ योजनाओं का शुभारम्भ

राजस्थान में कौशल प्रशिक्षण की तीन योजनाओं 'राजक्विक’, 'सक्षम’ एवं 'समर्थ’ योजनाओं का शुभारम्भ- Three Schemes of Skill Development 'RajQuick, Saksham and Samarth' are started in Rajasthan राजस्थान के युवाओं के साथ सभी वर्गों को कौशल विकास से जोड़ने के लिए राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (RSLDC) की तीन योजनाओं का शुभारंभ बुधवार 3 फरवरी को कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता राज्य मंत्री श्री अशोक चांदना ने किया। RSLDC में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री श्री अशोक चांदना ने कहा कि तीनों ही योजनाओं में प्रतिवर्ष 1 लाख से अधिक सभी वर्गों को रोजगार और स्वरोजगार देने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा अन्य योजनाओं के जरिए 65 हजार से अधिक को युवाओं को प्रशिक्षित कर स्वरोजगार से जोड़ेंगे। हम निगम को अगले दो-तीन साल में ऑल टाइम टॉप पर पहुंचा देंगे।  इस मौके पर आरएसएलडीसी के अध्यक्ष डॉ. नीरज के. पवन, प्रबंध निदेशक श्री प्रदीप के गावंडे, महाप्रबंधक प्रथम श्री करतार सिंह, महाप्रबंधक द्वितीय डॉ. सतीश महला आदि  उपस्थित रहे।    ये है योजनाएं 1- समर्थ योजना - (समर्थ कौशल से आत्मन

राजस्थान जन आधार योजना - 2019 | Rajasthan Jan Aadhar Yojna -2019 in Hindi

राजस्थान जन-आधार योजना 2019 Rajasthan Jan Aadhar Yojna 2019   1. प्रस्तावना मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने 2019-20 में निम्नानुसार बजट घोषणा की थी- ‘‘विभिन्न योजनाओं के लाभ सरलता, सुगमता एवं पारदर्शी रूप से आमजन तक पहुँचाने के उद्देश्य से ''एक नम्बर, एक कार्ड, एक पहचान'' की विचारधारा के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मैं ‘राजस्थान जन-आधार योजना’ लाये जाने की घोषणा करता हूँ। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए एक स्वतंत्र प्राधिकरण का गठन किया जायेगा। ई-मित्र परियोजना को भी इस प्राधिकरण के अधीन लाया जायेगा।’’ मुख्यमंत्री द्वारा परिवर्तित बजट 2019-20 में की गई बजट घोषणा (अनुच्छेद संख्या-141) की अनुपालना में लोक कल्याणकारी योजनाओं के लाभ आमजन को सरलता, सुगमता एवं पारदर्शी रूप से पहुँचाने के दृष्टिगत ‘‘राजस्थान जन-आधार योजना- 2019’’ का क्रियान्वयन किया जाना है, जिसके तहत सभी विभागों की योजनाओं के लाभ एवं सेवाओं की प्रदायगी सुनिश्चित की जाएगी। राजस्थान जन आधार कार्ड लांच करने की घोषणा सरकार द्वारा 18 दिसंबर 2019 को की गई थी। 2. उद्देश्य राज्य के निवासी परिवारों की जन-सांख्यिकीय ए

सरस दूध एवं दुग्ध पदार्थों की खुदरा विक्रेताओं के लिये नीति | Policy for retailers of Saras milk and milk products

राजस्थान को-ऑॅपरेटिव डेयरी फैडरेशन से सम्बद्ध दुग्ध संघों के सरस दूध एवं दुग्ध पदार्थों की खुदरा विक्रेताओं के लिये नीति SARAS Dairy Policy for retailers of SARAS milk and milk products of milk unions affiliated to Rajasthan Co-operative Dairy Federation 1. प्रारम्भिक 1. संक्षिप्त नाम, प्रारम्भ और प्रसार   I. इस नीति का नाम राजस्थान को-ऑॅपरेटिव डेयरी फैडरेशन एवं इससे सम्बद्ध दुग्ध एवं दुग्ध पदार्थो की खुदरा विक्रेताओं की नीति वर्ष 2017 हैं।   II. यह नीति राजस्थान के समस्त जिला दुग्ध संघों में लागू होगी। 2. उद्देश्य:- इस नीति का उद्देश्य सहकारिता मूवमेन्ट के अन्तर्गत राजस्थान में उच्च गुणवत्तायुक्त दूध एवं दुग्ध पदार्थ उचित मूल्य से उपभोक्ताओं को समय पर उपलब्ध करवाना हैं। 3. परिभाषा:- जब तक सन्दर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, इस नीति में:-   i. ‘‘आर.सी.डी.एफ.‘‘ से अभिप्राय ऐसी शीर्ष सोसायटी जो राज्य मे समस्त जिला दुग्ध संघों पर एक परिसंघीय निकाय है ओर सहकारी क्षेत्र मे सम्बद्ध दुग्ध संघो के दुग्ध संकलन, प्रसंस्करण एवं विपणन के कार्य क्षेत्रों मे दुग्ध संघो को मार्गदर्शन, सहायता एवं प्रोत्स