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पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर-
West Zone Cultural Centre (WZCC) Udaipur


भारत सरकार द्वारा एक योजना कें अंतर्गत 1985-86 में निम्नांकित सात क्षेत्रीय सांस्‍कृतिक केंद्र स्‍थापित किए गए थे- 1. उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, पटियाला 2. पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर 3. दक्षिण क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, तंजावुर 4. दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, नागपुर 5. पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, कोलकाता 6. उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, इलाहाबाद 7. उत्तर पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, दिमापुर इन क्षेत्रीय सांस्‍कृतिक केंद्रों की स्‍थापना के प्रमुख उद्देश्य निम्नांकित है- > प्रादेशिक और क्षेत्रीय सीमाओं के परे सांस्‍कृतिक भ्रातृत्व की भावना विकसित करना। > स्‍थानीय संस्‍कृतियों के प्रति गहन जागरूकता पैदा करना और यह दिखाना कि ये संस्‍कृतियां किस प्रकार क्षेत्रीय पहचान से घुलमिल जाती हैं तथा अंतत: भारत की समृद्ध विविधतापूर्ण संस्‍कृति में समाहित हो जाती हैं। इन्हीं उद्देश्यों के दृष्टिगत राजस्थान के उदयपुर शहर में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की स्थापना की गई। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर भा

समसामयिक घटनाचक्र- कैबिनेट की बैठक के महत्वपूर्ण फैसले

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में 11 मई को मंत्रिमण्डल की बैठक आयोजित की गई। जिसमें निम्न निर्णय किए गए। सभी अधिकारियों को करना होगा अचल सम्पत्ति को सार्वजनिक- बैठक में सभी अधिकारियों द्वारा अचल सम्पत्ति का विवरण सार्वजनिक करने को सुनिश्चित करने के लिए यह निर्णय लिया गया कि ऐसे अधिकारी जिनकी कोई पदोन्नति शेष नहीं है, सेवाकाल बाकी है तथा अचल सम्पत्ति का विवरण प्रस्तुत नहीं करते तो उन्हें वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ देय नहीं होगा। अचल सम्पत्ति के वर्तमान मूल्य का आधार होगा डी. एल. सी. दर- बैठक में अधिकारियों की अचल सम्पत्ति के वर्तमान मूल्य का आधार डी. एल. सी. दर को रखे जाने के प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया। चिकित्सा शिक्षकों को दी बेहतर सुविधाएं- > राज्य के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षक चिकित्सकों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री द्वारा मंत्रिमण्डलीय स्तरीय उप समिति गठित की गई थी। कैबिनेट बैठक में इस समिति द्वारा दी गई सिफारिशों पर विचार विमर्श किया गया तथा इस संबंध में हुए समझौते के निर्णयों की क्रियान्विति हेतु उप समिति द्वारा प्रस्तुत प्रस्त

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज-
17.5.2011


1. मुहम्मद गोरी व पृथ्वीराज चौहान के मध्य तराइन का प्रथम युद्ध कब लड़ा गया, जिसमें मुहम्मद गोरी की पराजय हुई? उत्तर- 1191 ईस्वी 2. सन् 1192 में मुहम्मद गोरी व पृथ्वीराज चौहान के मध्य हुए तराइन के द्वितीय युद्ध में किसकी पराजय हुई? उत्तर- पृथ्वीराज की 3. सन् 1532 में किसने अपने पिता राव गंगा की हत्या कर मारवाड़ की सत्ता पर कब्जा किया था? उत्तर- मालदेव ने 4. बूँदी राज्य की स्थापना किसके द्वारा की गई? उत्तर- हाड़ा राजा देशराज द्वारा 5. देश का पहला निर्यात संवर्द्धन पार्क कहाँ बनाया गया? उत्तर- सीतापुरा (जयपुर) मेँ 6. रम्मत लोक नाट्य के लिए कौनसा शहर प्रसिद्ध है? उत्तर- बीकानेर 7. लोक नाट्य गवरी के नायक को क्या कहते हैं? उत्तर- राई बूढ़िया 8. राजस्थान के कौनसा जिला संगमरमर के सर्वाधिक उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है? उत्तर- राजसमंद 9. सिख समाज का श्रावण अमावस्या को लगने वाला बूढ़ा जोहड़ का मेला किस जिले से संबंधित है? उत्तर- श्रीगंगानगर 10. ब्यावर के किस उद्योगपति ने स्वाधीनता सेनानियों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराई थी? उत्तर- दामोदर दास राठी ने

समसामयिक घटनाचक्र-
भारतीय सेना का रेगिस्तान में वार गेम ' ऑपरेशन विजयी भव '

राज्य के श्रीगंगानगर जिले में सूरतगढ़ में पाकिस्तान से सटी सीमा के नजदीक 45 डिग्री से ऊपर तपते थार रेगिस्तान में भारतीय थल सेना व वायुसेना द्वारा दिनांक 9 से 15 मई तक सात दिनों तक संयुक्त वारगेम ‘ऑपरेशन विजयी-भव’ का अभ्यास किया गया। वार गेम की विशेषताएँ > श्रीगंगानगर जिले के 45 डिग्री सेल्सियस तापमान में थलसेना व वायुसेना ने किया अभ्यास। > 50 हजार से अधिक सैनिकों व अधिकारियों ने भाग लिया। > वायुसेना के लड़ाकू विमान सुखोई, मिराज, जगुआर और मिग श्रृंखला के विमानों के अलावा लड़ाकू हेलिकॉप्टर चेतक, चीता व ध्रुव भी शामिल हुए। > काल्पनिक जंग में सेना की स्ट्राइक कोर ने भी अपनी ताकत व दक्षता दिखाई। > इस अभ्यास से सेना में शामिल किए गए नए युद्ध टैंकों, आधुनिक हथियारों व उपकरणों का ट्रायल करने के साथ ही परमाणु, जैविक व रासायनिक युद्ध से निपटने का अभ्यास किया गया। > वायुसेना द्वारा लड़ाकू विमानों से बमबारी करने और मिसाइलों की मारक क्षमता का आकलन किया गया।

RAJASTHAN STATE COMMISSION FOR WOMEN - राजस्थान राज्य महिला आयोग

राजस्थान में राज्य महिला आयोग की स्थापना के लिए राज्य सरकार द्वारा 23 अप्रैल, 1999 को एक विधेयक राज्य विधानसभा में प्रस्तुत किया गया। इस विधेयक के पारित होने पर 15 मई, 1999 को राज्य सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार राजस्थान राज्य महिला आयोग का गठन किया गया। इतिहास- संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1975 को अंतर्राष्ट्रीय महिला वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की। फिर उस के बाद से 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए, संयुक्त राष्ट्र संघ ने महिलाओं के दशक के रूप में 1976-85 की घोषणा की। सीईडीएडब्ल्यू (कन्वेंशन महिलाओं के खिलाफ भेदभाव के उन्मूलन) पर 1979 में हस्ताक्षर किए, जो महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सुनिश्चित करता है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संधि है। लेकिन भारत ने 9 जुलाई, 1993 इस संधि सीईडीएडब्ल्यू पर कुछ संशोधनों के साथ हस्ताक्षर किए हैं, कि इससे न केवल लैंगिक भेदभाव को रोकता है, लेकिन यह भी सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक क्षेत्रों में महिलाओं के खिलाफ भेदभाव को रोकने के लिए, संधि पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत मे

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज– 15 मई 2011

1. स्वाधीनता आंदोलन के समय 1889 में हिन्दी भाषा में प्रकाशित प्रथम दैनिक समाचार पत्र "राजस्थान समाचार" संपादक कौन थे? उत्तर- मुंशी समर्थदान 2. डूंगरपुर प्रजामण्डल की स्थापना 1944 में किसके द्वारा की गई थी? उत्तर- भोगीलाल पण्ड्या द्वारा 3. किस प्रजामण्डल का गठन 1938 में पं. हरिनारायण शर्मा व कुंजबिहारी मोदी द्वारा किया गया? उत्तर- अलवर प्रजामंडल 4. किस सन् में भरतपुर प्रजामण्डल का गठन गोपीलाल यादव की अध्यक्षता में किया गया? उत्तर- 1938 में 5. किसकी अध्यक्षता में धौलपुर प्रजामण्डल 1936 में गठित किया गया? उत्तर- कृष्णदत पालीवाल की 6. मेवाड़ प्रजामण्डल की स्थापना 24 अप्रैल, 1938 को किसकी अध्यक्षता में की गई? उत्तर- बलवंत सिंह मेहता की 7. भुसावर के किस स्वाधीनता सेनानी को बेगार का विरोध करते समय भरतपुर में 5 फरवरी, 1947 को बस से कुचल कर मार डाला गया? उत्तर- रमेश स्वामी को 8. जोधपुर के किस स्वतंत्रता सेनानी की 19 जून, 1942 को जोधपुर केन्द्रीय कारागृह में भूख-हडताल के दौरान मृत्यु हुई? उत्तर- बालमुकुन्द बिस्सा की 9. स्वाधीनता आंदोलन के समय मारवाड़ हितका

प्रमुख प्राचीन मुद्राएं और उनके प्रचलन का क्षेत्र-

1. झाड़शाही- जयपुर अथवा ढूंढ़ाड़ प्रदेश 2. रामशाही- बूँदी व जयपुर 3. मुहम्मदशाही- जैसलमेर 4. सलीमशाही- प्रतापगढ़, बाँसवाड़ा 5. लछमनशाही- बांसवाड़ा 6. हाली- बूँदी 7. कटारशाही- झालावाड़ 8. मदनशाही- झालावाड़ 9. गजशाही- बीकानेर 10. रावशाही- अलवर 11. विजयशाही- जोधपुर 12. फदका या फदिया मुद्रा- मारवाड़ 13. वीर दामन की मुद्राएं- बांसवाड़ा 14.आलमशाही- मेवाड़ 15.मेहताशाही- मेवाड़ 16.चांदोडी- मेवाड़ 17.स्वरूपशाही- उदयपुर 18.भूपालशाही- उदयपुर 19.उदयपुरी- उदयपुर 20.चित्तौड़ी- चित्तौड़ 21.भीलवाड़ी- भीलवाड़ा 22.त्रिशूलिया- उदयपुर 23.फींतरा- उदयपुर 24. अखैशाही- जैसलमेर 25. उदयशाही- डूंगरपुर 26. भींडरी पैसा- भींडर उदयपुर