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लोक देवता वीर तेजाजी परबतसर नागौर

लोक देवता तेजाजी का जन्म नागौर जिले में खड़नाल गाँव में ताहरजी (थिरराज) और रामकुंवरी के घर माघ शुक्ला, चौदस संवत 1130 यथा 29 जनवरी 1074 को जाट परिवार में हुआ था। उनके पिता गाँव के मुखिया थे। यह कथा है कि तेजाजी का विवाह बचपन में ही पनेर गाँव में रायमल्जी की पुत्री पेमल के साथ हो गया था किन्तु शादी के कुछ ही समय बाद उनके पिता और पेमल के मामा में कहासुनी हो गयी और तलवार चल गई जिसमें पेमल के मामा की मौत हो गई। इस कारण उनके विवाह की बात को उन्हें बताया नहीं गया था। एक बार तेजाजी को उनकी भाभी ने तानों के रूप में यह बात उनसे कह दी तब तानो से त्रस्त होकर अपनी पत्नी पेमल को लेने के लिए घोड़ी 'लीलण' पर सवार होकर अपनी ससुराल पनेर गए। रास्ते में तेजाजी को एक साँप आग में जलता हुआ मिला तो उन्होंने उस साँप को बचा लिया किन्तु वह साँप जोड़े के बिछुड़ जाने कारण अत्यधिक क्रोधित हुआ और उन्हें डसने लगा तब उन्होंने साँप को लौटते समय डस लेने का वचन दिया और ससुराल की ओर आगे बढ़े। वहाँ किसी अज्ञानता के कारण ससुराल पक्ष से उनकी अवज्ञा हो गई। नाराज तेजाजी वहाँ से वापस लौटने लगे तब पेमल से उनकी प्रथम भें

राजस्थान सामान्य ज्ञान - आज की क्विज 3.2.2011

1. पुष्कर में 19 वीं शताब्दी में बना रंगनाथजी का मंदिर किस शैली में बना है? उ. दक्षिणात्य शैली में 2. देव सोमनाथ मंदिर किस जिले में स्थित है? उ. डूंगरपुर जिले में 3. बाड़मेर जिले के किराडू के प्रसिद्ध मंदिरों में सबसे प्रमुख मंदिर कौनसा है? उ. सोमेश्वर महादेव का 4. राजस्थान में राज्य स्तरीय पशु मेले सबसे से ज्यादा किस जिले में भरते है? उ. नागौर में 5. एस्बेस्टस के उत्पादन में राज्य का स्थान कौनसा है? उ. प्रथम 6. धामण, करड एवं अंजन क्या है? उ. राजस्थान में घास की किस्में 7. ऊँट की खाल पर स्वर्ण युक्त मीनाकारी व चित्रांकन आदि करने की जैसलमेर की बहुआयामी कला का क्या नाम है? उ. उस्ता कला 8. सबसे पुरानी नहरों में से एक गंग नहर का निर्माण 1927 में फिरोजपुर पंजाब के निकट हुसैनीवाला में सतलज नदी से नहर निकाल कर किसने कराया था? उ. बीकानेर के राजा गंगासिंह ने 9. खारी नदी किस अपवाह तंत्र का अंग है? उ. बंगाल की खाड़ी 10. राजस्थान के मेवाड़ राज्य के वो कौन शासक थे जिन्होंने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए पं. मदन मोहन मालवीय को आर्थिक सहयोग दिया? उ.

राजस्थान के नगरों व क्षेत्रों के उपनाम

1. गुलाबी नगर - जयपुर 2. पूर्व का पेरिस - जयपुर 3. राजस्थान का शिमला- माउंट आबू 4. राजस्थान का ह्रदय - अजमेर 5. राजस्थान का प्रवेशद्वार- भरतपुर 6. पूर्व का वेनिस - उदयपुर 7. राजस्थान का कश्मीर - उदयपुर 8. राजस्थान का गौरव - चित्तौड़गढ़ 9. राजस्थान की थर्मोपल्ली- हल्दीघाटी 10. पहाड़ों की नगरी - डूंगरपुर 11. सूर्यनगरी - जोधपुर 12. स्वर्ण नगरी - जैसलमेर 13. तीर्थराज - पुष्कर 14. तीर्थों का मामा - पुष्कर 15. राजस्थान का खजुराहो- जगत (उदयपुर) 16. राजस्थान का कानपुर - कोटा 17. सिटी ऑफ वेल्स - झालरापाटन 18. तीर्थों का भानजा - मचकुंड 19. द्वितीय काशी - बूँदी 20. झीलों की नगरी- उदयपुर 21. राजस्थान का जिब्राल्टर- तारागढ़ दुर्ग अजमेर 22. राजस्थान का वेल्लोर- भैसरोड़गढ़ दुर्ग 23. राजस्थान का अन्न भंडार- गंगानगर 24. राजस्थान का नागपुर- झालावाड़ 25. राजस्थान का डेनमार्क- बीकानेर 26. जलमहलों की नगरी- डीग जिला भरतपुर 27. रेगिस्तान का गुलाब- जैसलमेर

राजस्थान सामान्य ज्ञान - आज की क्विज 2.2.2011

1. 'बेलि क्रिसन रुक्मणी री' पुस्तक के लेखक कौन है? उ. पृथ्वीराज राठौड़ 2. पृथ्वीराज रासौ के लेखक चंद बरदाई किस शासक के राजकवि व सामंत थे? उ. अजमेर के पृथ्वीराज चौहान के 3. प्रसिद्ध प्रेमकथा 'ढोला मारु रा दोहा' के रचनाकार कौन थे? उ. कल्लोल 4. कुम्भलगढ़ दुर्ग का निर्माण महाराणा कुम्भा ने किस प्रमुख वास्तुकार व शिल्पी की देखरेख कराया था? उ. मंडन की 5. चित्तौड़गढ़ दुर्ग को राजस्थान का गौरव एवं गढ़ों का सिरमौर कहा जाता है जिसका निर्माण किस मौर्य शासक ने कराया था? उ. चित्रागंद मौर्य ने 6. चीनी मिट्टी के बर्तनों पर नीले रंग से चित्रण की कला क्या कहलाती है? उ. ब्ल्यू पॉटरी 7. पिछवाई पेंटिंग के लिए कौनसा शहर सर्वाधिक प्रसिद्ध है? उ. नाथद्वारा 8. ऊन को कूट-कूट कर तथा दबा कर बनाए जाने नमदों के लिए कौनसा शहर प्रसिद्ध है? उ. टौंक 9. चित्तौड़गढ़ जिले का कौनसा गाँव आजम प्रिंट के लिए प्रसिद्ध है? उ. आकोला 10. नीले व लाल रंग का सर्वाधिक प्रयोग 'अजरक प्रिंट' के लिए कौनसा नगर प्रसिद्ध है? उ. बाड़मेर 11. भैंसलाना किसके खनन के लिए प्रसिद्ध है? उ. क

राजस्थान सामान्य ज्ञान - आज की क्विज 1.2.2011

1. वल्लभ सम्प्रदाय के प्रवर्तक कौन थे? उ. वल्लभाचार्य 2. जसनाथी संप्रदाय की प्रधान पीठ कहाँ है? उ. कतियासर 3. निम्बार्काचार्य द्वारा प्रवर्तित निम्बार्क सम्प्रदाय को किस अन्य नाम से जाना जाता है? उ. हंस सम्प्रदाय से 4. देवी के रतजगे के समय महिलाओं द्वारा गाए जाने वाले गीत या मंत्र क्या कहलाते हैं? उ. चिरजा 5. अलौकिक शक्ति द्वारा किसी कार्य को करना अथवा करवा देना क्या कहलाता है? उ. पर्चा देना 6. श्रद्धालु अपने आराध्य लोकदेवता की सोने, चाँदी, पीतल, ताँबे आदि धातुओं की बनी छोटी प्रतिकृति गले मे बाँधते है जिसे क्या कहते हैं? उ. नावा या चौकी 7. लोकमानस में सुगनचिड़ी को किस माता का स्वरूप माना जाता है? उ. आवड़ माता का 8. आवड माता जैसलमेर के किस राजवंश की कुलदेवी थी? उ. भाटी राजवंश की 9. गलियाकोट, डूंगरपुर में किस मुस्लिम संत की दरगाह है? उ. फखरुद्दीन की 10. घुड़ला त्यौहार राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र में कब से कब तक मनाया जाता है? उ. चैत्र कृष्णा अष्टमी से चैत्र शुक्ल तृतीया तक 11. गलता जयपुर में किस संप्रदाय की प

राजस्थान के रीति-रिवाज

आठवाँ पूजन स्त्री के गर्भवती होने के सात माह पूरे कर लेती है तब इष्ट देव का पूजन किया जाता है और प्रीतिभोज किया जाता है। पनघट पूजन या जलमा पूजन बच्चे के जन्म के कुछ दिनों पश्चात (सवा माह बाद) पनघट पूजन या कुआँ पूजन की रस्म की जाती है इसे जलमा पूजन भी कहते हैं। आख्या बालक के जन्म के आठवें दिन बहने जच्चा को आख्या करती है और एक मांगलिक चिह्न 'साथिया' भेंट करती है। जड़ूला उतारना जब बालक दो या तीन वर्ष का हो जाता है तो उसके बाल उतराए जाते हैं। वस्तुतः मुंडन संस्कार को ही जडूला कहते हैं। सगाई वधू पक्ष की ओर से संबंध तय होने पर सामर्थ्य अनुसार शगुन के रुपये तथा नारियल दिया जाता है। बिनौरा सगे संबंधी व गाँव के अन्य लोग अपने घरों में वर या वधू तथा उसके परिवार को बुला कर भोजन कराते हैं जिसे बिनौरा कहते हैं। तोरण यह जब बारात लेकर कन्या के घर पहुँचता है तो घोड़ी पर बैठे हुए ही घर के दरवाजे पर बँधे हुए तोरण को तलवार से छूता है जिसे तोरण मारना कहते हैं। तोरण एक प्रकार का मांगलिक चिह्न है। खेतपाल पूजन राजस्थान में विवाह का कार्यक्रम आठ दस दिनों पूर्व ही प्रारंभ हो जाते हैं

राजस्थान की खारे पानी की झीले

1. साँभर झील - यह राजस्थान की सबसे बड़ी झील है। यहाँ उत्पादित नमक उत्तम किस्म का होता है। यहाँ राज्य के कुल उत्पादन का 80 प्रतिशत नमक उत्पन्न किया जाता है। इसका अपवाह क्षेत्र लगभग 500 वर्ग किमी में फैला है जिसमे रूपनगढ़, खारी व खंडेला आदि नदियाँ आकर मिलती है। यह झील दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर लगभग 32 किमी लंबी तथा 3 से 12 किमी तक चौड़ी है। ग्रीष्मकाल में वाष्पीकरण की तीव्र दर से होने के कारण इसका आकार बहुत कम रह जाता है। इस झील में प्रतिवर्ग किमी क्षेत्र में 6000 टन नमक होने का अनुमान है। इसका क्षेत्रफल लगभग 140 वर्ग किमी है। इसके पानी से नमक बनाया जाता है। यहां नमक उत्पादन सांभर साल्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जाता है जिसकी स्थापना 1964 में की गई थी। यहां सोडियम सल्फेट संयंत्र स्थापित किया गया है जिससे 50 टन सोडियम सल्फेट प्रतिदिन बनाया जाता है। यह झील जयपुर व नागौर जिले की सीमा पर स्थित है तथा यह जयपुर की फुलेरा तहसील में जयपुर से लगभग 60 किमी दूर है। 2. डीडवाना झील - यह नागौर जिले के डीडवाना नगर के समीप स्थित है। यह 10 वर्ग किमी में फैली है। इससे राजस्थान स्टेट साल्ट्स