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Showing posts with the label राजस्थान के मंदिर

राजस्थान की धरोहर किराडू के प्राचीन मंदिर

यह स्थान राजस्थान के बाड़मेर से लगभग 35 किमी उत्तर-पश्चिम में है। किराडू के विश्व प्रसिद्ध पाँच मंदिरों का समूह बाड़मेर मुनाबाव रेलमार्ग पर खड़ीन स्टेशन से 5 किमी पर हथमा गांव के पास पहाड़ी के नीचे अवस्थित है। किराडू की स्थापत्य कला भारतीय नागर शैली की है। बताया जाता है कि यहाँ इस शैली के लगभग दो दर्जन क्षत विक्षत मंदिर थे लेकिन अभी ये केवल 5 हैं। यहाँ के मंदिरों में रति दृश्यों के स्पष्ट अंकन होने की वजह से किराडू को राजस्थान का खजूराहो भी कहा जाता है। सन् 1161 के एक शिलालेख के अनुसार किराडू का प्राचीन नाम किरात कूप था तथा यह किसी समय परमार राजाओं की राजधानी था। इतिहासकारों के अनुसार किरातकूप पर गुजरात के चालुक्य राजवंश के प्रतिनिधि के रूप में परमार शासकों का शासन था। बताया जाता है कि चन्द्रावती के परमार राजा कृष्णराज द्वितीय के पुत्र सच्चा राजा ने 1075 एवं 1125 ईस्वी के मध्य इस स्वतंत्र राज्य की स्थापना की। इन्हीं के वंशज सोमेश्वर ने सन् 1161 तक किराडू पर शासन किया तथा सन् 1178 तक यह महाराज पुत्र मदन ब्रह्मदेव के अधीन रहा और उसके बाद आसल ने यहाँ शासन किया था। यही वह काल था

नागदा के प्राचीन "सासबहू" के मंदिर- Temples of Rajasthan- Sahastra Bahu Temple of Nagda Udaipur

  उदयपुर से लगभग 25 - 26 किलोमीटर दूरी पर नाथद्वारा मार्ग पर स्थित नागदा एक प्राचीन दर्शनीय स्थान है। यह एकलिंगजी (कैलाशपुरी) से लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित है। नागदा के मंदिर उदयपुर जिले के कैलाशपुरी गाँव की सुंदर बाघेला झील के किनारे प्राकृतिक वादियों के मध्य स्थित है। नागदा राज्य की स्थापना 6ठी शताब्दी में मेवाड़ के चतुर्थ शासक नागदित्य द्वारा की गई। प्रारंभ में इस नगर को नागह्रिदा के नाम से जाना जाता था क्योंकि राजा सिलादित्य के पिता नागादित्य द्वारा इसको स्थापित किया गया था, जो 646 ई. में वहां शासन कर रहे थे। नागदा का यह नगर यह मेवाड़ की प्राचीन राजधानी था। यह शिव, वैष्णव और जैन मंदिरों से समृद्ध शहर था। बाद में जब मेवाड़ पर सिसोदिया वंश का आधिपत्य हुआ तो यह स्थान भी उन शासकों के अधीन हो गया। इसके बाद पंद्रहवीं शताब्दी में, गुहिल राजा मोकल ने अपने भाई बाघ सिंह के नाम पर एक बड़ी झील ( बाघेला झील) का निर्माण किया। यहाँ स्थित 661 ई. का अभिलेख इस स्थान की प्राचीनता को प्रमाणित करता है, यह स्थान पुरातात्विक सामग्री की शैली के आधार पर उतना प्राचीन प्रतीत नहीं होता है क्योंकि

देवस्थान विभाग राजस्थान के अधीन प्रसिद्ध मंदिर-2

देवस्थान विभाग राजस्थान के अन्य प्रसिद्ध मंदिर- 1.  श्री जगन्नाथराय जी/ जगदीश मन्दिर, जगदीश चौक, उदयपुर 2.  श्री चारभुजा जी मन्दिर, गढ़बोर तहसील- कुंभलगढ़, जिला- राजसमंद 3.  श्री रूप नारायण जी मन्दिर , सेवन्त्री, तहसील- कुंभलगढ़, जिला- राजसमंद 4.  श्री कालका माता जी मन्दिर चित्तौड़गढ़ किला, चित्तौड़गढ़ 5.  श्री मंगलेश्वर जी मन्दिर, गुरजनीया, मातृकुण्डिया, तहसील- राशमी, जिला- चित्तौड़गढ़ 6.  श्री नीमच माता जी मन्दिर, देवाली, उदयपुर 7.  श्री तेजा जी मन्दिर, परबतसर, नागौर 8.  श्री डाढ़ देवी माताजी मन्दिर, उम्मेदगंज, कोटा 9.  श्री कपिल मुनि जी म्ंादिर, कोलायत, बीकानेर 10.  श्री करणी माताजी मन्दिर, देशनोक, बीकानेर 11.  श्री लालेश्वर जी मन्दिर, शिवबाडी, बीकानेर 12.  श्री केशवरायजी महाराज मन्दिर, केशोरायपाटन, बून्दी 13.  श्री सथूर माताजी मन्दिर, सथूर, बून्दी 14.  श्री कृष्णाय माता मन्दिर, रामगढ़, बून्दी 15.  श्री पदमनाथ जी/सूर्य मंदिर, झालरापाटन, झालावाड 16.  श्री गंगा महारानी जी मन्दिर, भरतपुर 17.  श्री ऋषभदेव जी मन्दिर, ऋषभदेव, धुलेव, तहसील- खेरवाड़ा, जिला- उदयपुर 18.  श्री विजवा मा

Temples of Rajasthan under Devasthan Department | देवस्थान विभाग राजस्थान के अधीन प्रसिद्ध मंदिर

देवस्थान विभाग राजस्थान के मंदिर मंडलों के अधीन प्रसिद्ध मंदिर- श्रीनाथजी मंदिर 1. श्रीनाथजी मंदिर , श्रीनाथद्वारा जिला- राजसमंद 2. श्री सांवलिया सेठ मंदिर , मंडफिया , जिला- चित्तौड़गढ़ देवस्थान विभाग राजस्थान के ट्रस्टों के अधीन प्रसिद्ध मंदिर- 1. श्री गलता जी ठिकाना मन्दिर- जयपुर 2. श्री सीताराम जी व वीर हनुमान जी , नांगल भरडा , तहसील- चौमू , जिला- जयपुर 3. श्री हनुमान जी मन्दिर , चांदपोल बाजार , जयपुर 4. श्री शिलादेवी जी मन्दिर , आमेर , जिला जयपुर 5. श्री गणेश जी , मोती डूंगरी , जयपुर 6. दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी मन्दिर , श्री महावीरजी , हिण्डौन , जिला- करौली 7. श्री गोविन्द देव जी मन्दिर , महाराज चन्द्रमहल , बाग , जयनिवास , जयपुर 8. श्री बालाजी महाराज मन्दिर , मेहन्दीपुर , तहसील- सिकराय , जिला- दौसा 9. श्री हनुमान जी महाराज मन्दिर , पाण्डूपोल (सरिस्का) , जिला अलवर 10. श्री भृर्तहरि जी मन्दिर , महाराज भृर्तहरि , जिला- अलवर 11. श्री चन्द्र प्रभुजी दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र मन्दिर , तिजारा , जिला- अलवर 12. बाबा मोहनराम जी मन्द