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राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज

1. अजमेर में उर्स कब से कब तक मनाया जाता है? उत्तर - इस्लाम माह रजब के पहले से छठे दिन तक 2. किस इमारत को परिवर्तित कर अजमेर में ढाई दिन का झोपड़ा बनाया गया था? उत्तर - एक संस्कृत कॉलेज को 3. असामान्य बंगाली छत और मेहराब से युक्त 'मूसी महारानी की छतरी' कहाँ स्थित है? उत्तर - अलवर में 4. अलवर जिले में स्थित कौनसा महल महाराजा जयसिंह ने ड्यूक ऑफ एडिनबरा के प्रवास के लिए बनाया था? उत्तर - सरिस्का महल 5. आदिवासियों के लिए पवित्र माना जाने वाला 'घोटिया आंबा का मेला' किस जिले में भरता है? उत्तर - बाँसवाड़ा में 6. ब्रज का कामवन किस जिले में है? उत्तर - भरतपुर में 7. बयाना का विजय गढ़ किला किसने बनवाया था? उत्तर - राजा बाणासुर ने 8. बीकानेर के संस्थापक राव बीका किसके पुत्र थे? उत्तर - जोधपुर के संस्थापक राव जोधा के 9. रागमाला और रासलीला के भित्ति चित्रों से युक्त प्रसिद्ध चित्रशाला किस शहर में है? उत्तर - बूँदी में 10. मेवाड़ का हरिद्वार किसे कहा जाता है? उत्तर - मातृकुंडिया को

राष्ट्रीय खेलों में राजस्थान -
सामान्य ज्ञान समसामयिकी

नेशनल गेम्स में राजस्थान को एथलेटिक्स में एक और स्वर्ण राजस्थान के एथलीटों का स्वर्ण पदक जीतने का सिलसिला सोमवार दिनांक 21 फरवरी को भी जारी रहा। महिला हैमर थ्रो स्पर्धा में राज्य की मंजूबाला ने स्वर्णिम सफलता हासिल की। उन्होंने 56.73 मीटर दूर गोला फेंका। केरल की अनिता अब्राहम ने 55.77 मीटर की दूरी के साथ रजत पदक जीता। उत्तर प्रदेश की गुंजन सिंह (54.97 मीटर) तीसरे स्थान पर रहीं। एथलेटिक्स में राजस्थान का यह दूसरा स्वर्ण पदक है। चूरू की बीए फाइनल की छात्रा मंजू के नाम जूनियर वर्ग (18 वर्ष) में 50.05 मीटर तथा 20 वर्ष आयु वर्ग में 52.56 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड दर्ज है। ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी में भी उन्होंने 53.05 मीटर के साथ रिकॉर्ड बनाया था। राजस्थान विकास ने जीता डिस्कस थ्रो में स्वर्ण - डिस्कस थ्रोअर विकास पूनिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय खेल - 2011 में रविवार दिनांक 20.2.11 को स्वर्ण पदक जीता। चूरू जिले के विकास ने 53.47 मीटर डिस्कस फेंककर यह उपलब्धि हासिल की। साइक्लिंग में राजस्थान को काँस्य पदक- रांची में खेले जा रहे राष्ट्रीय खेलों की साइक्लिंग प्रतियोगिता में

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज
21.2.2011

1. प्राचीनकाल में मेवाड़ किस जनपद का हिस्सा था? उत्तर - शिवि जनपद का 2. बीकानेर राज्य तथा जोधपुर का उत्तरी भाग किस नाम से जाना जाता था? उत्तर - जांगल देश 3. कोटा राज्य के प्रथम शासक कौन थे? उत्तर - राव माधो सिंह 4. 1569 ई. में बना प्राचीन शिवालय 'गेपरनाथ मंदिर' कहाँ स्थित है? उत्तर- कोटा से 22 किमी. दूर 5. किस किले को आयरन फोर्ट के रूप में भी जाना जाता है? उत्तर - लौहागढ़ भरतपुर 6. लोद्रवा के लोकप्रिय जैन मंदिर के लिए कौनसा जिला जाना जाता है? उत्तर - जैसलमेर 7. कई जानवरों और पक्षियों की कई प्रजातियों का घर 'गजनेर वन्य जीव अभ्यारण्य' किस जिले में है? उत्तर - बीकानेर में 8. किशन गढ़ शैली की चित्रकला किसके शासन काल में चरम उत्कर्ष पर पहुँची? उत्तर - राजा सावंत सिंह 9. राधा गोविन्द संगीत सार ग्रंथ के लेखक कौन है? उत्तर - सवाई प्रताप सिंह 10. राजस्थान में ज्येष्ठ मास की अमावस्या (बड़पूजनी अमावस्या) सीताबाड़ी का मेला कहाँ भरता है? उत्तर - कैलवाड़ा गाँव तहसील शाहबाद जिला बारां में

समसामयिक घटनाचक्र

स्वर्णनगरी जैसलमेर में बहुरंगी लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आयोजित हुआ मरू महोत्सव- राजस्थान पर्यटन निगम तथा जिला प्रशासन के तत्वावधान में विश्वविख्यात तीन दिवसीय मरू महोत्सव स्वर्णनगरी जैसलमेर में 16 फरवरी को प्रारंभ हुआ। >इसमें सर्वप्रथम शोभायात्रा निकाली गई जिसमें पारम्परिक वेशभूषा, आंचलिक संस्कृति, लोकजीवन, लोकवाद्यों, गीत-नृत्यों, मूमल-महेन्द्रा झांकियाँ शामिल थी। शोभायात्रा में शहनाई वादन, सजे-धजे ऊंटों पर सवार कलाकारों द्वारा बांकिया वादन व मशक वादन, मशहूर कलाकारों द्वारा कालबेलिया नृत्य, कच्छी घोड़ी नृत्य, गैर नृत्य, उत्तर-मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि लोकनृत्यों की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। शोभायात्रा में सजे-धजे ऊंटों पर सवार बी.एस.एफ.के जांबाजों के दल भी थे। >यहां वायुसेना के जांबाजों ने पैरा जंपिंग का प्रदर्शन कर पर्यटकों को हतप्रभ किया। >इस मरू मेले के पहले दिन आयोजित प्रतिष्ठापूर्ण मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिता का खिताब श्यामदेव कल्ला ने जीता तथा मिस मूमल दिव्या जंगा बनी। >दूसरे दिन दिनां

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज -
20.2.11

1. ऊँट अनुसंधान के लिए प्रसिद्ध जोहड़बीड़ किस जिले में है? उत्तर - बीकानेर 2. राजस्थान राज्य क्रीड़ा संघ के वर्तमान अध्यक्ष कौन है? उत्तर - शिवचरण माली 3. विकलांगों के लिए चलाई जा रही छबड़ा परियोजना किस जिले में संचालित है? उत्तर - बारां में 4. सोने की सबसे महीन चैन बनाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले राजस्थानी का नाम क्या है? उत्तर - इकबाल सक्का 5. राजस्थान के किस व्यक्ति ने एक डोर में एक हजार पतंगे उड़ा कर रिकॉर्ड बनाया? उत्तर - अब्दुल मलिक 6. राजस्थान के किस शहर में इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव मनाया गया? उत्तर - उदयपुर में 7. जैन धर्म में इच्छा मृत्यु की परम्परा का क्या नाम है? उत्तर - संथारा लेना 8. राजस्थान के उदयपुर जिले में किसी आदिवासी की दुर्घटना, झगड़े, विवाद या अन्य कारण के मृत्यु हो जाने पर उसके परिवार द्वारा हर्जाना मांगने की प्रथा का क्या नाम है? उत्तर - मौताणा माँगना 9. विश्व में इस्पात किंग के नाम से विख्यात लक्ष्मी मित्तल का संबंध राजस्थान के किस जिले से है? उत्तर - चुरु से, राजगढ़ तहसील 10. देवीगढ़ पैलेस कहाँ स्थित है? उत

समसामयिक घटनाचक्र

पायका बास्केटबाल में राजस्थान को खिताब जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में सम्पन्न पंचायत युवा क्रीड़ा और खेल अभियान (पायका) की राष्ट्रीय ग्रामीण बास्केटबाल प्रतियोगिता में राजस्थान ने बालक वर्ग का खिताब अपने नाम कर लिया। दिनांक 18 फरवरी को खेले गए फाइनल में मेजबान राजस्थान ने गत उपविजेता पंजाब को 52-28 से हराया। राजस्थान के लिए महिपाल सिंह भाटी ने 23, प्रदीप सांखला ने 16 और अखिलेश ने 8 अंक अर्जित किए। राजस्थान के महिपाल सिंह भाटी और हरियाणा की भारती सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए। डॉ. महावीर गोलछा को सम्मान भारत के युवा वैज्ञानिक डॉ. महावीर गोलछा को असाध्य रोग अल्जाईमर रोग पर किए गए उनके शोध के लिए विश्व प्रतिष्ठित अल्जाईमर युवा वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान हाल ही में अमेरिका में हुई पांचवी ड्रग डिस्कवरी फॉर न्यूरो डी जेनरेशन अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में प्रदान किया गया। हर वर्ष यह पुरस्कार दुनिया भर के 25 युवा वैज्ञानिकों को अल्जाईमर रोग के बारे में शोध कार्य के लिए दिया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव में बड़ी संख्या में देश विदेशों के पतंगबाजों

प्राचीन राजस्थानी साहित्य ग्रंथ एवं उनके लेखक

1. पृथ्वीराज विजय - जयानक 2. कान्हड़दे प्रबंध - पद्मनाथ कर्ण 3. राव जैतसी रो पाछड़ी छन्द - बीठू सूजा नागरजोत 4. हम्मीर काव्य - नयन चन्द्र सूरि 5. प्रबंध चिन्तामणि - मेरूतुंग 6. पृथ्वीराज रासो - चन्दबरदाई 7. खुमाण रासो - जैन कवि दलपति विजय 8. प्रबंध कोष - राजेश्वर 9. राजवल्लभ - राणा कुंभा के शिल्पी मंडन 10. राजविनोद - सदाशिव भट्ट 11. एकलिंग महात्म्य - राणा कुंभा 12. वंश भास्कर - सूर्यमल्ल मिश्रण 13. ढोला मारु रा दूहा - कल्लोल 14. मोहता नैणसी री ख्यात - नैणसी 15. बेलि क्रिसन रुक्मणी री - कवि पृथ्वीराज राठौड़ 16. ढोला मारवाड़ री चड़पट्टी - कवि हरिराज 17. बीसलदेव रासो - नरपति नाल्ह 18. सुर्जन चरित्र - चन्द्रशेखर 19. अजितोदय- जगजीवन भट्ट 20. सूरज प्रकाश - करणीदान 21. सुंदर विलास - सुंदरदास 22. दयालदास री ख्यात - दयालदास 23. बांकीदास की बातां - बांकीदास

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज - 18.2.11

1. राजस्थान के किस भाग को मत्स्य प्रदेश के नाम से जाना जाता है? उत्तर - अलवर व भरतपुर क्षेत्र 2. कांठल किसका प्राचीन नाम है? उत्तर - प्रतापगढ़ का 3. राजस्थान के किस शहर का प्राचीन नाम अजयमेरू था? उत्तर - अजमेर का 4. बकरी विकास एवं चारा परियोजना अजमेर में कहाँ संचालित हैं ? उत्तर - रामसर में 5. केन्द्रीय बकरी अनुसंधान केन्द्र (पश्चिमी क्षेत्र) कहाँ स्थित है? उत्तर - अविकानगर टौंक में 6. मेजा बाँध परियोजना किस नदी पर स्थित है? उत्तर - कोठारी नदी पर 7. राजस्थान के किन जिलों में एक भी नदी नहीं है? उत्तर - चुरू और बीकानेर में 8. राजस्थान की किस नदी को वन की आशा कहा जाता है? उत्तर - बनास को 9. भारत के वोलस्टोनाइट खनिज उत्पादन का कितने प्रतिशत भाग राजस्थान द्वारा उत्पादित किया जाता है? उत्तर - सौ प्रतिशत 10. राजस्थान में सर्वप्रथम स्थापित चीनी मिल का नाम क्या था? उत्तर - दी मेवाड़ शुगर मिल्स, भोपाल सागर, जिला चित्तौड़गढ़

समसामयिक घटनाचक्र तथ्य - Current Affairs facts Februar 2011

1. क्रिकेट वर्ल्ड कप - *- क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 का उद्घाटन रंगारंग कार्यक्रम के साथ ढाका के ऎतिहासिक बंगबंधु स्टेडियम में दिनांक 17 फरवरी को हुआ। * यह आयोजन 15 साल बाद भारतीय उपमहाद्वीप में हो रहा है। * बांग्लादेश का राष्ट्रगान 'आमार सोनार बंगला' है। * बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना है। * आई सी सी वर्ल्डकप 2011 में भाग लेने वाली टीमों की संख्या 14 है। * क्रिकेट वर्ल्डकप 2011 का शुभंकर नन्हा हाथी 'स्टंपी' है। * क्रिकेट वर्ल्डकप 2011 के उद्घाटन समारोह में शंकर महादेवन, एहसान और लॉय की तिकड़ी ने वर्ल्डकप के थीम सॉन्ग 'दे घुमा के' गाया। *- क्रिकेट वर्ल्ड कप में कुल 49 मैच होंगे । 2. अजमेर में सोने के भंडार मिले- अजमेर की पीसांगन तहसील से 10 किमी दूर रिछमालिया गांव में सोने के भंडार का पता चला है। वैज्ञानिकों के अनुसार यहां खनिज के प्रति 10 लाख में सोने के 3.36 कण हैं। वैज्ञानिक मिट्टी में सोने की इस मात्रा को आदर्श स्थिति मानते हैं। --> आमतौर पर सोना क्वार्ट्ज के साथ पाया जाता है। वैज्ञानिक भाषा में इसे ‘नेटिव-फॉर्म’ कहा ज

सामान्य ज्ञान क्विज - 17.2.2011

1. जयपुर में राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट की स्थापना 1866 में सवाई रामसिंह द्वारा किस नाम से की थी? उत्तर - 'मदरसा - ए - हुनरी' 2. राजस्थान के किस संगीतज्ञ ने गिटार में 14 तार जोडकर उसे 'मोहन वीणा' का रूप दिया था जो वीणा, सरोद व सितार का सम्मिश्रण है? उत्तर - पं. विश्वमोहन भट्ट ने 3. नाथद्वारा के किस संगीतविद को पद्म श्री से सम्मानित किया गया था? उत्तर - पुरुषोत्तम दास पखावजी को पखावज वादन के लिए 4. नाहरगढ की गैटोर छतरियां किस वंश से संबंधित है? उत्तर - कछवाह वंश से 5. सिसोदिया वंश की छतरियां कहाँ है? उत्तर - आयड, उदयपुर 6. नेहरखां की मीनार कहाँ स्थित है? उत्तर - कोटा में 7. इक मीनार मस्जिद किस किस जिले में स्थित है? उत्तर - जोधपुर में 8. आखातीज या अक्षय तृतीया किस दिन मनाई जाती है? उत्तर - वैशाख शुक्ल तृतीया को 9. जयपुर के प्रसिद्ध सिवारवादक पं. विश्वमोहन भट्ट 1994 में किस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किए गए थे? उत्तर - ग्रैमी पुरस्कार से 10. केन्द्रीय मरु क्षेत्र अनुसंधान संस्थान कहाँ स्थित है? उत्तर - जोधपुर में

Major Festivals of Rajasthan - राजस्थान के प्रमुख पर्व एवं त्यौहार

1. बसंत पंचमी :- माघ शुक्ल 5 2. शीतला सप्तमी :- चैत्र कृष्ण सप्तमी 3. गणगौर :- चैत्र शुक्ल 3 व चतुर्थी 4. नवरात्रि :- चैत्र शुक्ल 1 से 9 एवं अश्विन शुक्ल 1 से 9 5. रामनवमी :- चैत्र शुक्ल 9 6. आखा तीज या अक्षय तृतीय :- वैशाख शुक्ल 3 7. हरियाली तीज :- श्रावण शुक्ल 3 8. रक्षाबंधन :- श्रावण पूर्णिमा 9. गोगा नवमी :- भाद्रपद कृष्ण 9 10. विजय दशमी :- अश्विन शुक्ल 10 11. दीपावली :- कार्तिक अमावस्या 12. होली :- फाल्गुन पूर्णिमा 13. महाशिवरात्रि :- फाल्गुन कृष्ण 14 14. रंग पंचमी :- चैत्र कृष्ण 5 15. दशामाता व्रत :- चैत्र कृष्ण 10 16. दुर्गाष्टमी :- चैत्र शुक्ल 8 17. महावीर जयंती :- चैत्र कृष्ण 13 18. हनुमान जयंती :- चैत्र पूर्णिमा 19. निर्जला एकादशी :- ज्येष्ठ शुक्ल 11 20. भड़ूली नवमी :- आषाढ़ शुक्ल 9 21. गुरु पूर्णिमा :- आषाढ़ शुक्ल 15 22. हरियाली अमावस्या :- श्रावण कृष्ण 30 23. कज्जली तीज या सातू तीज :- श्रावण शुक्ल 3 24. हल छठ या उब छठ :- भाद्रपद कृष्ण 6 25. जन्माष्टमी :- भाद्रपद कृष्ण 8 26. बछबारस या गौवत्स द्वादशी:- भ

सामान्य ज्ञान क्विज - 16.2.2011

1. विश्व की सबसे बड़ी सूर्य घड़ी कहाँ स्थित है? उत्तर : जयपुर के जंतर मंतर में 2. जयपुर नगर के नियोजित निर्माण के शिल्पकार कौन थे? उत्तर : विद्याधर 3. राजा महाराजा एवं जागीरदार पहले अपनी बेटी के विवाह में दहेज के साथ कुछ कुंवारी कन्याएं भी देते थे, इन्हें क्या कहा जाता था? उत्तर : डावरिया 4. राजस्थान की किस प्रसिद्ध कलाकृति को भारत की मोनालिसा भी कहा जाता है? उत्तर : बणी ठणी को 5. राजस्थान का खजुराहो कहा जाने वाला 'अंबिका देवी' मंदिर कहाँ स्थित है? उत्तर : गाँव जगत जिला उदयपुर में 6. भरतपुर संभाग में भरतपुर के अलावा कौन कौनसे जिले हैं? उत्तर : अलवर, करौली व धौलपुर 7. 34 वें राष्ट्रीय खेलों में महिलाओं की ट्रेप स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाली राजस्थान की प्रथम महिला खिलाड़ी कौन है? उत्तर : शगुन चौधरी 8. नौटंकी की उस महिला कलाकार का नाम क्या है जिन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया जा चुका है तथा जो इस विधा की प्रथम महिला कलाकार भी है? उत्तर : गुलाब बाई 9. सस्ती लकड़ी के बने कई कपाट वाले मंदिर जैसी कलाकृतियों को क्या कहा जाता है जिन्हें भगवान या लोक देवता

सामान्य ज्ञान क्विज 15.2.2011

1. राजस्थान का कल्पवृक्ष किसे कहा जाता है? उत्तर : खेजडी को 2. किस लोक गायिका को राजस्थान की मरु कोकिला किसे कहा जाता है? उत्तर : गवरी देवी को 3. राजस्थान की प्रथम महिला पायलट का नाम क्या है? उत्तर : नम्रता भट्ट 4. टिहरी बाँध का निर्माण किस नदी पर किया जा रहा है? उत्तर : भागीरथी 5. राजस्थान में 2007 - 08 में किस जिले को तेंतीसवें जिले के रूप में बनाया गया? उत्तर : प्रतापगढ़ 6. गरबा किस राज्य का नृत्य है? उत्तर: गुजरात का 7. किस एथलीट को भारत का उड़न या फ्लाइंग सिख कहते हैं? उत्तर: मिल्खा सिंह 8. किस भारतीय राज्य की तट रेखा सबसे लम्बी है? उत्तर: आंध्र प्रदेश 9. सांख्य दर्शन के प्रतिपादक कौन थे? उत्तर: महर्षि कपिल मुनि 10. भारत में हरित क्रांति के जनक कौन थे? उत्तर: एम एस स्वामीनाथन् 11. एनाल्स एण्ड एन्टीक्यूटीज ऑफ राजस्थान के लेखक कौन थे? उत्तर : कर्नल जेम्स टॉड 12. सौर्यमंडल में मंगल एवं बृहस्पति ग्रहों के बीच पाए जाने वाले छोटे खगोलीय पिंड को क्या कहते हैं? उत्तर : छुद्र ग्रह 13. हमारे राष्ट्रीय चिह्न के नीचे आदर्श वाक्य क्या लिखा हुआ है?

राजस्थान के प्रमुख व्यक्तियों के उपनाम

1. राजस्थान की राधा : मीराबाई 2. मरू कोकिला : गवरी देवी 3. भारत की मोनालिसा : बनी ठनी 4. राजस्थान की जलपरी : रीमा दत्ता 5. राजस्थान का कबीर : दादूदयाल 6. राजपूताने का अबुल फजल : मुहणौत नैणसी 7. डिंगल का हैरॉस : पृथ्वीराज राठौड़ 8. हल्दीघाटी का शेर : महाराणा प्रताप 9. मेवाड़ का उद्धारक : राणा हम्मीर 10. पत्रकारिता का भीष्म पितामह : पं. झाब्बरमल शर्मा 11. मारवाड़ का प्रताप : राव चंद्रसेन 12. मेवाड़ का भीष्म पितामह : राणा चूड़ा 13. कलीयुग का कर्ण : राव लूणकरण 14. राजस्थान का गाँधी : गोकुल भाई भट्ट 15. आधुनिक राजस्थान का निर्माता : मोहन लाल सुखाड़िया 16. वागड़ का गांधी : भोगीलाल पंड्या 17. राजस्थान का आदिवासियों का मसीहा : मोतीलाल तेजावत 18. आधुनिक भारत का भागीरथ : महाराजा गंगा सिंह 19. गरीब नवाज : ख्वाजा मोइनुद्धीन चिश्ती 20. राजस्थान का नृसिंह : संत दुर्लभ जी 21. दा साहब : हरिभाऊ उपाध्याय 22. राजस्थान का लौहपुरुष : दामोदर व्यास 23. राजस्थान का लोक नायक : जयनारायण व्यास 24. शेर-ए-राजस्थान : जयनारायण व्यास 25. गाँधीजी का पाँच

राजस्थान के प्रमुख दर्शनीय स्थल-

1. हवामहल - जयपुर 2. जंतर मंतर - जयपुर 3. गलता जी - जयपुर 4. जसवंत थड़ा - जोधपुर 5. पटवों की हवेली - जैसलमेर 6. सालिम सिंह की हवेली - जैसलमेर 7. रामगढ़ की हवेलियां - जैसलमेर 8. नथमल की हवेली - जैसलमेर 9. चौरासी खंभों की छतरी - बूँदी 10. रानी जी की बावड़ी - बूँदी 12. क्षार बाग की छतरियाँ - बूँदी 13. स्वर्ण या सुनहरी कोठी - टौंक 14. विजय स्तम्भ - चित्तौड़ 15. कीर्ति स्तम्भ - चित्तौड़ 16. सूर्य मंदिर - झालावाड़ 17. ढाई दिन का झोंपड़ा - अजमेर 18. जल महल - जयपुर, डीग व उदयपुर 19. अरथूना के प्राचीन मंदिर - बाँसवाड़ा 20. भांडासर जैन मंदिर - बीकानेर 21. गैप सागर - डूंगरपुर 22. बिड़ला तारामंडल - जयपुर 23. कोलवी की गुफाएँ - झालावाड़ 24. उम्मेद भवन - जोधपुर 25. मंडोर - जोधपुर 26. भंड देवरा मंदिर - कोटा 27. सज्जनगढ़ - उदयपुर 28. आहड़ संग्रहालय - उदयपुर 29. हर्ष मंदिर - सीकर 30. द्वारकाधीश मंदिर - कांकरोली राजसमंद 31. आभानेरी मंदिर - दौसा 32. सच्चिया माता मंदिर - ओसियां जोधपुर 33. रानी पद्मनी महल - चित्तौड़गढ़ 34. सहेलियों की बाड़ी - उदयपुर

सामान्य ज्ञान क्विज- 14 फरवरी, 2011

1. राजस्थान में आठवीं सदी की प्रतिहार कला का अनुपम उदाहरण हर्षत माता का मंदिर कहाँ स्थित है? उत्तर : दौसा जिले के आभानेरी में 2. एच आई वी संक्रमित अभ्यर्थियों के पक्ष में सरकारी पद आरक्षित करने वाला भारत का प्रथम राज्य कौन सा है ? उत्तर : केरल 3. राजस्थान के श्रीलाल जोशी किस शैली की चित्रकला के कलाकार हैं? उत्तर : फड़ चित्रकारी 4. संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2010 को किस वर्ष के रूप में मनाया गया? उत्तर: अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष 5. संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2011 को किस वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है? उत्तर: अंतर्राष्ट्रीय रसायन विज्ञान वर्ष 6. राजस्थान के अर्जुन पुरस्कार विजेता खिलाड़ी अजमेर सिंह किस खेल से संबंधित है? उत्तर : बास्केटबाल 7. भारत का वह महत्वपूर्ण वन्य जीव जिसे वर्ल्ड लाइफ फंड ने अपनी रिपोर्ट में सर्वाधिक खतरे में बताया है? उत्तर : बाघ 8. भारत में इस वर्ष राष्ट्रीय बालिका सप्ताह कब से कब तक मनाया गया? उत्तर : 24-30 जनवरी, 2011 9. राष्ट्रीय बालिका दिवस कब मनाया जाता है? उत्तर : 24 जनवरी को 10. राजस्थानी भाषा के प्रथम शब्

राजस्थान में 'तमाशा' लोक नाट्य

राजस्थान में तमाशा का प्रारंभ- तमाशा मूलतः महाराष्ट्र की नाट्य विधा है। राजस्थान के जयपुर में भी तमाशे की गौरवशाली परम्परा है। लगभग 300 वर्ष पूर्व यह लोकनाट्य महाराजा प्रतापसिंह के काल में प्रारंभ हुआ। इसके खिलाड़ी तमाशे को लेकर महाराष्ट्र से ही आए थे। इसे लाने व पोषित करने वाला महाराष्ट्र का भट्ट परिवार है। इस परिवार के लोगों ने ही तमाशा को जयपुर में थियेटर के रूप में शुरू किया तथा इसमें जयपुर ख्याल और ध्रुपद गायकी का समावेश किया। पं. बंशीधर भट्ट ने इस नाट्य में बहुत नाम कमाया, उन्हें राजस्थान में तमाशा थियेटर का जनक माना जाता है। इन्हें जयपुर राजघराने का भी संरक्षण प्राप्त था। यह परिवार आज भी विद्यमान हैं और परम्परागत विधि से आज भी तमाशा का लोक मंचन करता है।  उस्ताद परम्परा इस परिवार में उस्ताद परम्परा फूलजी भट्ट द्वारा स्थापित हुई। फूलजी भट्ट अपनी ध्रुपद गायकी के लिए प्रसिद्ध थे। आजकल गोपीकृष्ण भट्ट जो 'गोपीजी' के नाम से भी जाने जाते हैं, इस परम्परा के उस्ताद है। वे आज भी तमाशा का प्रतिवर्ष आयोजन करते हैं। इस परिवार में वासुदेव भट्ट रंगमंच व राजस्थानी और हिन्दी फ

सामान्य ज्ञान क्विज

1. राजस्थान के लोक नाट्य तुर्रा-कलंगी ख्याल में तुर्रा के प्रवर्तक कौन है? उत्तर : संत तुकनगीर 2. किस मुनि को भारत का प्रथम विधि-निर्माता माना जाता है? उत्तर: मनु को 3. किस नगर में ईसरलाट स्तम्भ स्थित है? उत्तर : जयपुर 4. उज्जैन का प्राचीन क्या नाम था? उत्तर: अवंतिका 5. रेड क्रास सोसायटी का मुख्यालय कहाँ स्थित है? उत्तर : जिनेवा (स्विटजरलैंड) में 6. बीकानेर में मंचित किए जाने वाले ख्याल को क्या कहते हैं? उत्तर : रम्मत 7. भारत की किस बैडमिन्टन खिलाडी को वर्ष अगस्त 2010 में राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों में सर्वोच्च माने जाने वाले राजीव गाँधी खेल-रत्न पुरस्कार प्रदान किया गया? उत्तर: साइना नेहवाल 8. प्रसिद्ध पुस्तक पंचतंत्र के रचयिता कौन थे? उत्तर : विष्णु शर्मा 9. अमरीका के प्रथम राष्ट्रपति कौन थे? उत्तर : जॉर्ज वाशिंगटन 10. दयानंद सरस्वती ने राजस्थान के किस शहर में प्रवास कर अपने प्रसिद्ध ग्रंथ 'सत्यार्थ प्रकाश' की हिन्दी में रचना की थी? उत्तर : उदयपुर में 11. किस स्थान पर जुलाई 2010 में 18 वीं अंतर्राष्ट्रीय एड्स कांफ्रेंस का आयोजन किया गया

राजस्थान में लोक नाट्य - 'स्वांग' एवं 'बहूरूपिया'

स्वांग- राजस्थान के लोकनाट्य रूपों में एक परम्परा 'स्वांग' की भी है। किसी रूप को अपने में आरोपित कर उसे प्रस्तुत करना ही स्वांग है। स्वांग में किसी रूप की प्रतिछाया रहती है। इस दृष्टि से स्वांग का अर्थ किसी विशेष, ऐतिहासिक, पौराणिक चरित्र या लोक समाज में प्रसिद्ध चरित्र या देवी देवता की नकल में मेकअप करना, उसी अनुसार वेशभूषा पहनना एवं उसी के अनुरूप अभिनय करना है। ये स्वांग असल की नकल होते हुए भी इतने जीवंत होते हैं कि ये असल होने का भ्रम देते हैं। कुछ जातियों और जनजाति के लोग तो स्वांग करने का पेशा अपनाए हुए हैं। यह एक ऐसी विधा है जिसे एक ही चरित्र सम्पन्न करता है। परन्तु आधुनिक प्रचार माध्यमों के विकसित हो जाने से यह लोकनाट्य रूप शहर से दूर गाँव की धरोहर रह गया है व इसे केवल शादियों और त्यौहार के अवसर पर ही दिखलाया जाता है। स्वांग के कुछ उदाहरण निम्नलिखित है - 1. होली के अवसर पर पूरे शेखावटी क्षेत्र में गींदड़ नाची जाती है जिसमें भी विविध स्वांग रचे जाते हैं। 2. होली के दूसरे दिन होली खेलने के साथ ही कई शहरों में लोग स्वांग धारण कर सवारी भी निकालते हैं जैसे उदयपुर

राजस्थान में नौटंकी लोक नाट्य

नौटंकी का शाब्दिक अर्थ है 'नाटक में अभिनय करना। जयशंकर प्रसाद नौटंकी को नाटक का अपभ्रंश मानते हैं। उनके अनुसार नौटंकी प्राचीन राग काव्य या गीतिकाव्य की ही स्मृति है। रामबाबू सक्सेना के अनुसार नौटंकी लोकगीतों और उर्दू कविता के मिश्रण से पनपी है। कालिका प्रसाद दीक्षित कुसुमाकर कहते हैं कि नौटंकी का जन्म संभवतः ग्यारहवीं सदी में हुआ और अमीर खुसरो द्वारा किए गए प्रयत्नों से इसे आगे बढ़ने का मौका मिला। नौटंकी का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ माना जाता है। राजस्थान में नौटंकी करौली, भरतपुर, धौलपुर, अलवर, गंगापुर सिटी तथा सवाई माधोपुर आदि क्षेत्रों में मंचित की जाती है। भरतपुर की लोक मंचीय कलाओं में नौटंकी का ग्रामीण जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। भरतपुर में इसे हाथरस शैली में अधिक प्रस्तुत किया जाता है। नौटंकी पुरानी ख्याल शैली है जिसकी नाटकीयता एवं संवाद शैली संगीतात्मक है। भरतपुर, डीग तथा धौलपुर आदि में स्वर्णकार भूरीलाल, ठा. कल्याण सिंह, ठा. बद्रीसिंह, नत्थाराम, बाबूलाल हकीम आदि कई मण्डलियों द्वारा नौटंकी का खेल दिखाया जाता रहा है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित है- (i) इस नाट्य मे

राजस्थान के लोकनाट्य - बीकानेर व जैसलमेर की रम्मते

'  रम्मत ' खेल को ही कहते हैं। ऐतिहासिक एवं पौराणिक आख्यानों पर रचित काव्य रचनाओं का मंचीय अभिनय की बीकानेर - जैसलमेर शैली को रम्मत के नाम से अभिहित किया गया है। बीकानेर की रम्मतों का अपना अलग ही रंग है। बीकानेर के अलावा रम्मतें पोकरण, फलौदी, जैसलमेर और आस-पड़ोस के क्षेत्र में खेली जाती हैं। ये कुचामन, चिड़ावा और शेखावटी के ख्यालों से भिन्न होती है। 100 वर्ष पूर्व बीकानेर क्षेत्र में होली एवं सावन आदि के अवसर पर होने वाली लोक काव्य प्रतियोगिताओं से ही इनका उद्भव हुआ है। कुछ लोक कवियों ने राजस्थान के सुविख्यात ऐतिहासिक एवं धार्मिक लोक - नायकों एवं महापुरुषों पर काव्य रचनाएँ की। इन्हीं रचनाओं को रंगमंच पर मंचित कर दिया गया। इन रम्मतों के रचयिताओं के नाम इस प्रकार हैं - (i) मनीराम व्यास (ii) सूआ महाराज (iii) फागू महाराज (iv) तुलसीराम (v) तेज कवि (जैसलमेरी) यहाँ यह उल्लेख कर देना आवश्यक है कि तेज कवि जैसलमेरी रंगमंच के क्रांतिकारी कार्यकर्ता थे। उन्होंने रंगमंच को क्रांतिकारी नेतृत्व प्रदान किया। उन्होंने अपनी रम्मत का अखाड़ा 'श्रीकृष्ण कम्पनी' के नाम से

राजस्थान के लोकनाट्य - "तुर्रा कलंगी" ख्याल

इसका प्रारंभिक रूप दो दलों का जमीन पर बैठ कर किसी विषय पर गायकीबद्ध शास्त्रार्थ करना रहा था। अतः इस प्रकार के ख्याल 'बैठकी ख्याल' या 'बैठकी दंगल' भी कहलाए। इनमें मुकाबला होने के कारण ही इन्हें दंगल कहा जाता है। इसमें भाग लेने वाले दल को अखाड़ा और अखाड़े के मुखिया को उस्ताद कहा जाता है। लोक नाट्यों में "तुर्रा - कलंगी" ख्याल कम - से -कम चार सौ से पाँच सौ वर्ष पुराना है। दो पीर संतों शाहअली और तुकनगीर ने "तुर्रा - कलंगी" ख्यालों का प्रवर्तन किया। ये वस्तुतः एक नहीं अपितु मेवाड़ की ख्याल परंपरा के दो भाग है। कहा जाता है कि एक बार मध्यप्रदेश के चंदेरी गाँव के ठाकुर ने दंगलबाज संत तुकनगीर और फकीर शाहअली को न्यौता देकर दंगल कराया तथा तुकनगीर को तुर्रा व शाह अली को कलंगी का सम्मान दिया। तब से दो अखाड़े बने जो तुर्रा और कलंगी के नाम से प्रसिद्ध हुए। तुर्रा व कलंगी पगड़ी पर सजाए या बाँधे जाने वाले दो आभूषण हैं। तुकनगीर "तुर्रा" के पक्षकार थे तथा शाह अली "कलंगी" के। तुर्रा को शिव और कलंगी को पार्वती का प्रतीक माना जाता है। इन दोनों खिलाड़ियों न

राजस्थान के लोक नाट्य - "शेखावटी ख्याल"

शेखावटी ख्याल - इस लोक नाट्य शैली की प्रमुख विशेषताएँ- (i) अच्छा पद संचालन (ii) पूर्ण सम्प्रेषित होने वाली शैली, भाषा व मुद्रा में गीत गायन। शब्दों से अधिक स्वर महत्वपूर्ण छटा लिए हुए। (iii) वाद्यों की उचित संगत, जिनमें हारमोनियम, सारंगी, शहनाई, बाँसुरी, नगाड़ा तथा ढोलक प्रमुख हैं। इस शैली के मुख्य खिलाड़ी चिड़ावा के नानूराम थे। उनका स्वर्गवास 60 वर्ष से अधिक समय हो चुका है, लेकिन वे अपने पीछे स्वचरित ख्यालों की एक धरोहर छोड़ गए हैं। उनमें से कुछ निम्नलिखित है- (i) हीर रांझा (ii) राजा हरिश्चन्द्र (iii) भर्तृहरि (iv) जयदेव कलाली (v) ढोला मरवण (vi) आल्हादेव। नानूराम चिड़ावा निवासी मुसलमान थे। किन्तु सभी जाति व संप्रदाय के लोग उन्हें बड़े सम्मान के उनकी कला के लिए आज भी सभी याद करते हैं। उनके योग्यतम शिष्यों में एक दूलिया राणा थे जिनके परिवार के लोग आज भी इन ख्याल का अखाड़ा लगाते हैं तथा इनमें होने वाले व्यय को वहन करते हैं। दूलिया राणा स्री चरित्रों को बड़ी कुशलता से निभाते थे। दूलिया राणा की मृत्यु के बाद उनके पुत्र सोहन लाल व पोते बनारसी आज भी साल में आठ महीनों तक इन ख्यालो

राजस्थान के लोक नाट्य - " जयपुरी ख्याल"

जयपुरी ख्याल - अन्य ख्यालों से अलग जयपुरी ख्याल की कुछ अपनी विशेषताएँ है जो इस प्रकार है- (i) स्री पात्रों की भूमिका स्रियाँ निभाती हैं। (ii) यह शैली रुढ़ नहीं है बल्कि मुक्त तथा लचीली है। यह कलाकारों को नए प्रयोगों की पर्याप्त संभावनाएँ प्रदान करती है (iii) इसमें कविता, संगीत, नृत्य तथा गान व अभिनय का सुंदर समानुपातिक समावेश है। गुणवान कलाकार जयपुरी ख्यालों में हिस्सा लिया करते थे। इस शैली के कुछ लोकप्रिय ख्याल निम्नलिखित है - (१) जोगी-जोगन (२) कान-गूजरी (३) मियाँ-बीबू (४) पठान (५) रसीली तम्बोलन। सन् 1981 में "ख्याल भारमली" के कथ्य पर नई शैली में एक नाटक लिखा गया। इसके लेखक राजस्थान के प्रयोगवादी नाटककार श्री हमीदुल्ला हैं। यह नाटक राजस्थान के अलावा हैदराबाद, बैंगलोर, चैन्नई, मुम्बई, दिल्ली और लखनऊ आदि स्थानों पर भी खेला गया। इसके बहुरंगी लोक वातावरण के कारण इसे सभी स्थानों पर सराहा गया तथा कुछ प्रांतीय भाषाओं में इसका अनुवाद भी हुआ।

राजस्थान के लोक नाट्य - "कुचामनी ख्याल"

कुचामनी ख्याल - इसका उद्गम नागौर जिले का कुचामन शहर है। लोक जीवन के विख्यात लोक नाट्यकार 'लच्छीराम' द्वारा इसका प्रवर्तन किया गया। उन्होंने प्रचलित ख्याल परम्परा में अपनी शैली का समावेश किया। इस शैली की विशेषताएँ निम्नलिखित है- (i) इसका रूप गीत-नाट्य या ऑपेरा जैसा होता है। (ii) इसमें लोकगीतों की प्रधानता होती है। (iii) लय के अनुसार ही नृत्य में ताल होती है। आलापचारी की समाप्ति पर पात्र अपना कमाल दिखाते हैं। (iv) इसे खुले मंच (ओपन एयर) पर प्रस्तुत किया जाता है। मंच पर पर्दे का प्रयोग नहीं होता है। मंच के लिए तख्त का प्रयोग किया जाता है। (v) इसमें पुरुष ही स्त्री चरित्र का अभिनय करते हैं। (vi) इस ख्याल में संगत के लिए वादक ढोल, शहनाई आदि प्रयुक्त करते हैं। (vii) इसमें प्रायः नर्तक ही गाने गाते हैं लेकिन जब नर्तक की साँस उखड़ जाती है तो मंच पर बैठे अन्य सहयोगी गायक गायन जारी रखते हैं। गीत बहुत ऊँचे स्वर में गाये जाते हैं। (viii) इसमें सरल भाषा एवं सीधी बोधगम्य लोकप्रिय धुनों का प्रयोग होता है और अभिनय की कुछ सूक्ष्म भावभिव्यक्तियाँ होती है। (ix) इसमें सामाजिक स्थितियों

राजस्थान के 'ख्याल' लोकनाट्य

ख्याल : एक परिचय- ख्याल राजस्थान के लोक नाट्य की सबसे लोकप्रिय विद्या है। इसके 18 वीं शताब्दी के प्रारम्भ से ही राजस्थान में लोक नाट्यों के नियमित रुप से सम्मिलित होने के प्रमाण मिलते हैं। ख्याल शब्द खेल शब्द का अपभ्रंश है। यहां खेल से तात्पर्य नाटक खेलने से है। ख्याल के अभिनेता को 'खिलाड़ी' कहते हैं। ख्यालों की विषय-वस्तु पौराणिक या किसी पुराख्यान या ऐतिहासिक पुरुषों के वीराख्यान या लोक देवता व लोक देवियों के कल्याणकारी गाथा से जुड़ी होती है। भौगोलिक अन्तर के कारण इन ख्यालों ने भी परिस्थिति के अनुसार अलग-अलग रुप ग्रहण कर लिए। इन ख्यालों के खास प्रकार निम्नलिखित है - कुचामनी ख्याल शेखावटी ख्याल जयपुरी ख्याल तुर्रा - कलंगी ख्याल माँची ख्याल हाथरसी ख्याल। ये सभी ख्याल बोलियों में ही अलग नहीं है, बल्कि इनमें शैलीगत भिन्नता भी पाई जाती है। जहाँ कुछ ख्यालों में संगीत की महत्ता अधिक है तो दूसरों में नाटक, नृत्य और गीतों सभी की प्रधानता है। इनमें गीत प्राय: लोकगीतों पर आधारित है या शास्रीय संगीत पर। लोकगीतों एवं शास्रीय संगीत का भेद ख्याल को गाने वाले विशेष नाट्यकार पर ही आध

राजस्थान के लोक नाट्य

राजस्थान में लोक नाट्य जन जीवन को सदैव आह्लादित करते रहे हैं। गीतों व नृत्यों की प्रधानता लिए इन लोक नाट्य में दर्शकों एवं अभिनेता के बीच दूरी प्रायः नहीं होती है। अधिकतर इनमें वेशभूषा प्रतीकात्मक ही होती है। ये लोकनाट्य अधिकतर ऐतिहासिक व पौराणिक आख्यानों पर आधारित होते हैं लेकिन आजकल इनमें समसामयिक राजनीति और शासन व्यवस्था को भी अभिव्यक्त किया जाने लगा है। वैसे तो इनमें पुरुष व स्त्री दोनों ही भाग लेते हैं लेकिन कई बार पुरुष ही स्त्री की वेशभूषा में अभिनय करते हैं। इन लोक नाट्य में राजस्थान की लोक संस्कृति की झलक मिलती है किन्तु सीमावर्ती जिलों के लोक नाट्य में पड़ोसी राज्य की संस्कृति का प्रभाव भी देखा जाता है जैसे अलवर और भरतपुर के लोकनाट्य में हरियाणा व उत्तर प्रदेश की लोक संस्कृति के मिले जुले रूप के दर्शन होते हैं तो धौलपुर एवं सवाईमाधोपुर के लोकनाट्य में ब्रज संस्कृति देखी जा सकती है। वैसे तो इन लोक नाट्य में जाति विशेष की बाध्यता नहीं है लेकिन बहुतायत में कुछ विशेष जातियों जैसे नट, भाट, भाँड आदि जाति के लोगों की होती है। यहाँ जनजाति यथा- भील, गरासिया, मीणा, सहरिया, बंजारे आदि के

समसामयिक घटनाचक्र Current affairs 8.2.2011

52 जिलों में इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना भारत सरकार ने देश के दूरदराज इलाकों में जच्चा बच्चा की ठीक ढंग से देखभाल के लिये 1000 करोड़ रुपये की इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना चयनित 52 जिलों में चलाई है और इन जिलों में करीब 14 लाख गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को योजना का लाभ मिलेगा। चुने गये 52 जिलों के आंगनबाड़ी केन्द्रों के जरिये योजना पर अमल किया जायेगा। शतप्रतिशत केन्द्र प्रायोजित इस योजना पर अमल में एकीकत बाल विकास योजना (आईसीडीएस) के पूरे ढांचे को उपयोग में लाया जायेगा। इसके अलावा अनुबंध के आधार पर अन्य लोगों को भी इसमें लगाया जायेगा। योजना के तहत 19 वर्ष से अधिक उम्र में पहली बार माँ बनने वाली गर्भवती और दूध पिलाने वाली माताओं को तीन किस्तों में कुल 4000 रुपये की नकद राशि अतिरिक्त सहायता के तौर पर उपलब्ध कराई जायेगी। इस योजना के 52 जिलों में राजस्थान के उदयपुर व भीलवाडा जिले शामिल है। केन्द्र व राज्य सरकारों तथा सार्वजनिक उपक्रमों के कर्मचारियों को इस योजना से अलग रखा गया है। क्योंकि उन्हें मातृत्व लाभ के दौरान वेतन सहित अवकाश की सुविधा मिली हुई है। इस योजना

Forts of Rajasthan and Its Founders--राजस्थान के प्रमुख किले एवं उनके निर्माणकर्ता---Important Rajasthan GK

1. बयाना का किला या बिजयगढ़ या विजयगढ़- जादौन राजा बिजयसिंह 2. जोधपुर का किला या मेहरानगढ़ - राव जोधा [ 1459 में ] 3. अचलगढ़ का किला माउंट आबू- राणा कुंभा 4. भरतपुर का किला लोहागढ़ - जाट राजा सूरजमल [ 1733 में ] 5. कुंभलगढ़ का किला- राणा कुंभा 6. मांडलगढ़ का किला- चौहान शासक 7. नाहरगढ़ या सुदर्शनगढ़ [ जयपुर ] का किला- सवाई जयसिंह 8. जैसलमेर का किला या सोनार का किला- महारावल जैसलदेव 9. चित्तौड़गढ़ का किला- चित्रांगद मौर्य 10. सिवाना का किला जिला बाड़मेर- पँवार राजा वीर नारायण प्रथम 11. तारागढ़ का किला या गढ़बीठली या अजयमेरु दुर्ग अजमेर - अजयपाल सिंह चौहान 12. बीकानेर का किला या जूनागढ़- राजा रायसिंह राठौड़ 13. गागरोण का किला ( झालावाड़ ) - डोड राजा बीजलदेव [ 12 वीं सदी ] 14. डीग का किला- राजा सूरजमल 15. कोटा का किला- माधोसिंह 16. तारागढ़ बूँदी का किला- हाड़ा राजा बरसिंह [ 14 वीं सदी में ] 17. जयगढ़ का किला ( आमेर ) - राजा सवाई जयसिंह द्वितीय 18. अकबर का किला या मैग्जीन या दौलतखाना अजमेर- अकबर 19. आमेर का किला- कछवाहा राजा धोलाराय 20. ना

राजस्थान सामान्य ज्ञान - आज की क्विज 8.2.2010

1. राजस्थान में 1857 में विद्रोह का प्रारंभ कब व कहाँ हुआ? उत्तर- 28 मई को नसीराबाद में 2. कुंभलगढ़ दुर्ग के भीतर बने अंतःदुर्ग का नाम क्या है? उत्तर- कटारगढ़ 3. किस किले को दौलतखाना या मैग्जीन भी कहा जाता है? उत्तर- अकबर का किला 4. कालिकामाता मंदिर एवं कुंभश्याम मंदिर किस किले में स्थित है? उत्तर- चित्तौड़गढ़ में 5. गढ़बीठली किस किले को कहा जाता है? उत्तर- तारागढ़ अजमेर को 6. जोधपुर का मेहरानगढ़ किस पहाड़ी पर स्थित है? उत्तर- चिड़ियाटूक पहाड़ी पर 7. किस दुर्ग को अबुल फजल ने बख्तरबंद किला कहा था? उत्तर- रणथम्भौर को 8. किस किले को अभेद्य दुर्ग कहा जाता है? उत्तर- भरतपुर के लोहागढ़ को 9. जूनागढ़ किला किस नगर में है? उत्तर- बीकानेर में 10. त्रिकूट पहाड़ी पर स्थित पीले पत्थर से निर्मित बीकानेर के किले को किस नाम से जाना जाता है? उत्तर - सोनार का किला 11. शिलादेवी का मंदिर किस किले में स्थित है? उत्तर- आमेर के किले में 12. कई गुप्त सुरंगों के कारण किस किले को रहस्यमय दुर्ग कहा जाता है? उत्तर - जयगढ़ जयपुर को 13. सोनगिरी पहाड़ी पर स्थित किस किले को सुवर्णगिरि

राजस्थान सामान्य ज्ञान - आज की क्विज 7.2.10

1. सम्पूर्ण देश में समस्त सरकारी विभागों के आयोजना बजट का कितने प्रतिशत भाग नागरिक केन्द्रित ई-प्रशासन हेतु सुनिश्चित किए जाने का प्रावधान है? उत्तर- 3 प्रतिशत 2. राजस्थान पत्रिका सृजनात्मक साहित्य पुरस्कार 2010 के अंतर्गत कहानी वर्ग का प्रथम पुरस्कार किसे दिया गया? उत्तर- जोधपुर के कथाकार डॉ. सत्यनारायण की कहानी अँगूठा को 3. राजस्थान में सूचना प्रौद्योगिकी नीति का कब से लागू की गई? उत्तर- 2007 से 4. महिला सशक्तिकरण की दिशा में कृषि भूमि सहित सभी अचल सम्पत्ति के हस्तान्तरण विलेखों पर मुद्रांक शुल्क 5 प्रतिशत से घटाकर कितने प्रतिशत किया गया? उत्तर- चार प्रतिशत 5. जवाहरलाल नेहरू नेशनल अरबन रिन्यूवल मिशन ( JNNURM ) के अंतर्गत राज्य के किन तीन प्रमुख शहरों का चयन किया गया था? उत्तर- जयपुर,अजमेर एवं पुष्कर का 6. कौनसी झीलों के संरक्षण एवं विकास हेतु 198.66 करोड़ का प्रावधान किया था? उत्तर- पिछोला, फतेहसागर ( उदयपुर ) आनासागर झील ( अजमेर ) एवं पुष्कर झील का 7. महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री हेतु राज्य स्तर पर प्रारंभ प्रथम हाट का ना

समसामयिक घटनाचक्र Current Affairs January 2011

राजस्थान रणजी ट्राफी में पहली बार चैम्पियन राजस्थान ने 16 जनवरी को रणजी ट्राफी सुपर लीग फाइनल में पहली पारी में मिली 33 रनों की बढ़त के आधार पर बड़ौदा को पछाड़ कर खिताब पर कब्जा जमाया और पहली बार चैम्पियन बना। अशोक मेनारिया (101) और रश्मि रंजन परिदा (89) की शानदार बल्लेबाजी तथा दीपक चाहर (15/3) की घातक गेंदबाजी की बदौलत राजस्थान क्रिकेट टीम ने 77 साल में पहली बार रणजी ट्राफी सुपर लीग खिताब जीतकर इतिहास रचा। परिदा को 'मैन ऑफ द मैच' के पुरस्कार से नवाजा गया. बड़ौदा के मोतीबाग स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में राजस्थान ने पहली पारी में मिली 33 रनों की बढ़त के आधार पर विजेता घोषित किया गया। इससे पूर्व राजस्थान आठ बार फाइनल में पहुँच चुका है तथा इस बार 37 वर्ष बाद प्लेट लीग से सुपरलीग का सफर तय कर फाइनल में पहुंचने में कामयाब रहा। राजस्थान द्वारा जीत के लिए रखे गए 375 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बड़ौदा की टीम मैच के अंतिम और पांचवें दिन शनिवार को चार विकेट के नुकसान पर 28 रन बना सकी। इसके बाद मैच को ड्रॉ घोषित कर दिया गया लेकिन पहली पारी में मिली बढ़त के आधार पर राज

राजस्थान सामान्य ज्ञान - आज की क्विज 6. 2. 2010

1. जोधपुर जिले में माणकलाव गाँव में नशामुक्ति अभियान में उल्लेखनीय योगदान करने के लिए किसे 1986 में पद्मश्री एवं 1991 में पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया? उत्तर- श्री नारायण सिंह माणकलाव 2. मीरा महोत्सव का आयोजन कहां किया जाता है? उत्तर- चित्तौड़गढ़ में 3. जयपुर की इमारतों पर गुलाबी रंग करवाने का श्रेय किन्हें दिया जाता है? उत्तर- सवाई रामसिंह द्वितीय 4. रेगिस्तान का सागवान किसे कहते हैं? उत्तर- रोहिडा के वृक्ष को 5. गालव ऋषि का आश्रम स्थल कहाँ है जो वर्तमान में "मंकी वैली"के उपनाम से प्रसिद्ध है? उत्तर- गलता, जयपुर में 6. रमकडा उद्योग [सोप स्टोन के तराशे हुए खिलौने] किस जिले के प्रसिद्ध हैं? उत्तर- डूंगरपुर के 7. हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, उदयपुर के जिंक स्मेल्टर राजस्थान में कहां स्थित हैं उत्तर- देबारी व चंदेरिया में 8. किस झील पर शाहजहां द्वारा 1627 ई. में बारहदरियों का निर्माण किया गया? उत्तर- आना सागर झील 9. राजस्थान के प्रथम वित्त मंत्री कौन थे? उत्तर- चंदनमल बैद 10. देव सोमनाथ मेला किस जिले में भरता है? उत्तर- डूंगरपुर जिले

Major Research Centers of Rajasthan - राजस्थान के प्रमुख अनुसंधान केन्द्र-

1. राष्ट्रीय सरसों अनुसंधान केन्द्र - सेवर जिला भरतपुर 2. केन्द्रीय सूखा क्षेत्र अनुसंधान संस्थान - CAZRI- जोधपुर 3. केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान - अविकानगर जिला टौंक 4. राष्ट्रीय ऊँट अनुसंधान केंद्र - जोहड़बीड़, बीकानेर 5. अखिल भारतीय खजूर अनुसंधान केन्द्र - बीकानेर 6. राष्ट्रीय मरु बागवानी अनुसंधान केन्द्र - बीकानेर 7. राष्ट्रीय घोड़ा अनुसंधान केन्द्र - बीकानेर 8. सौर वेधशाला - उदयपुर 9. राजस्थान कृषि विपणन अनुसंधान संस्थान - जयपुर 10. केन्द्रीय पशुधन प्रजनन फार्म - सूरतगढ़ जिला गंगानगर 11. राजस्थान राजस्व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान - अजमेर 12. राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्  - उदयपुर 13. सुदूर संवेदन केन्द्र - जोधपुर 14. माणिक्यलाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं सर्वेक्षण संस्थान - उदयपुर 15. राष्ट्रीय मसाला बीज अनुसंधान केन्द्र - अजमेर 16. राष्ट्रीय आयुर्वेद शोध संस्थान - जयपुर 17. केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग शोध संस्थान (सीरी) - पिलानी 18. अरबी फारसी शोध संस्थान - टौंक 1