भौगोलिक स्थिति- ' पूर्वी राजस्थान के कश्मीर ' एवं 'राजस्थान के सिंह द्वार' के रूप में विख्यात अलवर अरावली पर्वत की सुरम्य उपत्यकाओं में स्थित है। अपनी प्राकृतिक और ऐतिहासिक विरासत के कारण यह पर्यटकों के लिए सदैव आकर्षण का केंद्र रहा है। जयपुर से लगभग 148 किलोमीटर तथा दिल्ली से लगभग 160 किलोमीटर दूर स्थित अलवर अपनी नैसर्गिक सुषमा के कारण अन्य जिलों से अलग अपना विशेष स्थान रखता है। राजस्थान के मेवात अंचल के अंतर्गत आने वाले अलवर का प्राचीन नाम ' शाल्वपुर ' था। राजस्थान के उत्तर-पूर्व में स्थित चतुष्फलकीय आकृति का अलवर जिला 27 o 4 ' और 28 o 4 ' उत्तरी अक्षांश और 76 o 7 ' और 77 o 13 ' पूर्वी देशांतर के बीच है। दक्षिण से उत्तर तक इसकी सर्वाधिक लम्बाई लगभग 137 किमी दूर है और पूर्व से पश्चिम तक सर्वाधिक चौड़ाई लगभग 110 किमी है। यह उत्तर और उत्तर-पूर्व में गुड़गांव (हरियाणा) और भरतपुर जिले से तथा उत्तर-पश्चिम में हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले से जबकि दक्षिण-पश्चिम में जयपुर जिले से एवं दक्षिण में जयपुर व दौसा जिलों से घिरा है।
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