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Showing posts from November, 2011

राजस्थान सामान्य ज्ञान- राजस्थान समसामयिकी

15 सौ वर्ष पुराने शिव मंदिर के अवशेष मिले बूंदी जिला मुख्यालय से करीब 35 किमी दूर भीमलत के पास जंगल में चौथी-पांचवी शताब्दी के गुप्तकालीन शिव मंदिर के भग्नावशेष मिले हैं। इन अवशेषों के आधार पर पुरातत्वविज्ञ इस मंदिर को 1400-1500 वर्ष पुराना बता रहे हैं। पुरा अन्वेषको के अनुसार हाड़ौती में ईंटों से निर्मित इस तरह का ये पहला मंदिर है। खंडहर अवस्था में मिले मंदिर का गर्भगृह व मंडप क्षतिग्रस्त है। गर्भगृह में अत्यंत सुंदर व कलात्मक शिवलिंग हैं। इस वन क्षेत्र में जीवन देवरा, जलींद्री, बाणगंगा, गोलपुर, उमरथूना, खेरूणा, पलका, कंवलपुरा, खजूरी का नाला, धोड़, नाथून, रूठी रानी के मंदिर, बसोली का ब्रह्माणी मंदिर, देवझर आदि जगहों पर शिव मंदिर हैं। इससे माना जाता है कि यह क्षेत्र शैव मतावलंबियों का गढ़ रहा होगा। भीमलत क्षेत्र में भग्नावशेष अवस्था में मिले मंदिर के मलबे में हजारों की मात्रा में टूटी और साबुत ईंटों का ढेर लगा हुआ हैं। गर्भगृह की चारों ओर की दीवारें अभी भी दिखाई देती है। इनमें पंद्रह इंच लंबी व तीन इंच मोटी गुप्तकालीन ईंटें हैं। पुरातत्ववेताओं के अनुसार भीमतल के पास मिले मंदिर के अ

"सारेगामा लिटिल चैम्प" विजेता जयपुर के "अजमत हुसैन" को 11 लाख का पुरस्कार

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने जीटीवी के रियलिटी शो "सारेगामा लिटिल चैम्प" प्रतियोगिता के विजेता जयपुर के नन्हे उस्ताद "अजमत हुसैन" को राज्य सरकार की ओर से सम्मानित करते हुए उसे राजस्थान आवासन मंडल की एमआईजी श्रेणी का एक फ्लेट दिया तथा 11 लाख रुपए की फिक्स डिपोजिट करवाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने जयपुर के जवाहर कला केन्द्र में आयोजित "अजमत हुसैन सम्मान समोराह" में उसके गुरू तथा पिता जाफर हुसैन को 51 हजार रुपए एवं कार्यक्रम में अपनी गायन प्रतिभा प्रदर्शित करने वाले युवा व किशोर कलाकारों मास्टर जावेद, मोअज्जम, इमरान, शिवानी जोशी तथा मास्टर रूदाक्ष अग्रवाल को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 5 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि छोटी उम्र में अजमत ने लिटिल चैम्प बनकर पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। आज के युग में संगीत के ऐसे मंच मिल जाते हैं जहां कलाकार अपना मुकाम हासिल कर सकें और अजमत ने ऐसे ही एक मंच से बेहतरीन सफलता पाई। उन्होंने कहा कि यह उनके बुजुर्गों का आशीर्वाद तथा स्वयं की लगन, मेहनत व समर्पण से संभव हुआ। मुख्यमंत्री ने मथुरावालों

28 नवंबर को हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय-

1. कस्टोडियन कृषि भूमि के 30 हजार गैर खातेदारों को खातेदारी अधिकार संबंधी निर्णय- बैठक में अलवर, भरतपुर, हनुमानगढ, श्रीगंगानगर जिलों के 30 हजार से अधिक गैर खातेदार काश्तकारों सहित प्रदेश के जो काश्तकार कस्टोडियन भूमि पर काबिज है, उनको बाजार दर के स्थान पर नियमन शुल्क लेकर खातेदारी अधिकार दिए जाने का निर्णय किया है। अब उन्हें 25 प्रतिशत डी.एल.सी. दर के स्थान पर सिंचित जमीन की मात्र 2 हजार रुपए प्रति बीघा तथा असिंचित जमीन के एक हजार रुपए प्रति बीघा नियमन शुल्क लेकर खातेदारी अधिकार दिए जा सकेंगे। इससे कस्टोडियन कृषि भूमि के मूल आवंटियों एवं मूल आवंटियों से हस्तांतरित कब्जाधारियों को खातेदारी अधिकार प्रदान करने में आ रही कठिनाइयों का समाधान होगा। कस्टोडियन (निष्क्रान्त) भूमि पर काबिज काश्तकारों को खातेदारी अधिकार देने की समस्या लम्बे समय से चली आ रही थी। सबसे बड़ी समस्या यह थी कि गैर खातेदारी अधिकार से खातेदारी अधिकार देने के लिये बाजार दर की 25 प्रतिशत राशि जमा करानी पड़ती थी तथा उसके साथ सिंचित जमीन के लिए एक हजार रुपए प्रति बीघा और बारानी जमीन के लिए 500 रुपए प्रति बीघा की राशि अतिरिक्त

राजस्थान समसामयिक घटनाचक्र

पद्मभूषण उस्ताद सुल्तान खां का निधन पिया वसंती रे.. गाकर संपूर्ण भारत में एक अलग पहचान बनाने वाले देश के मशहूर सारंगीवादक पद्मभूषण उस्ताद सुल्तान खां का दिनांक 27 नवंबर को दोपहर ढाई बजे मुंबई में निधन हो गया। वे इकहत्तर वर्ष के थे तथा काफी समय से बीमार थे। मुंबई के विलेपार्ले फ्लैट से बॉम्बे हॉस्पिटल ले जाने के दौरान उनका निधन हो गया। उस्ताद की अंतिम इच्छा थी कि उनके निधन पर उनका अंतिम संस्कार जोधपुर में उनके वालिद के स्मारक के पास ही किया गया। उनका जन्म 15 अप्रैल 1940 को सीकर में हुआ था। कुछ समय पश्चात उनके पिता सारंगीवादक उस्ताद गुलाब खान जोधपुर आ गए। वर्ष 2010 में उन्हें पद्मभूषण अवार्ड से नवाजा गया। प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर के बुलावे पर पहले तो वे जोधपुर से नागपुर (महाराष्ट्र ) गए। उस्ताद सुल्तान खान ने कुछ समय बाद बंबई जा रुख किया और जल्दी ही फिल्मी दुनिया के मशहूर संगीतकारों गुलाम खां, नौशाद, खय्याम आदि के चहेते कलाकार बन गए। उन्होंने पाकीजा, उमराव जान सहित अनेक फिल्मों में सारंगी का कमाल दिखाया वहीं बैंडिट क्वीन, गंगाजल, बिग ब्रदर में अपने संगीत के रस से दर्शकों का मनोरंजन

अलवर में आयोजित किया गया सतरंगी मत्स्य उत्सव

अलवर जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग व नगर विकास न्यास के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार 25 नवंबर को प्रातः इंदिरा गांधी स्टेडियम में दो दिवसीय मत्स्य उत्सव का विधिवत शुभारंभ किया गया। मत्स्य उत्सव के शुभारंभ अवसर पर जिला कलक्टर आशुतोष एटी पेडणेकर, जिला प्रमुख साफिया खान, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम नारायण सिंह, एसडीएम द्वितीय श्रवण कुमान बुनकर, एसीएम नीलिमा तक्षक, एसडीएम प्रतीभा पारीक एवं कांग्रेस नेता नरेंद्र शर्मा मौजूद थे। मत्स्य उत्सव के शुभारंभ के बाद जिला कलक्टर, जिला प्रमुख व कांग्रेस नेता नरेंद्र शर्मा बैलून में उड़े। इसके बाद अलवर दर्शन कार्यक्रम में पर्यटकों को ऐतिहासिक स्थलों सिलीसेढ़, हाजीपुर ढढ़ीकर फोर्ट, विजय मंदिर सहित अन्य स्थानीय पर्यटक स्थलों का भ्रमण कराया गया। इस अवसर पर नवीन स्कूल में चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसी दिन कलक्टर कार्यालय में अलवर ट्यूरिम डाट कॉम वेबसाइट जारी की गई। उत्सव के दौरान पुराना सूचना केंद्र से मूसी महारानी की छतरी तक हैरिटेज वॉक एवं शोभायात्रा का आयोजन भी किया गया। शोभायात्रा में अजमेर से आए कच्छी घोड़ी नृत्य के कलाकारों ने क

राजस्थान सरकार के संसदीय सचिव-

1. श्री ब्रह्मदेव कुमावत 2. श्री दिलीप चौधरी 3. श्री नानालाल नीनामा 4. श्री रामकेश मीणा 5. श्री रमेश चन्द मीणा 6. श्री गिर्राज सिंह मलिंगा 7. श्री गजेन्द्र सिंह शक्तावत 8. श्रीमती जाहिदा खान 9. श्री जयदीप डूडी 10. श्री कन्‍हैया लाल झंवर 11. श्रीमती ममता भूपेश 12. श्री राजेन्‍द्र सिंह बिधूडी 13. श्री रामस्‍वरूप कसाना

राजस्थान सरकार ने की विभिन्न पदों पर नियुक्तियां

पिछले कुछ दिनों से चल रहे राजनीतिक नियुक्तियों के क्रम में सरकार ने निम्नांकित मुख्य पदों पर नियुक्तियां की हैं- 1. राजस्थान हाउसिंग बोर्ड का अध्यक्ष- कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष परसराम मोरदिया (नियुक्ति तीन साल के लिए तथा कैबिनेट मंत्री का दर्जा) 2. राजस्थान खादी व ग्रामोद्योग बोर्ड का अध्यक्ष- कांग्रेस नेता अनिल पारीक (नियुक्ति तीन साल के लिए तथा राज्य मंत्री का दर्जा) 3. राजस्थान जन अभाव अभियोग निराकरण समिति का अध्यक्ष- कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव तथा वर्तमान में एआईसीसी सदस्य मुमताज मसीह (नियुक्ति तीन साल के लिए तथा राज्य मंत्री का दर्जा) 4. किसान आयोग का अध्यक्ष- कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नारायण सिंह ( कार्यकाल दो वर्ष के लिए और कैबिनेट मंत्री का दर्जा ) 5. राजस्थान अल्पसंख्यक आयोग का अध्यक्ष- पूर्व विधायक माहिर आजाद ( कार्यकाल तीन वर्ष के लिए और राज्य मंत्री का दर्जा ) 6. राजस्थान मदरसा बोर्ड का अध्यक्ष- कोटा के मौलाना फजले हक ( कार्यकाल तीन वर्ष के लिए और राज्य मंत्री का दर्जा ) 7. राजस्थान डांग क्षेत्रीय विकास मंडल का अध्यक्ष- पूर्व आईएएस

'डालमिया पानी पर्यावरण पुरस्कार-2011' शरद जोशी को

पर्यावरण और जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राजस्थान राज्य स्तर का 'डालमिया पानी पर्यावरण पुरस्कार-2011' पिछले दिनों जयपुर संभाग के श्री शरद जोशी को प्रदान किया गया। झुन्झुनूं जिले के बिसावा स्थित श्री रामकृष्ण जय दयाल डालमिया संस्था द्वारा आयोजित समारोह में पाँचवाँ डालमिया पानी-पर्यावरण पुरस्कार जोधपुर के पूर्व राज्य सभा सदस्य गजसिंह द्वारा प्रदान किया गया। समारोह की अध्यक्षता प्रवासी उद्योगपति रघुहरि डालमिया ने की। पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपए, शाल एवं श्रीफल दिया गया। जोशी को यह पुरस्कार राजस्थान के दस जिलों के आदिवासियों, दलितों, गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले लोगों महिलाओं व बच्चों की आजीविका सुरक्षा, आर्थिक न्याय व मूल अधिकारों से जुड़े कार्य के लिए दिया गया है। इस अवसर पर मुख्य वक्ता रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित प्रो. राजेंद्र सिंह ने जल के घटते स्तर पर चिंता जाहिर करते हुए जल सरंक्षण की अपील की तथा जल स्त्रोत के अनुसार कृषि करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्रकृति से प्रगति करे लेकिन उसका बाजारीकरण न करें। संभाग स्तर पर अन्य सांत्वना पु

मोरदिया हाउसिंग बोर्ड, पारीक खादी बोर्ड और मसीह जन अभाव निराकरण समिति के अध्यक्ष मनोनीत

पिछले दो दिन से चल रहे राजनीतिक नियुक्तियों के क्रम में सरकार ने दिनांक 20 एवं 21 नवंबर 2011 को निम्नांकित मुख्य पदों पर नियुक्तियां की हैं- 1. राजस्थान हाउसिंग बोर्ड का अध्यक्ष- कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष परसराम मोरदिया (नियुक्ति तीन साल के लिए तथा कैबिनेट मंत्री का दर्जा) 2. राजस्थान खादी व ग्रामोद्योग बोर्ड का अध्यक्ष- कांग्रेस नेता अनिल पारीक (नियुक्ति तीन साल के लिए तथा राज्य मंत्री का दर्जा) 3. राजस्थान जन अभाव अभियोग निराकरण समिति का अध्यक्ष- कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव तथा वर्तमान में एआईसीसी सदस्य मुमताज मसीह (नियुक्ति तीन साल के लिए तथा राज्य मंत्री का दर्जा)

राज्य ग्रामीण विकास संस्थान (एस.आई.आर.डी.)

देश के सभी राज्यों में राज्य ग्रामीण विकास संस्थानों (एस.आई.आर.डी.) की स्थापना की गई है। ये संस्थान पूर्ण रूप से भारत सरकार द्वारा समर्थित हैं। मुख्य संस्थान हैदराबाद में है, जिसे ‘‘राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान (एन.आई.आर.डी.)’’ के नाम से जाना जाता है। प्रत्येक राज्य में विद्यमान इन संस्थानों का मूल उददेश्‍य पंचायती राज, ग्रामीण विकास तथा अन्य संबंधित क्षेत्रों में क्षमता विकास प्रशिक्षण आयोजित करना है। राजस्थान का एस.आई.आर.डी. राज्य के केबिनेट के आदेश के तहत 1999 में एच.सी.एम. रीपा से अधिग्रहीत कर इंदिरा गाँधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान में शामिल कर दिया गया था। इस कारण एस.आई.आर.डी. अब राजस्थान इन्दिरा गांधी पंचायती राज संस्थान (आई.जी.पी.आर.एस.) तथा ग्रामीण विकास संस्थान ( जी. वी. एस.) जयपुर का ही एक भाग है। एस.आई.आर.डी. को राजस्थान में ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज विभाग के प्रतिनिधियों तथा पदाधिकारियों के क्षमता विकास का कार्य दिया गया है। इसमें पंचायतीराज संस्थाओं तथा ग्रामीण विकास से संबंधित अधिनियमों, नियमों, कार्यों तथा प्रक्रियाओं के बारे में क्षमताओं का विकास करन

इंदिरा गाँधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान

यह संस्थान जिसे "आईजीपीआर एंड जीवीएस" के संक्षिप्त नाम से जाना जाता है, जयपुर में जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर स्थित है। • इस संस्थान का उद्भव मार्च, 1984 में राजस्थान सरकार के केबिनेट प्रस्ताव द्वारा स्वायत्तशासी संस्थान के रूप में हुआ। • यह पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास के क्षेत्र मे मानव संसाधन विकास हेतु राज्य के सर्वोच्च संस्थान के रूप मे कार्यरत है। • इसे मार्च, 1989 मेँ राजस्थान सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1958 के तहत सोसायटी के रूप में पंजीकृत किया गया। • जुलाई, 1999 में राज्य सरकार के केबिनेट निर्णय द्वारा "राज्य ग्रामीण विकास संस्थान" (एस.आई.आर.डी.) का इस संस्थान मे विलय किया जिसका विस्तृत विवरण आगे के पोस्ट में दिया गया है। संस्थान का लक्ष्य- इस संस्थान का लक्ष्य सतत विकास हेतु क्षमता विकास (प्रशिक्षण) के माध्यम से ग्रामीण समाज में आमूलचूल परिवर्तन करना है। संस्थान के मुख्य उद्देश्य- • पंचायती राज संस्थाओं तथा ग्रामीण विकास के चुने गए प्रतिनिधियों, अधिकारियों तथा पंचायती राज संस्थाओं के साथ कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओं को प्रशिक्षित करना। • पं

अनोखी सौंदर्य प्रतियोगिता- अलवर की पूर्व सफाईकर्मी इंदिरा को न्यू प्रिंसेज 2011 का ताज

कभी सिर पर मैला ढोने का काम करने वाली इंदिरा अठवाल को विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर दिनांक 19 नवंबर को न्यू प्रिंसेज 2011 का सोने का ताज पहनाया गया। सौंदर्य प्रतियोगिता में 38 महिला प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। इस प्रतियोगिता की विशिष्ट बात यह थी कि ये सभी प्रतिभागी पहले सिर पर मैला ढोने का काम करती थीं। सभी राजस्थान के अलवर और टोंक की रहने वाली थीं। इंदिरा अठवाल अलवर की रहने वाली हैं। उन्हें बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा धूपिया ने स्वर्ण ताज पहनाया और दो लाख रुपए का नगद पुरस्कार दिया। प्रतियोगिता में टौंक की 22 वर्षीय डॉली परवाना दूसरे और 21 वर्षीय तुलसी तीसरे स्थान पर रहीं। प्रतियोगिता का आयोजन सफाई कर्मियों के जीवनोद्धार के लिए काम करने वाली संस्था सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गनाइजेशन ने किया। इस अवसर पर उपस्थित संसदीय मामलों के राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सिर पर मैला ढोने की प्रथा को खत्म करने में संस्था के योगदानों की सराहना की। इस कार्यक्रम में सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक श्री बिन्देश्वरी पाठक सहित कई कवि, लेखक, साहित्यकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।

राजस्थान सरकार का नवगठित मंत्रिमंडल

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास 11 विभाग- गृह एवं न्याय, वित्त एवं करारोपण, आयोजना, नीति निर्धारण, कार्मिक, प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय, आरएसबीआई, जीएडी, नागरिक उड्डयन, सूचना तकनीकी एवं संचार, कैबिनेट राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री- 1. दुर्रू मियां- चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा, चिकित्सा शिक्षा 2. अशोक बैरवा- सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता 3. बीना काक- पर्यटन, कला-संस्कृति, प्रिंटिंग स्टेशनरी, वन एवं पर्यावरण, महिला एवं बाल विकास का अतिरिक्त प्रभार 4. भरत सिंह- सार्वजनिक निर्माण 5. बृज किशोर शर्मा- प्राथमिक माध्यमिक व संस्कृत शिक्षा, भाषा व भाषाई अल्पसंख्यक विभाग, देवस्थान विभाग का अतिरिक्त प्रभार 6. डॉ. जीतेन्द्र सिंह- ऊर्जा, पीएचईडी, भूजल, सूचना एवं जनसंपर्क 7. हरजीराम बुरडक- कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन 8. हेमाराम चौधरी- राजस्व, जल संसाधन, उपनिवेशन 9. महेन्द्रजीत सिंह मालवीय- जनजाति क्षेत्रीय विकास, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग का अतिरिक्त प्रभार 10. परसादी लाल मीणा- सहकारिता, खाद्य एवं नागरिक आ

अंतर्राष्ट्रीय पॉप स्टार तथा यूनिसेफ की ब्रांड एम्बेसेडर शकीरा ने की छात्राओं से मुलाकात

प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय पॉप स्टार तथा यूनिसेफ की ब्रांड एम्बेसेडर शकीरा ने दिनांक 15 नवंबर को राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (एसआईईआरटी) उदयपुर के चिल्ड्रन मीडिया लैब में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 17 ग्रामीण छात्राओं से मुलाकात की, उनके स्कूल और घर के अनुभव सुनें और छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। यूनिसेफ की ओर से आयोजित इस मुलाकात कार्यक्रम में शकीरा ने राजस्थान के प्रति प्यार भी जताया। छात्राओं ने शकीरा से डांस सिखाने के लिए कहा तो शरीका ने उलटा पूछा कि क्या तुम मुझे राजस्थानी डांस सिखाओगी? इसके जवाब में छात्राओं ने नाचना शुरू किया तब शकीरा ने तालियां बजाकर उनकी हौसला अफजाई की। एक छात्रा ने कृष्ण तुम बांसुरी की धुन बजाया ना करो... एवं अन्य गीत पर डांस किया। इस दौरान सभी छात्राएं गीत गा रही थीं तथा तालियां बजाकर शकीरा भी उन्हें उत्साहित कर रही थीं। अंत में शकीरा ने कहा आई लाइक राजस्थानी फोक। छात्राओं ने शकीरा को बताया कि गरीब और असहाय होने के कारण घर से दूर आवासीय विद्यालय में रहना पड़ रहा है। इस पर शकीरा ने कहा कि अगर तुम्हारे लिए बस लगवा दी जाए तो क्या

समसामयिक घटना चक्र- समसामयिक पुरस्कार

जमनालाल बजाज पुरस्कारों की घोषणा प्रसिद्ध जमनालाल बजाज ट्रस्ट द्वारा इस वर्ष के जमनालाल बजाज पुरस्कारों की घोषणा नई दिल्ली में की गई। इस वर्ष भी चार क्षेत्रों में इन पुरस्कारों की घोषणा की गई है। 1. अनुपम मिश्र को ग्राम विकास हेतु विज्ञान एवं तकनीक, 2. रमेश भैया एवं विमला बहन, विनोबा आश्रम, शाहजहांपुर, उत्तरप्रदेश को रचनात्मक कार्य, 3. शोभना रानाडे को महिला, बाल कल्याण एवं विकास हेतु जानकीदेवी बजाज पुरस्कार एवं 4. इंडोनेशिया की सुश्री आगस्ट इंदिरा उदयन को भारत से बाहर गांधी विचार के प्रसार हेतु प्रदान किया गया है। जमनालाल बजाज फाउंडेशन की स्थापना 1977 में जमनालाल बजाज की स्मृति में की गई थी। अनुपम मिश्र गांधी शांति प्रतिष्ठान के पर्यावरण कक्ष के प्रभारी एवं द्वैमासिक पत्रिका गांधी मार्ग (हिन्दी) के सम्पादक हैं। वे पूर्व में गांधी शांति प्रतिष्ठान के सचिव पद पर भी कार्यरत रह चुके हैं। उन्होंने अनेक अविस्मरणीय पुस्तकें - देश का पर्यावरण, हमारा पर्यावरण, आज भी खरे हैं तालाब, राजस्थान की रजत बूंदे आदि का लेखन व सम्पादन किया है। मध्यप्रदेश के मूल निवासी व कवि भवानी प्रसाद मिश्र के

पूर्व मंत्री खेतसिंह राठौड़ का निधन

लंबी अस्वस्थता के बाद राज्य के पूर्व केबिनेट मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी खेतसिंह राठौड़ का दिनांक 15 नवंबर को सुबह एमडीएम अस्पताल में निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे। इसी दिन शाम को राजकीय सम्मान से उनका अंतिम संस्कार किया गया। वे सुखाडिया सरकार में उपमंत्री, हरिदेव जोशी, शिवचरण माथुर और पिछली अशोक गहलोत सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रहे थे। खेत सिंह राठौड़ की पार्थिव देह को उनके भतीजे किशोरसिंह ने मुखाग्नि दी। खेतसिंह के परिवार में पत्नी रामकंवर के अलावा बेटी उषाकंवर व दामाद परमवीर मेजर शैतानसिंह के पुत्र नरपत सिंह भाटी हैं। राठौड़ सांस में तकलीफ के बाद 8 नवम्बर से एमडीएम की सीसीयू में भर्ती थे। वे दो दिन से वेंटिलेटर पर थे और पेरिटोनियल डायलेसिस चल रही थी। सिंह के निधन की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व मंत्रीपरिषद के राजेंद्र पारीक, दुर्रू मियां, भरतसिंह, शांति धारीवाल सहित कई राजनेता जोधपुर पहुंचे। सभी ने उनके पावटा स्थित निवास पर अंतिम दर्शन कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। उनकी अंतिम यात्रा में गहलोत सहित कई राजनेता, पुलिस व प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए। जयपुर में मंत्रिपरिषद की बैठक

खेल समसामयिक घटनाचक्र

रणजी में दोहरा शतक लगा कर एलीट क्लब में आए राजस्थान के अशोक मेनारिया उदयपुर के 21 वर्षीय अशोक मेनारिया रेलवे के खिलाफ अपनी दोहरे शतक की पारी की बदौलत एलीट क्लब में सम्मिलित हो गए हैं। उनका नाम अब राजस्थान की ओर से रणजी में दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाजों में शुमार हो गया है। कॅरिअर का 12वां प्रथम श्रेणी मैच खेल रहे अशोक मेनारिया ने 408 गेंदों की पारी में 21 चौके व तीन छक्के लगाए। गत विजेता राजस्थान ने मेनारिया के इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत मैच की पहली पारी में रनों की बरसात करते हुए रेलवे की टीम पर दबाव बना दिया तथा इस रणजी मैच के 8/521 रन के स्कोर पर पारी घोषित की। टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में युवा बल्लेबाजों अशोक मेनारिया और रॉबिन बिष्ट की मुख्य भूमिका रही। मेनारिया ने जहां 230 रन की उत्कृष्ट पारी खेली, जबकि बिष्ट ने 167 रन बनाए। मैच के दूसरे दिन खेल समाप्ति तक रेलवे ने एक विकेट खोकर 32 रन बनाए। एशियन टेबल सॉकर चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम के कोच बने राजस्थान के राजेंद्र सिंह कुआलालंपुर में 23 से 28 नवंबर तक होने वाली एशियन टेबल सॉकर चैंपियनशिप के लिए राजस्थान के राजेंद्र स

दिव्या सिंह और हबीब गौरान आरपीएससी सदस्य बनाए गए

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिनांक 19 नवंबर को राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य के रूप में दिव्या सिंह और हबीब खां गौरान को सदस्य मनोनीत किया है। दिव्या सिंह भरतपुर से भाजपा के पूर्व सांसद विश्वेंद्र सिंह की पत्नी हैं। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में उन्हें राज्य कर्मचारी चयन आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था और केबिनेट स्तर का दर्जा दिया था। आरपीएस से पदोन्नत होकर आईपीएस बने हबीब खां गौरान अभी बीकानेर में एसपी हैं। लाड़ कुमारी जैन राजस्थान महिला आयोग तथा रणदीप धनखड़ राजस्थान पर्यटन निगम के अध्यक्ष राजस्थान सरकार ने 20 नवंबर को एक आदेश जारी कर राजस्थान महिला आयोग के अध्यक्ष पद पर लाड़ कुमारी जैन को तथा श्री रणदीप धनखड़ को राजस्थान पर्यटन निगम के संचालक मंडल का अध्यक्ष नियुक्त किया है। लाड़ कुमारी जैन राजस्थान विश्वविद्यालय महिला एसोसिएशन (रूवा) की भी अध्यक्ष है। रणदीप धनखड़ मूलतः झुंझुनु जिले के निवासी है तथा जयपुर में व्यापार करते हैं। इनका कार्यकाल तीन वर्ष का होगा तथा इन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है।

"कुंभलगढ़ व रावली टाडगढ़ अभयारण्य" में छह ईको टूरिज्म स्थल विकसित होंगे

राज्य के "कुंभलगढ़ व रावली टाडगढ़ अभयारण्य" में छह ईको टूरिज्म प्रोजेक्ट्स को विकसित करने के लिए केंद्र सरकार ने लगभग 6 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस अभयारण्य में ईको-पर्यटन की संभावना के मद्देनजर वन विभाग द्वारा यह प्रोजेक्ट केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय भेजा गया था। यह आशा व्यक्त की जा रही है कि इस योजना के विकसित होने से यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए और अधिक आकर्षण का केंद्र बन जाएगा। प्राप्त समाचारों के अनुसार इसमें कुंभलगढ़ ईको टूरिज्म प्रोजेक्ट के तहत राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ अभयारण्य व ऐतिहासिक दिवेर, पाली जिले के रणकपुर को और अजमेर जिले के रावली टाडगढ़ प्रोजेक्ट में रावली टाडगढ़ अभयारण्य, अजमेर जिले के धूलेश्वर, पाली के कालीघाटी बीलबेरी, बागरी को विकसित किया जाएगा। इन क्षेत्रों में पहले से ही भारी संख्या में पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है लेकिन इस प्रोजेक्ट के तहत जब क्षेत्र में सुविधाएं व एडवेंचर प्वाइंट विकसित होंगे तो पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी। इससे एक और जहाँ सरकार को राजस्व बढ़ेगा, वहीं स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी बढ़ेंगे। दो वर्षो में पूरा किए ज