पूर्व के काल में लिखे अथवा लिखवा ए ग ए राजकीय , अर्द्ध राजकीय अथवा लोक लिखित साधन पुरालेख सामग्री के अन्तर्गत आते हैं। फारसी/उर्दू भाषा लिखित पुरालेखा सामग्री जिसमें फरमान, अहकाम , सनद , रुक्का , निशान , अर्जदाश्त , मूसूर , हस्बुलहुक्म , रम्ज , इन्शा , रुकाइयत , वकील रिपोर्ट एवं अखबारात प्राप्त हुए हैं, जबकि राजस्थानी या हिन्दी भाषा में लिखे गए पट्टे-परवानें , रोजनामचे , बहियां , खरीते , खतूत , अर्जियां , अर्जदाश्त, हकीकत , याददाश्त , गांवों के नक्शे , हाले-हवाले , चिट्ठियां , पानडी अखबारात, बाकीयात डायरी आदि इतिहास जानने के उपयोगी मुख्य स्रोत हैं । साथ ही अंग्रेजी भाषा में लिखित अथवा प्रकाशित पुरालेखा में राजपूताना एजेन्सी रिकॉर्ड , रिकार्ड्स ऑफ़ फॉरेन एण्ड पोलीटिकल डिपार्टमेन्ट , ट्यूर रिपोर्ट मेमाईस तथा पत्रों आदि के साथ-साथ मेवाड़ और मारवाड़ में संकलित सामग्री उपलब्ध है। ये रिकार्ड्स जयपुर के अतिरिक्त मेवाड़, जोधपुर व कोटा में भी प्राप्त हुए हैं, जिन्हें जोधपुर रिकॉर्ड , बीकानेर रिकॉर्ड अथवा मारवाड़ रिकार्ड्स, जयपुर रिकॉर्ड, कोटा रिकॉर्ड अथवा
राजस्थान की कला, संस्कृति, इतिहास, भूगोल व समसामयिक तथ्यों के विविध रंगों से युक्त प्रामाणिक एवं मूलभूत जानकारियों की वेब पत्रिका "The web magazine of various colours of authentic and basic information of Rajasthan's Art, Culture, History, Geography and Current affairs