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आधारभूत विकास हेतु परिषद का गठन-

आधारभूत परियोजनाओं से सम्बन्धित , विशेषकर सार्वजनिक निजी   सहभागिता पर विकसित परियोजनाओं के लिए नीति निर्धारण हेतु 28 अक्टूबर 2014 को राज्य सरकार ने जयपुर में एक आदेश जारी कर मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा   राजे की अध्यक्षता में एक परिषद का गठन किया है।   आधारभूत विकास हेतु गठित परिषद में सार्वजनिक निर्माण मंत्री , जल संसाधन मंत्री , ऊर्जा   मंत्री , मुख्य सचिव , सलाहकार (आधारभूत संरचना एवं सार्वजनिक निजी सहभागिता) , अतिरिक्त मुख्य सचिव (इन्फ्रास्ट्रक्चर) एवं प्रमुख शासन सचिव (वित्त) सदस्य होंगे। सचिव आयोजना इसके संयोजक होंगे जबकि सम्बन्धित अतिरिक्त मुख्य सचिव , प्रमुख शासन सचिव एवं शासन सचिव   इसके विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे। सार्वजनिक निजी सहभागिता परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए संस्थागत तंत्र एवं इसके लिए संभावित क्षेत्र के लिए विचार करने के साथ साथ इन परियोजनाओं के सफलतापूर्वक   क्रियान्वयन के लिए सम्बन्धित अन्य नीतियों पर भी विचार करेगी। इसके अतिरिक्त यदि परियोजना की राशि विभागों की वित्तीय शक्तियों से अधिक अथवा 500 करोड़ रुपये से ज्यादा हो   तो परिषद् इन पर भी वि

Rajasthan GK Quiz- 22 August, 2014

1. चम्बल नदी द्वारा बनाया जाने वाला चूलिया जल-प्रपात कहाँ स्थित है? रावतभाटा (चित्तौड़गढ़) मेनाल (भीलवाड़ा) राश्मी (चित्तौड़गढ़) भैंसरोड़गढ़ (चित्तौड़गढ़) 2. अजमेर की नाग पहाड़ियों से निकलने वाली नदी है- लूनी घग्गर बनास माही 3. किस नदी को राजस्थान की कामधेनु भी कहा जाता है? चम्बल को कालीसिंध को बनास को माही को 4. चम्बल राजस्थान से उत्तर प्रदेश में किस स्थान के पास प्रवेश करती है? आगरा इटावा चरक नगर मथुरा 5. भारत की एकमात्र अन्तर्वाही नदी हैं? लूनी घग्गर बनास माही 6. किस नदी को दक्षिणी राजस्थान की स्वर्ण रेखा कहा जाता है? साबरमती को सोम को जाखम को माही को 7. किसे राजस्थान की मरूगंगा और राजस्थान की जीवन रेखा कहा जाता है?

Rajasthan GK Quiz- 21 August, 2014

Rajasthan GK Quiz- 21 August, 2014 Rajasthan GK Quiz- 21.8.2014 नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करके आलेख में दी गई सामग्री को पढ़े और खेलें एक क्विज... http://rajasthanstudy.blogspot.in/2014/07/blog-post_26.html आइये खेलें इस पर एक क्विज.... 'जोधपुर राज्य री ख्यात' के अनुसार मल्लिनाथ जी का जन्म कहाँ हुआ था? गोपड़ी गाँव में भिरड़कोट में मंडोर में सालोड़ी गाँव में लोक देवता मल्लिनाथ जी के नाम पर किसका नाम मालानी पड़ा? नागौर का बाड़मेर का जोधपुर का पाली का लोक देवता मल्लिनाथ जी की रानी का नाम क्या था? पद्मा दे भटियानी रानी पेमल रूपां दे लोक देवता मल्लिनाथ जी के गुरु थे? रामदेव जी रामानंद संत उगमसी इनमे से कोई नहीं चैत्र कृष्ण सप्तमी से चैत्र शुक्ला सप्तमी तक 15 दिन का विशाल 'मल्लीनाथ पशु मेला' कहाँ भरता है? मंडौर में तिलवाड़ा में सांचौर में सिवाना में देवताओं तथा वीरों की साल में कहाँ स्थित है जहां मल्लिनाथ जी की घोड़े पर सवार की प्रतिमा बनी हुई है? सांभर में सिवाना में मंडौर में भीनमाल में रावल मल्लिनाथ जी के पिता का नाम क्या था?

Rajasthan GK Quiz- 19 August, 2014

Rajasthan GK Quiz Rajasthan GK Quiz किस क्षेत्र में बाणमाता कुलदेवी की आराधना होती है? मेवाड़ में हाडौती में मेवात में मारवाड़ में राजस्थान में औरंगजेब की मृत्यु तक अपने को स्वतंत्र करने का प्रयास करने वाला कौनसा राजपूत राज्य था? कोटा जयपुर मारवाड़ बूंदी जयपुर शहर को 1876 में ब्रिटिश साम्राज्य के किस सदस्य के स्वागत में गुलाबी रंग से रंगवाया गया था? किंग एडवर्ड प्रिंस अलबर्ट महारानी विक्टोरिया प्रिंस चार्ल्स राजस्थान में सर्वाधिक वन किस जिले में हैं? कोटा जैसलमेर प्रतापगढ़ उदयपुर क्रान्तिकारी नौजवान तैयार करने के उद्देश्य से भारत की स्वतंत्रता से लगभग 40 वर्ष पूर्व जयपुर में व विजय सिंह पथिक अर्जुन लाल सेठी माणिक्यलाल वर्मा हीरालाल शास्त्री किस राज्य में सर्वाधिक संख्या में ऊँट और बकरियाँ हैं? राजस्थान आंध्रप्रदेश पंजाब उत्तर प्रदेश भराड़ी क्या है? भीलों के विवाह का एक रिवाज सहरिया का एक वाद्य यंत्र भीलों द्वारा घर की दीवार पर बनाये जाने वाले चित्र खाद्यान्नों के संग्रहण की एक व्यवस्था धराड़ी क्या है? भीलों के विवाह का एक रि

BARMER DISTRICT OF RAJASTHAN - राजस्थान का बाड़मेर जिला

बाड़मेर जिला दक्षिण पश्चिमी राजस्थान के थार मरूस्थल के मध्य स्थित है। 12वीं शताब्दी में परमार शासक बाहड़राव द्वारा प्राचीन बाड़मेर को बसाया गया था , जिसकी स्थिति किराड़ू के पहाडों के पास स्थित 'जूना बाड़मेर' थी। विक्रम संवत् 1608 में जोधपुर के शासक रावल मालदेव ने जूना बाड़मेर पर अधिकार कर लिया व वहां का सरदार भीमा जैसलमेर भाग गया। भीमा ने जैसलमेर के भाटी राजपूतों के साथ सैन्य बल मजबूत कर मालदेव के साथ युद्ध किया एवं पुनः पराजित होने पर बापड़ाउ के ठिकाने पर 1642 में सुरम्य पहाड़ियो की तलहटी में वर्तमान बाड़मेर नगर बसाया। बाड़मेर प्रारम्भ से ही भारत एवं मध्य एशिया के मध्य ऊॅंटो के कारवां से होने वाले व्यापारी मार्ग पर होने से बाड़मेर आर्थिक रूप से समृद्ध रहार । सन् 1899 में बाड़मेर जोधपु रेल्वे सम्पर्क से जुड़ा , जिससे रेल्वे ने बाड़मेर को भारत के अन्य शहरों से जोड़कर विकास के नये आयाम प्रदान किए। भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित होने से सन् 1965 एवं 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान बाड़मेर का नाम भारत के मानचित्र पर विशेष रूप से उभरा। वर्तमान में बाड़मेर में निकले