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Rajasthan Current Affairs
राजस्थान समसामयिक घटनाचक्र

डॉ. राजा बाबू पंवार राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (आरयूएचएस) के तथा प्रो बारेठ महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति नियुक्त राज्यपाल ने एक आदेश जारी कर डॉ. राजा बाबू पंवार को राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (आरयूएचएस) का कुलपति नियुक्त किया है। डॉ. राजा बाबू को अपने कार्यभार संभालने की तिथि से तीन वर्ष के लिए या 62 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो, के लिए कुलपति नियुक्त किया है। डॉ राजा बाबू वर्तमान में हेल्थ यूनिवर्सिटी के कार्यवाहक कुलपति के रूप में कार्य कर रहे थे। बीकानेर के जाने माने वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजा बाबू पंवार सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य रह चुके हैं। इसके साथ ही महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर का नया कुलपति प्रो. रूपसिंह बारेठ को बनाया गया है। वे राजस्थान विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हैं। उनकी नियुक्ति तीन वर्ष के लिए की गई है। एमडीएस यूनिवर्सिटी में कुलपति का पद करीब 9 माह से रिक्त था। प्रो. बारेठ अंतरराष्ट्रीय संबंधों के जानकार हैं। प्रतापगढ़ में पहला कांठल महोत्सव आयोजित प्र

समसामयिक घटना चक्र-
वर्ष 2012 के पद्म पुरस्कारों की घोषणा-
राजस्थान के भी सात रत्न पुरस्कृत होंगे

वर्ष 2012 के पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। सूची इस प्रकार है- पद्म विभूषण पुरस्कार 1. केजी सुब्रमण्यन- कला-पेंटिंग एवं मूर्तिकला 2. दिवंगत मारियो डी मिरांडा - कला-कार्टूनिस्ट 3. दिवंगत भूपेन हजारिका- कला-गायन 4. कांतिलाल हस्तिमल संचेती- मेडिसिन-आथरेपेडिक्स 5. टीवी राजेश्वर- सिविल सेवा पद्म भूषण पुरस्कार 1. शबाना आजमी - कला-सिनेमा 2. खालिद चौधरी- कला-थियेटर 3. जतिन दास- कला-पेंटिंग 4. पंडित बुद्धदेव दासगुप्ता- कला-वाद्य संगीत-सरोद 5. धर्मेन्द्र- कला-सिनेमा 6. टी विश्वनाथन गोपालकृष्णन- कला- शास्त्रीय गायन एवं वाद्य संगीत 7. मीरा नायर- कला- सिनेमा 8. एमएस गोपालकृष्णन- कला- वाद्य संगीत- वायलिन 9. अनीश कपूर- कला- मूर्तिकला- इंग्लैंड 10. सत्य नारायण गोयनका- समाज सेवा 11. न्यायमूर्ति पी चंद्रशेखर राव- सार्वजनिक मसले- जर्मनी 12. जॉर्ज योंग बून येओ- सार्वजनिक मसले- सिंगापुर 13. प्रो. शशिकुमार- विज्ञान इंजीनियरिंग 14. डॉ. एमएस रघुनाथन- विज्ञान इंजीनियरिंग 15. सुबैया मुरुगप्पा वेल्लयन- व्यापार उद्योग 16. बालासुब्रह्मण्यन मु

वर्ष 2012 के पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वालों में राजस्थान के भी 7 रत्न

वर्ष 2012 के पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वालों में राजस्थान के भी सात प्रमुख व्यक्तित्व भी शामिल है। ये व्यक्तित्व निम्नांकित हैं- >पद्म भूषण विजेता- 1. श्री अरविंद पानगड़िया >पद्मश्री विजेता- 1. स्वप्न गुहा (सेरेमिक कलाकार) 2. लिंबाराम (तीरंदाज) 3. साकर खाँ (माँगणियार कलाकार) 4. मोहनलाल कुम्हार (टेराकोटा कलाकार) 5. देवेन्द्र झांझड़िया (पेराओलंपिक एथलीट) 6. फरीदुद्दीन डागर (ध्रुपद गायक) इस वर्ष 2012 के पद्मभूषण प्राप्त करने वाले मूलतः भीलवाड़ा के रहने वाले अप्रवासी राजस्थानी प्रो. अरविंद पानगडिया अमरीका के कोलंबिया विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र पढ़ाते हैं। वे एशियाई विकास बैंक, विश्व बैंक, आईएमएफ, विश्व व्यापार संगठन में सेवा दे चुके हैं। वे करीब एक दर्जन किताबें लिख चुके हैं। पद्मश्री जीतने वाले जयपुर के स्वप्न गुहा तीन दशक से सेरेमिक क्षेत्र में सक्रिय, इंडियन सेरेमिक सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष हैं तथा उदयपुर जिले के रहने वाले लिंबाराम (खेल) भारतीय तीरंदाजी टीम के कोच हैं जबकि प्रसिद्ध ध्रुपद गायक फरीदुद्दीन डागर का जन्म उदयपुर में हुआ था तथा टेराकोटा की लोककला को

समसामयिक घटनाचक्र
रणजी ट्रॉफी में लगातार दूसरी बार चैंपियन बना राजस्थान, तमिलनाडु को पहली पारी बढ़त के आधार पर हराया

चेन्नई के चेपक स्टेडियम में खेले गए रणजी ट्रॉफी के फाइनल में राजस्थान ने मेजबान तमिलनाडु को ड्रॉ मैच में पहली पारी में मिली 326 रन की बढ़त के आधार पर हरा कर अपना खिताब बरकरार रखा। इस प्रकार राजस्थान एक बार फिर घरेलू क्रिकेट का बादशाह बन गया है। मैच के अंतिम दिवस दिनांक 23 जनवरी 2011 को राजस्थान ने पांच विकेट पर 204 रन बनाकर दूसरी पारी घोषित की तथा तमिलनाडु को 531 रन का असंभव लक्ष्य दिया। तमिलनाडु ने जब दूसरी पारी में आठ रन पर दो विकेट गंवाए, तब दोनों कप्तान मैच समाप्त करने पर राजी हो गए। ये दोनों विकेट स्पिनर गजेंद्र सिंह ने लिए। इस मैच में राजस्थान के कप्तान ऋषिकेश कानिटकर ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया जिसे बल्लेबाजों ने उचित साबित करते हुए विनीत सक्सेना के शानदार 257 रनों तथा आकाश चौपड़ा के 94 व कप्तान ऋषिकेश कानिटकर 67 रनों के साथ पहली पारी में विपक्षी टीम को 621 रनों का विशाल लक्ष्य दिया। इसके जवाब में तमिलनाडु की टीम पहली पारी में मात्र 295 रन ही बना सकी तथा राजस्थान को पहली पारी में 326 की बढ़त प्राप्त हुई। तमिलनाडु की ओर से इस पारी में 150 रनों की बेहतरीन पारी खेली

Dadhimati Mata temple of Goth Manglod-
गोठ मांगलोद का दधिमति माता मंदिर शक्तिपीठ-

गोठ और मांगलोद नामक गाँवों के मध्य नागौर जिला मुख्यालय से उत्तर पूर्व में लगभग 44 किमी दूरी पर जायल तहसील में एक प्राचीन शक्ति पीठ स्थित है जो दधिमति माता के मंदिर के नाम से विख्यात है। 'दाहिमा' (दाधीच) ब्राह्मण दधिमति माता को अपनी कुलदेवी मानते हैं तथा इस मंदिर को अपने पूर्वजों द्वारा निर्मित मंदिर मानते हैं। यहाँ से प्राप्त एक अभिलेख के अनुसार इस मंदिर का निर्माण विक्रम संवत 665 (608 ई.) के लगभग माना जाता है, जिसके अनुसार इस मंदिर के निर्माण के लिए दाधीच ब्राह्मणों द्वारा दान किया गया था, जिसका मुखिया 'अविघ्न नाग' था। कुछ विद्वान अभिलेख लिपि के अक्षर तथा राजस्थान में गुप्त राजाओं का शासन क्षेत्र के आधार पर इस मंदिर का निर्माण गुप्त शासनकाल के अंतिम दिनों में चौथी शताब्दी में हुआ मानते हैं। कुछ विद्वान उपरोक्त काल से असहमत होते हुए, इसे 9 वीं शताब्दी का मानते हैं।   दधिमति दधिची ऋषि की बहन थी। दधिमति माता को महालक्ष्मी का अवतार माना जाता है। दधिमति का जन्म माघ शुक्ल सप्तमी (रथ सप्तमी) को आकाश के माध्यम से हुआ माना जाता है। दधिमति माता का मंदिर देवी महामात्य का वर्

शेहान करुणतिलका को पहली ही रचना के लिए दक्षिण एशियाई साहित्य का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार

जयपुर साहित्य महोत्सव (जयपुर लिटरेचर फेस्टीवल) के दौरान सिंगापुर में रह रहे श्रीलंकाई लेखक शेहान करुणतिलका को उनकी अंग्रेजी में लिखी गई प्रथम पुस्तक ‘चाइनामैन’ के लिए दक्षिण एशियाई साहित्य का 2012 का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार दिया गया। पुरस्कार के रूप में उन्हें 50,000 अमरीकी डॉलर की राशि प्रदान की गई। समारोह की मुख्य अतिथि भूटान की राजमाता आशि दोरजी वांगमो वांगचुक ने शेहान करुणतिलका को पुरस्कार से सम्मानित किया। इस पुरस्कार की घोषणा अक्टूबर 2011 में ही ब्रिटेन में हुए डीएससी दक्षिण एशियाई साहित्य महोत्सव में कर दी गई थी। चाइनामैन नामक उपन्यास में क्रिकेट को एक रूपक की तरह प्रयुक्त किया गया है। इस उपन्यास में खेल के ज़रिए श्रीलंका को नए और रोचक अंदाज़ में देखने की प्रयास किया गया है। पुरस्कार की दौड़ में दक्षिण एशिया क्षेत्र के छह लेखकों की रचनाएं शामिल थी। इनमें चाइनामैन के अतिरिक्त निम्नांकित पुस्तकें थी- 1. यू आर अनंतमूर्ति की अनुवादित पुस्तक ‘भारतीपुत्र’ 2. चंद्रकांता की पुस्तक ‘ए स्ट्रीट इन श्रीनगर’ 3. उषा के आर की किताब ‘मंकी-मैन’ 4. तबिश ख़ैर की किताब ‘द थिंग अबाउट ठग्स’ 5. क

राजस्थान की धरोहर किराडू के प्राचीन मंदिर

यह स्थान राजस्थान के बाड़मेर से लगभग 35 किमी उत्तर-पश्चिम में है। किराडू के विश्व प्रसिद्ध पाँच मंदिरों का समूह बाड़मेर मुनाबाव रेलमार्ग पर खड़ीन स्टेशन से 5 किमी पर हथमा गांव के पास पहाड़ी के नीचे अवस्थित है। किराडू की स्थापत्य कला भारतीय नागर शैली की है। बताया जाता है कि यहाँ इस शैली के लगभग दो दर्जन क्षत विक्षत मंदिर थे लेकिन अभी ये केवल 5 हैं। यहाँ के मंदिरों में रति दृश्यों के स्पष्ट अंकन होने की वजह से किराडू को राजस्थान का खजूराहो भी कहा जाता है। सन् 1161 के एक शिलालेख के अनुसार किराडू का प्राचीन नाम किरात कूप था तथा यह किसी समय परमार राजाओं की राजधानी था। इतिहासकारों के अनुसार किरातकूप पर गुजरात के चालुक्य राजवंश के प्रतिनिधि के रूप में परमार शासकों का शासन था। बताया जाता है कि चन्द्रावती के परमार राजा कृष्णराज द्वितीय के पुत्र सच्चा राजा ने 1075 एवं 1125 ईस्वी के मध्य इस स्वतंत्र राज्य की स्थापना की। इन्हीं के वंशज सोमेश्वर ने सन् 1161 तक किराडू पर शासन किया तथा सन् 1178 तक यह महाराज पुत्र मदन ब्रह्मदेव के अधीन रहा और उसके बाद आसल ने यहाँ शासन किया था। यही वह काल था