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2011 के नोबल पुरस्कार विजेता- 2

2011 के नोबल पुरस्कार विजेता- 2 : 4-The Nobel Prize in Literature 2011 स्वीडन के लोकप्रिय कवि टामस ट्रांसटोमर को वर्ष २०११ का साहित्य का प्रतिष्ठित नोबल पुरस्कार दिया ...

2011 के नोबल पुरस्कार विजेता-1

Creative Teachers सृजनशील शिक्षक: 2011 के नोबल पुरस्कार विजेता-1 :   स्वीडिश वैज्ञानिक और डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड बर्नाड नोबेल की संपत्ति से हर साल उन लोगों को सम्मानित किया जाता है जिनके कार्यों...

राजस्थान सामान्य ज्ञान- विशेष समसामयिक घटनाचक्र

नवनिर्मित छबड़ा थर्मल पावर प्लांट की दूसरी इकाई से उत्पादन शुरू बारां जिले की छबड़ा थर्मल पावर प्लांट की 250 मेगावाट की दूसरी इकाई के सिंक्रोनाइज होने के एक वर्ष बाद 15 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से विद्युत का व्यावसायिक उत्पादन प्रारंभ कर दिया गया। यहां 250-250 मेगावाट की दो और इकाईयों के जून-2012 तक प्रारंभ होने की पूरी संभावना है। प्रदेश में बिजली उत्पादन में वृद्धि करने के लिए हाडौती के छबड़ा एवं झालावाड़ जिले में 2200 मेगावाट के थर्मल प्लांट स्थापित किए गए थे। इसमें छबड़ा में 250 मेगावाट की पहली इकाई से व्यावसायिक उत्पादन ठीक से शुरू हो गया, लेकिन 250 मेगावाट की दूसरी इकाई में व्यवधान आ गया था। इस इकाई को सितंबर-10 में सिंक्रोनाइज किया गया। फिर टरबाइन में आई समस्या को दूर करने के लिए इसे 8 जुलाई को बंद कर दिया। 1 अक्टूबर को इसे फिर से सिंक्रोनाइज किया गया। 14 दिन का ट्रायल पूरा करने के पश्चात 15 अक्टूबर को इससे व्यावसायिक उत्पादन प्रारंभ किया गया। इसके साथ ही झालावाड़ में कालीसिंध नदी पर बन रहे 600-600 मेगावाट की दो इकाइयों व 160 मेगावाट गैस आधारित विद्युत उत्पादन इकाइयों से भी र

आई आई टी जोधपुर द्वारा विकसित सस्ते टेब्लेट पीसी "आकाश" का वितरण

सस्ती एवं सुगम ढंग से सूचना प्रौद्योगिकी को जन जन तक पहुँचाने के लिए विद्यार्थियों को कम कीमत पर लैपटाप उपलब्ध कराने की केन्द्र सरकार की परिकल्पना छह वर्ष बाद आखिर 6 अक्टूबर को उस समय साकार हुई, जब देश के सबसे सस्‍ते टैबलेट पीसी 'आकाश' को केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल द्वारा औपचारिक रूप से प्रस्तुत किया गया। उनके द्वारा एक समारोह में 500 छात्रों को यह सस्ते उपकरण प्रदान किए। लिनक्स पर आधारित इस पीसी में अधिगम को सुगम बनाने के लिए ब्राडबैंड इंटरनेट, वीडियो कांफ्रेंसिग तथा मीडिया प्लेयर जैसे आधुनिकतम अनुप्रयोग भी उपलब्ध है। त्वरित ऐप्लीकेशन के लिए इसमें कोर ग्राफिक्स एक्सीलेटर लगाया गया है। इस उपकरण को वाई-फाई से जोड़ा जा सकता है और यह 3 जी मोडम को भी सपोर्ट करेगा। इसमें दो यूएसबी पोर्ट की भी सुविधा है। इसे कीबोर्ड, वेबकैम और अन्य जरूरी उपकरणों को भी इसमें जोड़ा जा सकता है। इस कम्प्यूटर का विकास मानव संसाधन विकास मंत्रालय की राष्ट्रीय स्कूली शिक्षा सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी योजना (एन.एस.ई.आई.सी.टी. योजना) के तहत आई.आई.टी. राजस्थान के सहयोग से किया गया है तथा इ

भारतीय सेना का युद्धाभ्यास सुदर्शन चक्र

भारतीय सेना पश्चिमी राजस्थान से लगती पाक सीमा के नजदीक थार रेगिस्तान में इस सदी के सबसे बड़े युद्धाभ्यास ऑपरेशन "सुदर्शन चक्र" के अंतर्गत अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रही है। शीतकालीन युद्धाभ्यास का शंखनाद नौ अक्टूबर को बाड़मेर के रेतीले इलाके में सेना के अर्जुन टैंक, बोफोर्स तोपों व आधुनिक हथियारों के साथ काल्पनिक युद्ध के रूप में हो रहा। उधर खबर यह भी है कि पाकिस्तान पश्चिमी सीमा क्षेत्र में मिसाइलों की तैनाती में भी जुटा है। इससे जैसलमेर, जोधपुर व जयपुर सहित देश के कई बड़े नगर लुधियाना, अमृतसर, दिल्ली, अहमदाबाद, भोपाल व मुम्बई इन मिसाइलों के निशाने पर हैं। इसका मुँहतोड़ जवाब देने की भारतीय सेना ने भी पूरी तैयारी कर ली है तथा इस अभ्यास के माध्यम से वह यह व्यक्त कर देगी कि वह पाकिस्तान के मिसाइल हमलों का करारा जवाब देने में सक्षम है। समाचारों के अनुसार दो माह पहले पश्चिम सीमा पर जैसलमेर सेक्टर के सामने धोरों में ड्रेगन (चीन) की इंजीनियरिंग व मैकेनाइज्ड रेजिमेंट के साथ पाक ने गुपचुप युद्धाभ्यास किया था। अब वह सीमा के पास लघु दूरी की हत्फ, हत्फ-1, अब्दाली, गजनवी, मध्यम दूरी की शाहीन-

पर्यावरण के लिए बलिदान की याद में भरता है खेजड़ली का मेला

पर्यावरण संरक्षण के लिए पश्चिमी राजस्थान संपूर्ण विश्व में जाना जाता है। राजस्थानी की प्रसिद्ध कहावत "सर साठे रूंख रहे तो भी सस्तो जाण" (अर्थात सिर कटवा कर वृक्षों की रक्षा हो सके, तो भी इसे सस्ता सौदा ही समझना चाहिए) को जोधपुर जिले का खेजड़ली गाँव के लोगों ने पूरी तरह से चरितार्थ किया था जहाँ संवत् 1787 की भादवा सुदी दशमी को खेजड़ी के पेड़ों की रक्षा के लिए विश्नोई जाति के 363 व्यक्तियों ने अपने प्राणों की आहूति दी थी। वनों के संरक्षण तथा संवर्द्धन के लिए संत जांभोजी के अनुयायी विश्नोई समाज ने सदैव सामाजिक प्रतिबद्धता को उजागर किया है। जांभोजी ने संवत् 1542 की कार्तिक बदी अष्टमी को विश्नोई धर्म का प्रवर्तन किया तथा अपने अनुयायियों को "सबद वाणी" में उपदेश दिया कि वनों की रक्षा करें। उन्होंने अपने अनुयायियों से उनतीस (20+9) नियमों के पालन करने के लिए प्रेरित किया। बीस + नौ नियमों के पालन के उपदेश के कारण ही उनके द्वारा प्रवर्तित संप्रदाय को विश्नोई संप्रदाय कहा गया। इन नियमों में से एक नियम हरे वृक्ष को नहीं काटने का भी था। इस संप्रदाय के सैकड़ों लोगों द्वारा खेजड़ली

राजस्थान समसामयिक सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी- 6 अक्टूबर 2011

1. राजस्थान एवं मध्यप्रदेश की चार नदियों को जोड़ने की प्रस्तावित पीकेसीबी लिंक परियोजना में सम्मिलित नदियों के नाम क्या है? उत्तर- पार्वती, कालीसिंध, चम्बल और बनास 2. नोबेल पुरस्कार के लिए नामित राजस्थान के प्रसिद्ध साहित्यकार की विजयदान देथा की किस कहानी पर अमोल पालेकर द्वारा निर्देशित फिल्म 'पहेली' का निर्माण किया गया था? उत्तर- दुविधा 3. जोधपुर के एयरबेस के एयरफोर्स स्टेशन पर अग्रिम पंक्ति के किस सुपरसोनिक लड़ाकू विमान की एक स्क्वाड्रन की तैनाती हाल ही में की गई है? उत्तर- सुखोई 30 4. 'वोट के बदले नोट‘ प्रकरण में आरोपित राजस्थान के किस पूर्व भाजपा सांसद को गिरफ्तार किया गया था? उत्तर- महावीर भगोरा 5. हाल ही में किस देश के राष्ट्रपति भवन द्वारा विभिन्न पदों के लिए मांगे गए आवेदन फार्म की पांचवीं सूची में अंतरराष्ट्रीय भाषाओं की सूची के दूसरे भाग में मराठी के बाद मारवाड़ी का नाम भी दर्ज है? उत्तर- अमेरिका 6. किस जिले में जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग एवं मारवाड़ कल्चरल एंड डवलपमेंट सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय "मारवाड़ समारोह" का आय