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समसामयिक घटनाचक्र-
भारतीय सेना का रेगिस्तान में वार गेम ' ऑपरेशन विजयी भव '

राज्य के श्रीगंगानगर जिले में सूरतगढ़ में पाकिस्तान से सटी सीमा के नजदीक 45 डिग्री से ऊपर तपते थार रेगिस्तान में भारतीय थल सेना व वायुसेना द्वारा दिनांक 9 से 15 मई तक सात दिनों तक संयुक्त वारगेम ‘ऑपरेशन विजयी-भव’ का अभ्यास किया गया। वार गेम की विशेषताएँ > श्रीगंगानगर जिले के 45 डिग्री सेल्सियस तापमान में थलसेना व वायुसेना ने किया अभ्यास। > 50 हजार से अधिक सैनिकों व अधिकारियों ने भाग लिया। > वायुसेना के लड़ाकू विमान सुखोई, मिराज, जगुआर और मिग श्रृंखला के विमानों के अलावा लड़ाकू हेलिकॉप्टर चेतक, चीता व ध्रुव भी शामिल हुए। > काल्पनिक जंग में सेना की स्ट्राइक कोर ने भी अपनी ताकत व दक्षता दिखाई। > इस अभ्यास से सेना में शामिल किए गए नए युद्ध टैंकों, आधुनिक हथियारों व उपकरणों का ट्रायल करने के साथ ही परमाणु, जैविक व रासायनिक युद्ध से निपटने का अभ्यास किया गया। > वायुसेना द्वारा लड़ाकू विमानों से बमबारी करने और मिसाइलों की मारक क्षमता का आकलन किया गया।

RAJASTHAN STATE COMMISSION FOR WOMEN - राजस्थान राज्य महिला आयोग

राजस्थान में राज्य महिला आयोग की स्थापना के लिए राज्य सरकार द्वारा 23 अप्रैल, 1999 को एक विधेयक राज्य विधानसभा में प्रस्तुत किया गया। इस विधेयक के पारित होने पर 15 मई, 1999 को राज्य सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार राजस्थान राज्य महिला आयोग का गठन किया गया। इतिहास- संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1975 को अंतर्राष्ट्रीय महिला वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की। फिर उस के बाद से 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए, संयुक्त राष्ट्र संघ ने महिलाओं के दशक के रूप में 1976-85 की घोषणा की। सीईडीएडब्ल्यू (कन्वेंशन महिलाओं के खिलाफ भेदभाव के उन्मूलन) पर 1979 में हस्ताक्षर किए, जो महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सुनिश्चित करता है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संधि है। लेकिन भारत ने 9 जुलाई, 1993 इस संधि सीईडीएडब्ल्यू पर कुछ संशोधनों के साथ हस्ताक्षर किए हैं, कि इससे न केवल लैंगिक भेदभाव को रोकता है, लेकिन यह भी सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक क्षेत्रों में महिलाओं के खिलाफ भेदभाव को रोकने के लिए, संधि पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत मे

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज– 15 मई 2011

1. स्वाधीनता आंदोलन के समय 1889 में हिन्दी भाषा में प्रकाशित प्रथम दैनिक समाचार पत्र "राजस्थान समाचार" संपादक कौन थे? उत्तर- मुंशी समर्थदान 2. डूंगरपुर प्रजामण्डल की स्थापना 1944 में किसके द्वारा की गई थी? उत्तर- भोगीलाल पण्ड्या द्वारा 3. किस प्रजामण्डल का गठन 1938 में पं. हरिनारायण शर्मा व कुंजबिहारी मोदी द्वारा किया गया? उत्तर- अलवर प्रजामंडल 4. किस सन् में भरतपुर प्रजामण्डल का गठन गोपीलाल यादव की अध्यक्षता में किया गया? उत्तर- 1938 में 5. किसकी अध्यक्षता में धौलपुर प्रजामण्डल 1936 में गठित किया गया? उत्तर- कृष्णदत पालीवाल की 6. मेवाड़ प्रजामण्डल की स्थापना 24 अप्रैल, 1938 को किसकी अध्यक्षता में की गई? उत्तर- बलवंत सिंह मेहता की 7. भुसावर के किस स्वाधीनता सेनानी को बेगार का विरोध करते समय भरतपुर में 5 फरवरी, 1947 को बस से कुचल कर मार डाला गया? उत्तर- रमेश स्वामी को 8. जोधपुर के किस स्वतंत्रता सेनानी की 19 जून, 1942 को जोधपुर केन्द्रीय कारागृह में भूख-हडताल के दौरान मृत्यु हुई? उत्तर- बालमुकुन्द बिस्सा की 9. स्वाधीनता आंदोलन के समय मारवाड़ हितका

प्रमुख प्राचीन मुद्राएं और उनके प्रचलन का क्षेत्र-

1. झाड़शाही- जयपुर अथवा ढूंढ़ाड़ प्रदेश 2. रामशाही- बूँदी व जयपुर 3. मुहम्मदशाही- जैसलमेर 4. सलीमशाही- प्रतापगढ़, बाँसवाड़ा 5. लछमनशाही- बांसवाड़ा 6. हाली- बूँदी 7. कटारशाही- झालावाड़ 8. मदनशाही- झालावाड़ 9. गजशाही- बीकानेर 10. रावशाही- अलवर 11. विजयशाही- जोधपुर 12. फदका या फदिया मुद्रा- मारवाड़ 13. वीर दामन की मुद्राएं- बांसवाड़ा 14.आलमशाही- मेवाड़ 15.मेहताशाही- मेवाड़ 16.चांदोडी- मेवाड़ 17.स्वरूपशाही- उदयपुर 18.भूपालशाही- उदयपुर 19.उदयपुरी- उदयपुर 20.चित्तौड़ी- चित्तौड़ 21.भीलवाड़ी- भीलवाड़ा 22.त्रिशूलिया- उदयपुर 23.फींतरा- उदयपुर 24. अखैशाही- जैसलमेर 25. उदयशाही- डूंगरपुर 26. भींडरी पैसा- भींडर उदयपुर

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज-
14.5.2011

1. जैसलमेर के किस स्वाधीनता सेनानी को जेल में जिंदा जला दिया जिससे 4 अप्रैल, 1946 को उनका देहांत हो गया था? उत्तर- सागरमल गोपा को 2. सागरमल गोपा द्वारा रचित पुस्तक का नाम क्या है? उत्तर- जैसलमेर का गुण्डाराज 3. राजस्थान का गाँधी किसे कहा जाता है? उत्तर- गोकुल भाई भट्ट को 4. स्वाधीनता आंदोलन के समय रचे गए पंछीडा गीत के रचनाकार कौन थे? उत्तर- माणिक्य लाल वर्मा 5. वागड का गाँधी किसे कहा जाता है? उत्तर- भोगीलाल पण्ड्या को 6. सन् 1935 ई. में डूंगरपुर में किसके द्वारा हरिजन सेवा संघ की स्थापना की गई, जिसे 1920 में अजमेर में स्थानांतरित कर दिया गया था? उत्तर- भोगीलाल पाण्ड्या ने 7. वर्धा में 1919 में अर्जुनलाल सेठी, केसरी सिंह बारहठ व विजय सिंह पथिक ने किस संघ की स्थापना की थी? उत्तर- राजस्थान सेवा संघ की 8. सन् 1920 में मारवाड़ सेवा संघ की स्थापना चांदमल सुराणा व साथियों द्वारा कहाँ की गई थी? उत्तर- जोधपुर में 9. जयनारायण व्यास द्वारा ब्यावर से प्रकाशित किए गए राजस्थानी भाषा के प्रथम राजनैतिक समाचार पत्र द्वारा का नाम क्या था? उत्तर- आगीबाण 10. अजमेर से सन्

राजीव गाँधी किशोरी बालिका सशक्तिकरण योजना (RGSEAG)-

11 से 18 वर्ष की आयु को किशोरावस्था कहा जाता है। यह अवस्था वयस्क होने के पूर्व का एक महत्त्वपूर्ण समय है। इस अवस्था में शारीरिक, मानसिक तथा भावनात्मक परिवर्तन तेजी से होते हैं। यह मनोवैज्ञानिक विकास की अवस्था है। अतः इस अवस्था में कुपोषण को दूर करने के साथ स्वास्थ्य की देखभाल की जानी चाहिए ताकि भविष्य में होने वाली बीमारियों को रोका जा सके। किशोरी बालिकाओं के शरीर में लौह तत्व एवं रक्त की कमी होने से उनके कार्य करने व नया सीखने की क्षमता कम हो जाती है। इससे उनके सामाजिक व आर्थिक विकास की गति अवरूद्ध हो जाती है। गर्भावस्था में रक्त की कमी से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर बढ़ जाती है। इसी कारण महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा राजीव गाँधी किशोरी बालिका सशक्तिकरण योजना (RGSEAG)- 'सबला' प्रारम्भ की गई है। इस योजना के अंतर्गत राज्य की 11 - 15 वर्ष आयु की स्कूल नहीं जाने वाली तथा 15- 18 वर्ष की सभी बालिकाओं को वर्ष में 300 दिवस पूरक पोषाहार (जिसमें 600 किलो कैलोरी एवं 18 - 20 ग्राम माइक्रो न्यूट्रिएन्ट की मात्रा हो) उपलब्ध कराया जा रहा है। योजना के तहत राज्‍य में पायलट आधार पर 10 जिलों (भील

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज-13.5.2011

1. चित्तौड़गढ़ जिले में भ्रमरमाता का मन्दिर कहाँ स्थित है? उत्तर: छोटी सादड़ी में 2. राजस्थान के किस किले को गढ़ बिरली भी कहा जाता है? उत्तर: अजमेर के तारागढ़ को 3. चित्तौड़ के पास स्थित प्राचीन मेवाड़ की मज्झमिका (मध्यमिका) या नगरी से प्राप्त ताम्रमुद्रा इस क्षेत्र को कौनसा जनपद घोषित करती है? उत्तर: शिविजनपद 4. आलमशाही, मेहताशाही, चांदोडी, स्वरुपशाही, भूपालशाही, उदयपुरी, चित्तौड़ी, भीलवाड़ी त्रिशूलिया, फींतरा आदि किसके नाम हैं? उत्तर- प्राचीन मुद्राओं के 5. नागौर में किस प्रसिद्ध सूफी संत की दरगाह है, जो अजमेर के बाद राजस्थान में इस्लाम के प्रमुख केन्द्र के रूप में विख्यात है? उत्तर- हमीदुद्दीन नागौरी की 6. किस लोक संत के सभी सिद्धान्त '29 शिक्षा’ के नाम से जाने जाते हैं? उत्तर- जम्भोजी 7. रियासत कालीन राजस्थान में राजस्‍व-प्रशासन की सबसे नीचे की कड़ी कौन था? उत्तर- चौकीदार या गांव का मुखिया 8. रियासत कालीन राजस्थान में राजस्व वाद का अन्तिम अपील का न्‍यायाधीश कौन होता था? उत्तर- राजा 9. देश में रॉक फॉस्फेट का सबसे बडा भण्डार कौनसी खान है? उत्तर- झामर

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज-
11. 5. 2011

1. खनन क्षेत्रों से प्राप्त आय की दृष्टि से राष्ट्रीय आय में राजस्थान राज्य का कौनसा स्थान है? उत्तर- पाँचवां 2. अलौह धातु सीसा, जस्ता एवं तांबे के उत्पादन मूल्य की दृष्टि से देश में राजस्थान का कौनसा स्थान है? उत्तर- प्रथम स्थान 3. लौह खनिज टंगस्टन आदि के उत्पादन मूल्य में राजस्थान प्रदेश का देश में कौनसा स्थान है? उत्तर- चौथा स्थान 4. ईमारती एवं सजावटी पत्थरों के उत्पादन में देश के कुल उत्पादन का कितने प्रतिशत उत्पादन कर राजस्थान का प्रथम स्थान है? उत्तर- 95 प्रतिशत 5. एमरॉल्ड, टंगस्टन व केडमियम खनिज राजस्थान के अलावा अन्य किस राज्य में उपलब्ध है? उत्तर- किसी में नहीं 6. राजस्थान में समस्त भारत के उत्पादन का वोलेस्टोनाईट एवं जास्पर का कितने प्रतिशत उत्पादित किया जाता है? उत्तर- 100 प्रतिशत 7. राजस्थान में जस्ता कन्सन्ट्रेट का समस्त भारत के कितने प्रतिशत उत्पादन किया जाता है? उत्तर- 99 प्रतिशत 8. देश के कुल कितने प्रतिशत फ्लोराईट का उत्पादन राजस्थान में किया जाता है? उत्तर- 96 प्रतिशत 9. राजस्थान में देश के कितने प्रतिशत जिप्सम का उत्पादन किया जाता है?

राजस्थान में पारसी हिन्दी रंगमंच

बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ से देश में एक नई रंगमंचीय कला "पारसी थियेटर" का विकास हुआ। किंतु अधिकांश विद्वान यह भी मानते हैं कि इस शैली का विकास "शेक्सपीरियन थियेटर" से प्रभावित होकर इंग्लैड में हुआ था। यह रंगमंचीय विधा लगभग आधी सदी तक उत्तर भारत में जन चेतना के संचार का सशक्त माध्यम रही। पारसी रंगमंच कला के विशिष्ट तत्व निम्नांकित हैं - (1) अभिनेताओं द्वारा मुख-मुद्राओं तथा हावभाव का व्यापक प्रदर्शन। (2) नाटक का निश्चित कथात्मक स्वरूप। (3) बोलचाल की भाषा का समावेश तथा संवाद की एक खास शैली। पारसी थियेटर शैली ने तीसरे दशक में राजस्थान के रंगकर्मियों पर पूरा प्रभाव डाला। कहा जाता है कि सर्वप्रथम बरेली के जमादार साहब की थिएटर कंपनी राजस्थान आई थी। इसके पश्चात स्व. लक्ष्मणदास डाँगी ने जोधपुर में मारवाड़ नाटक संस्था की स्थापना की तथा जानकी स्वयंवर, हरीशचंद्र, भक्त पूरणमल जैसे कई नाटक किए। इस कंपनी ने जयपुर, लखनऊ और कानपुर में भी कई नाटक किए। महबूब हसन नामक व्यक्ति ने आगा हश्र कश्मीरी के लिखे पारसी शैली के अनेक नाटक जयपुर व अलवर मेँ मंचित किए। व्यापक प्रभाव को जम

राजस्थान के प्रमुख नगर एवं उनके संस्थापक

1. अजमेर- श्री अजयपाल 2. अलवर- राव प्रतापसिंह जी 3. भरतपुर- राजा सूरजमल जी 4. बीकानेर- राव बीका जी 5. चित्तौड़- चित्रांगद मौर्य 6. करौली- अर्जुनपाल 7. गंगानगर- श्री गंगासिंह 8. जहाजपुर- राजा जनमेजय 9. जोधपुर- राव जोधा 10. जयपुर- सवाई जयसिंह 11. जैसलमेर- भाटी जैसल 12. खिज्राबाद {चित्तौड़}- खिज्र खां 13. किशनगढ़- किशनसिंह राठौड़ 14. प्रतापगढ़- महारावल प्रतापसिंह जी 15. रतनगढ़- महाराजा रतनसिंह 16. सूरतगढ़- महाराजा सूरतसिंह जी 17. सरदारशहर- महाराजा सरदारसिंह 18. सुजानगढ़ महाराजा सुजानसिंह 19. उम्मेदनगर- श्री उम्मेदसिंह 20. उदयपुर- महाराणा उदयसिंह 21. डूंगरपुर- महारावल डूंगरसिंह 22. सवाई माधोपुर- सवाई माधोसिंह प्रथम