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चारभुजा नाथ का फागोत्सव मेला

चारभुजा नाथ का फागोत्सव मेला- चारभुजा नाथ का फागोत्सव मेला मेवाड़ के चार धामों में से एक भगवान चारभुजानाथ राजसमंद जिले के गढ़बोर ग्राम में स्थित हैं जहाँ वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार दो बड़े धार्मिक मेले लगते हैं-  1. पहला भादवा शुक्ल जलझूलनी एकादशी का मेला और  2. दूसरा होली के दूसरे दिन से प्रारंभ हो कर पंद्रह दिन तक चलने वाला फागोत्सव मेला।  भक्तों की मान्यता के अनुसार पांडव कालीन कृष्ण मूर्ति वाले इस मंदिर में इस दौरान प्रतिदिन गुलाल व अबीर उड़ा कर फाग को उत्सव पूर्वक मनाया जाता है।  फाग के इन्द्रधनुषी रंगों में सराबोर होने के लिए दूरदराज से बड़ी तादाद में भक्त जन इस तीर्थ स्थली में आते हैं। इस फागोत्सव के दौरान पंद्रह दिन तक भगवान की प्रतिमा को रेवाडी में झूलाया जाता है और पुजारी रसिया गाते हैं।  रंगपंचमी को भगवान के बाल स्वरूप को सोने व चाँदी की पिचकारियों से रंग खेलाने की अनूठी परंपरा है।  इस वर्ष यह मेला 20 मार्च से लेकर 2 अप्रैल तक चलेगा।  इस मेले में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी शीतला सप्तमी को शीतला माता की पूजा के उपरांत गाँव भर में प्रातः रंग खेला जाएग

परीक्षापयोगी समसामयिक सामान्य जानकारी

राजस्थान में मृदा एटलस जारी - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के मृदा नामक एटलस का लोकार्पण 6 दिसंबर 2010 को किया। राजस्थान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संकलित इस एटलस में राजस्थान की 344 मृदा श्रेणियों की पहचानकर उनका वर्गीकरण दिया गया है। कृषि, सिंचाई, वन, शहरों के फैलाव, भूमि संरक्षण आदि के अनुरूप इन मृदाओं की क्षमता का कुल छह श्रेणियों में भी वर्गीकरण है। राज्य सरकार की विभिन्न विभागों की योजनाओं की क्रियान्विति में मृदा एटलस उपयोगी बताया गया है। कालबेलिया नृत्य पर डाक टिकट - भारतीय डाक विभाग ने भारत और मैक्सिको के मध्य राजनयिक संबंध के 60 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 15 दिसंबर 2010 को दो स्मारक डाक टिकट जारी किए गए। इन डाक टिकटों में एक पर राजस्थान के कालबेलिया नृत्य को दर्शाया गया है, जबकि दूसरे पर मैक्सिको का राष्ट्रीय नृत्य जराबे टपाटियो को चित्रित किया गया है। गौर तलब है कि भारत और मैक्सिको के बीच वर्ष 1950 में राजनयिक संबंध स्थापित हुआ था। विदेश राज्यमंत्री के स्तर पर एक द्विपक्षीय संयुक्त आयोग का वर्ष 1984 में गठन हुआ था और इस आयोग पर ही द्विपक्षीय स

भरतपुर की होली

सभी पाठकों को होली की शुभकामनाएँ राजस्थान के विभिन्न इलाकों में होली अलग अलग तरीकों से अलग ही अंदाज व अनूठी परंपरा के साथ मनाई जाती है। राजस्थान का भरतपुर क्षेत्र ब्रज का भाग होने से वहाँ की संस्कृति पर ब्रजांचल का पूरा प्रभाव है। यहाँ होली अत्यंत ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है। ब्रजांचल फाल्गुन के आगमन के साथ ही होली के रंग में रंगना शुरू हो जाता है। यहाँ होली की परंपरा अत्यंत ही प्राचीन है तथा कृष्ण भक्ति से ओतप्रोत है। कृष्ण भक्ति के रस में डूबे हुए होली के रसिया गीत ब्रज की धरोहर है, जिनमें नायक ब्रजराज रास बिहारी भगवान श्रीकृष्ण तथा नायिका ब्रजेश्वरी राधारानी को ह्रदय के अंतरतम में विराजमान करके भक्ति भावना से हुरियारे लोग रसिये गाते हुए रंगों से सराबोर होते हुए होली खेलते हैं। ब्रज के गाँव गाँव में ब्रजवासी अपने लोकवाद्य "बम" के अलावा ढप, ढोल एवं झांझ बजाते हुए रसिया गाते हैं। डीग ब्रज की ह्रदयस्थली है, होली उत्सव में यहाँ की ग्रामीण महिलाएँ अपने सिर पर भारी भरकम चरकुला रखकर उस पर जलते दीपकों के साथ नृत्य करती हैं। चरकुला यहाँ का प्रसिद्ध लोकनृत्य है। संपूर्ण ब्रज मे

राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के प्राचीन नाम

1. यौद्धैय - श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ के पास का क्षेत्र 2. अहिच्छत्रपुर - नागौर { जांगल प्रदेश की राजधानी } 3. गुर्जरत्रा - जोधपुर पाली 4. वल्ल /दुंगल/माड - जैसलमेर 5. स्वर्णगिरि - जालोर 6. चंद्रावती - आबू 7. शिव/मेदपाट या प्राग्वाट/मेवाड़ - उदयपुर चित्तौड़ 8. वागड़ - डूंगरपुर बाँसवाड़ा 9. कुरू - अलवर 10. शूरसेन/ब्रजभूमि - भरतपुर करौली धौलपुर 10. हय हय/ हाड़ौती - कोटा बूँदी झालावाड़ 11. विराट/बैराठ - अलवर जयपुर 12. जांगल - बीकानेर जोधपुर 13. शाकम्भरी - सांभर 14. ढूंढाड़ - जयपुर टौंक 15. मालव देश - प्रतापगढ़ व झालावाड़ 16. आलौर - अलवर 17. कांठल - प्रतापगढ़ 18. मत्स्य प्रदेश - भरतपुर अलवर का क्षेत्र 19. गोपालपाल - करौली 20. आर्बुद प्रदेश - सिरोही 21. गोंडवाड़ा - जालोर व पाली का कुछ भाग 22. ब्रजनगर - झालरापाटन

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज -
18 मार्च 2011

1. राजस्थान के एकीकरण के चतुर्थ चरण में किस शहर को वृहद राजस्थान की राजधानी बनाया गया? उत्तर - जयपुर को 2. राजस्थान के एकीकरण के चतुर्थ चरण में 30 मार्च 1949 को बने वृहद राजस्थान का राजप्रमुख किसे बनाया गया था? उत्तर - मानसिंह II को 3. राजस्थान के एकीकरण के चतुर्थ चरण में 30 मार्च 1949 को बने वृहद राजस्थान का मुख्यमंत्री { प्रथम मुख्यमंत्री } किसे मनोनीत किया गया था? उत्तर - हीरालाल शास्त्री को 4. राजस्थान के एकीकरण के चतुर्थ चरण में 30 मार्च 1949 को बने वृहद राजस्थान का उद्घाटन किसने किया था? उत्तर - सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 5. राजस्थान दिवस 30 मार्च को क्यों मनाया जाता है? उत्तर - राजस्थान के एकीकरण के चतुर्थ चरण में 30 मार्च 1949 को वृहद राजस्थान बनने के कारण 6. राजस्थान एकीकरण के पंचम चरण में 15 मई 1949 को मत्स्य संघ, वृहद राजस्थान और नीमराना ठिकाने को संयुक्त कर बनाए गए राज्य का नाम क्या रखा गया? उत्तर - संयुक्त वृहद राजस्थान 7. राजस्थान एकीकरण के पंचम चरण में 15 मई 1949 को गठित संयुक्त वृहद राजस्थान की राजधानी क्या थी? उत्तर - जयपुर 8. राजस्थान एकीकरण क

खाटूश्याम जी का मेला संपन्न

सीकर जिले में स्थित खाटूश्याम जी का फाल्गुन शुक्ला एकादशी का मुख्य लक्खी मेला दिनांक 16 मार्च को भरा गया। इस दिन करीब साढ़े तीन लाख श्रद्धालुओं ने मंदिर में हाजिरी लगा कर दर्शन किए। इस मेले में 17 किमी दूर रींगस से लेकर खाटूश्याम नगर तक का प्रत्येक मार्ग श्रद्धालुओं से अटा पड़ा था। इसमें राजस्थान के साथ साथ हरियाणा, बनारस, दिल्ली, पंजाब, बंगाल व गुजरात से लाखों श्रद्धालु पहुंचे। बाबा श्याम के दर्शन के लिए रींगस से खाटूश्यामजी तक 17 किमी लंबी लाइन में लगना पड़ रहा था। अनुमान के मुताबिक एक मिनट में देश के कोने-कोने से आए करीब 360 श्रद्धालुओं ने शीश के दानी खाटूश्याम के दर्शन किए। इस बार बाबा के मेले में अब तक लगभग 12 लाख श्रद्धालु जुटे। श्रद्धालुओं की भीड़ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रींगस से खाटूश्यामजी 20 मिनट मे पहुंचने वाले वाहन अब दो घंटों में पहुँच रहे थे। खाटू की तरफ जाने वाले सभी मार्ग श्याम भक्ति में रमे हुए थे। हर तरफ भक्तों का सैलाब उमड़ रहा था, जो श्याम के भजनों पर नाचते-गाते आ रहे थे। रींगस से ही माहौल केसरिया रंग में रंगा नजर आ रहा था। एकादशी पर बाबा श्याम

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज -
17 मार्च 2011


1. राजस्थान के एकीकरण के द्वितीय चरण में 25 मार्च 1948 को बनाए गए राजस्थान संघ का प्रधानमंत्री किसे बनाया गया था? उत्तर - श्री गोकुल चंद असावा को 2. राजस्थान संघ निर्माण 25 मार्च 1948 को हुआ। इसमें राजप्रमुख किसे बनाया गया था? उत्तर - महाराव कोटा श्री भीमसिंह को 3. राजस्थान स्थापना के द्वितीय चरण में बनाए गए राजस्थान संघ की राजधानी किस शहर को रखा गया? उत्तर - कोटा को 4. राजस्थान के एकीकरण में दिनांक 25 मार्च 1948 को कोटा, बूँदी, झालावाड़, बाँसवाड़ा, डूंगरपुर, कुशलगढ़ ठिकाना, प्रतापगढ़, शाहपुरा और टौंक को मिला कर किस संघ की स्थापना की गई? उत्तर - राजस्थान संघ की 5. दिनांक 18 अप्रैल 1948 को राजस्थान संघ में किस रियासत को मिला कर संयुक्त राजस्थान की स्थापना की गई? उत्तर - उदयपुर को 6. दिनांक 18 अप्रैल 1948 को बनाए गए संयुक्त राजस्थान का प्रधानमंत्री किसे बनाया गया? उत्तर - माणिक्य लाल वर्मा को 7. राजस्थान स्थापना के तृतीय चरण में बनाए गए संयुक्त राजस्थान का राजप्रमुख किसे बनाया था? उत्तर - उदयपुर के महाराणा भूपालसिंह को 8. राजस्थान एकीकरण के तृतीय चरण में निर्मित स