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राजस्थानी भाषा में दिए गए साहित्य अकादमी पुरस्कारों की सूची

साहित्य अकादमी स न् 1954 में अपनी स्थापना के समय से ही प्रतिवर्ष अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त भारत की प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है। पुरस्कार की स्थापना के समय पुरस्कार राशि 5,000/- रुपए थी, जो सन् 1983 में बढ़ाकर 10,000/- रुपए कर दी गई, फिर सन् 1988 में बढ़ाकर इसे 25,000/- रुपए कर दिया गया। सन् 2001 से यह राशि 40,000/- रुपए की गई थी। सन् 2003 से यह राशि 50,000/- रुपए की गई तथा सन् 2010 से यह राशि 1,00,000/- रुपए कर दी गई है। पहली बार ये पुरस्कार सन् 1955 में दिए गए। साहित्य अकादमी पुरस्कार एक साहित्यिक सम्मान है जो कुल 24 भाषाओं में की श्रेष्ठ कृतियों को प्रदान किया जाता हैं और राजस्थानी भाषा इनमें से एक भाषा हैं। जिसमें एक ताम्रपत्र के साथ नक़द राशि दी जाती है। नक़द राशि इस समय एक लाख रुपए हैं। साहित्य अकादमी द्वारा अनुवाद पुरस्कार, बाल साहित्य पुरस्कार एवं युवा लेखन पुरस्कार भी प्रतिवर्ष विभिन्न भारतीय भाषाओं में दिए जाते हैं, इन तीनों पुरस्कारों के अंतर्गत सम्मान राशि पचास हजार नियत है। राजस्थानी भाष

Notable compositions of Rajasthani language in medieval time - मध्यकाल में राजस्थानी भाषा की उल्लेखनीय रचनाएं-

क्र. सं. लेखक रचनाएं 1 आसानंद बारठ ( वि . 1563-1660) दूहा राव रिणमल रा दूहा भाटी सत्ता रा उमा दे भटियाणी रा कवित्त राउ चोरसेन रा रूपक रावळ माता सळखावत रो गुण 2 मीराबाई (वि. 1561-1610) मीरां पदावली नरसीजी रो मायरो राग सोरठ राग गोविन्द 3 दुरसा आढ़ा (वि. 1592-1712) विरुद छिहत्तरी किरतारबावनी राव सुरतांण रा कवित्त , श्री कुमार आजाजीनी भूचर मौरी नी गतगत झूलणा राव श्री अमरसिंघजी रा दूहा सोळंकी वीरमदेव रा 4 ईसरदास (वि. 1515-1675) हरिरस छोटो हरिरस गरुड़ पुराण गुण आगम देवियाण गुण-वैराठ हाला झाला री कुंडलिया रास कैलास दांणलीला सामला रा दूहा 5 प्रिथिराज राठौड़ ( वि . 1606- )    वेलि क्रिसण रुकमणी री दसम भागपत रा दूहा गंगा लहरी वसदे रावडत दसरथ रावडत 6 कुसल लाभ (वि. 1595-1655) माधवानल कामकंदला चौपई ढोला मारवणी चौपई तेजसार रास जिनपालित जिन रक्षित संधि गाथा अगड़दत्त रास थंभण पारसनाथ स्तवन गोड़ी पारसनाथ स्तवन श