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Showing posts with the label राजस्थान के कलाकार

रेगिस्तान के धोरो में लोक गायन के संवाहक के माँगणियार लोक कलाकार-

लंगा व माँगणियार समुदाय के लोक कलाकार मूलतः मुस्लिम हैं लेकिन इसके बावजूद इनके अधिकतर गीतों की विषयवस्तु हिंदू देवी-देवताओं की गाथा तथा हिंदू त्योहार दीपावली, होली, गणगौर आदि पर आधारित होती है। ऐतिहासिक दृष्टि से देखा जाए तो ये पूर्व में हिंदू थे किंतु कालांतर में मुस्लिम हो गए। इनमें से कई परिवार स्वयं को मूलतः राजपूत जाति का मानते हैं। ये 'कमयाचा' नामक एक विशेष वाद्य का प्रयोग करते हैं जो सारंगी का ही तरह होता है। इसे घोड़े के बालों से बने गज को इसके तारों पर फ़ेरकर बजाया जाता है। इसके अतिरिक्त उनके वाद्य यंत्रों में खड़ताल, ढोलक, हारमोनियम आदि भी शामिल हैं। माँगणियार समुदाय में कई विख्यात कलाकार हुए हैं जिनमें से 3 विशिष्ट गायकों को 'संगीत नाटक अकादमी' पुरस्कार से सम्मनित किया गया है, वे हैं- सिद्दीक़ माँगणियार, साकर खाँ माँगणियार और लाखा खाँ माँगणियार। साकर खाँ को वर्ष 2012 में पद्मश्री भी प्रदान किया गया है। एक महत्त्वपूर्ण बात और यह है कि माँगणियार समुदाय की रुकमा देवी माँगणियार अपने समुदाय की एकमात्र महिला कलाकार रही है तथा इन्हें वर्ष 2004 में मध्यप्रदेश सरकार द्

"सारेगामा लिटिल चैम्प" विजेता जयपुर के "अजमत हुसैन" को 11 लाख का पुरस्कार

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने जीटीवी के रियलिटी शो "सारेगामा लिटिल चैम्प" प्रतियोगिता के विजेता जयपुर के नन्हे उस्ताद "अजमत हुसैन" को राज्य सरकार की ओर से सम्मानित करते हुए उसे राजस्थान आवासन मंडल की एमआईजी श्रेणी का एक फ्लेट दिया तथा 11 लाख रुपए की फिक्स डिपोजिट करवाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने जयपुर के जवाहर कला केन्द्र में आयोजित "अजमत हुसैन सम्मान समोराह" में उसके गुरू तथा पिता जाफर हुसैन को 51 हजार रुपए एवं कार्यक्रम में अपनी गायन प्रतिभा प्रदर्शित करने वाले युवा व किशोर कलाकारों मास्टर जावेद, मोअज्जम, इमरान, शिवानी जोशी तथा मास्टर रूदाक्ष अग्रवाल को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 5 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि छोटी उम्र में अजमत ने लिटिल चैम्प बनकर पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। आज के युग में संगीत के ऐसे मंच मिल जाते हैं जहां कलाकार अपना मुकाम हासिल कर सकें और अजमत ने ऐसे ही एक मंच से बेहतरीन सफलता पाई। उन्होंने कहा कि यह उनके बुजुर्गों का आशीर्वाद तथा स्वयं की लगन, मेहनत व समर्पण से संभव हुआ। मुख्यमंत्री ने मथुरावालों

राजस्थान के प्रसिद्ध कलाकार- एक नजर मेंराजस्थान के प्रसिद्ध कलाकार- एक नजर में

1- गणपत लाल डांगी – नाटक, गायन व लेखन 2- गवरी देवी - मांड गायन 3- अल्लाह जिलाई बाई - मांड गायन 4- बन्नो बेगम - मांड गायन 5- पेपे खां - सुरणाई वादन 6- मांगीबाई - तेरहताली नृत्य 7- चांद मोहम्मद खान - शहनाई वादन 8- विद्यासागर उपाध्याय - चित्रकला 9- पं. द्वारका प्रसाद शर्मा - चित्रकला 10- रामेश्वर सिंह - चित्रकला 11- बी. जी. शर्मा - चित्रकला 12- पी. एन. चोयल - चित्रकला 13- लालचंद मारोठिया - चित्रकला 14- अब्बास अली बाटलीवाला - चित्रकला 15- हेमंत चित्रकार (शर्मा) - चित्रकला 16- पी. पी. कोटावाला - चित्रकला 17- भूरसिंह शेखावत - चित्रकला 18- ए. एच. मूलर - चित्रकला 19- कुंदनलाल - चित्रकला 20- रामगोपाल विजयवर्गीय - चित्रकला 21- बी. सी. गुई - चित्रकला 22- गोवर्द्धन लाल जोशी 'बाबा' - चित्रकला 23- रामनिवास शर्मा - चित्रकला 24- देवकीनंदन शर्मा - चित्रकला 25- जगदीश सिंह गहलोत - चित्रकला 26- मोनी सान्याल - चित्रकला 27- घासीराम - चित्रकला 28- नरोत्तम नारायण शर्मा - चित्रकला 29- डॉ. नाथूराम वर्मा - चित्रकला 30- कृपालसिंह शेखावत - ब्लू पॉटरी व चित्रकला 31. श्रीलाल जोश