Skip to main content

राजस्थान सामान्य ज्ञान-
प्रतिदिन एक प्रश्न- 4

प्रश्न- राजसिको (RAJSICO) जिसकी स्थापना 3 जून 1961 को एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी के रूप में की गई थी। इसका प्रमुख उद्देश्य लघु उद्योग इकाइयों को कच्चा माल उपलब्ध कराने में आर्थिक सहायता प्रदान करना तथा उत्पादन, प्रबंधन कौशल, उत्पादों के विपणन आदि में सलाह व सहायता देना और प्रशिक्षण देना है। राजसिको (RAJSICO) का पूरा नाम क्या है?

Comments

  1. राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन लिमिटेड

    ReplyDelete
  2. राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन लिमिटेड

    ReplyDelete
  3. Rajasthan small industries corporation ltd.
    3jun1961

    ReplyDelete
  4. Apka answer bilkul sahi hai Ramkishor ji..

    ReplyDelete
  5. दिनेश जी, आपका स्वागत है।

    ReplyDelete

Post a Comment

Your comments are precious. Please give your suggestion for betterment of this blog. Thank you so much for visiting here and express feelings
आपकी टिप्पणियाँ बहुमूल्य हैं, कृपया अपने सुझाव अवश्य दें.. यहां पधारने तथा भाव प्रकट करने का बहुत बहुत आभार

Popular posts from this blog

Civilization of Kalibanga- कालीबंगा की सभ्यता-
History of Rajasthan

कालीबंगा टीला कालीबंगा राजस्थान के हनुमानगढ़ ज़िले में घग्घर नदी ( प्राचीन सरस्वती नदी ) के बाएं शुष्क तट पर स्थित है। कालीबंगा की सभ्यता विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक है। इस सभ्यता का काल 3000 ई . पू . माना जाता है , किन्तु कालांतर में प्राकृतिक विषमताओं एवं विक्षोभों के कारण ये सभ्यता नष्ट हो गई । 1953 ई . में कालीबंगा की खोज का पुरातत्वविद् श्री ए . घोष ( अमलानंद घोष ) को जाता है । इस स्थान का उत्खनन कार्य सन् 19 61 से 1969 के मध्य ' श्री बी . बी . लाल ' , ' श्री बी . के . थापर ' , ' श्री डी . खरे ', के . एम . श्रीवास्तव एवं ' श्री एस . पी . श्रीवास्तव ' के निर्देशन में सम्पादित हुआ था । कालीबंगा की खुदाई में प्राक् हड़प्पा एवं हड़प्पाकालीन संस्कृति के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इस उत्खनन से कालीबंगा ' आमरी , हड़प्पा व कोट दिजी ' ( सभी पाकिस्तान में ) के पश्चात हड़प्पा काल की सभ्यता का चतुर्थ स्थल बन गया। 1983 में काली

Baba Mohan Ram Mandir and Kali Kholi Dham Holi Mela

Baba Mohan Ram Mandir, Bhiwadi - बाबा मोहनराम मंदिर, भिवाड़ी साढ़े तीन सौ साल से आस्था का केंद्र हैं बाबा मोहनराम बाबा मोहनराम की तपोभूमि जिला अलवर में भिवाड़ी से 2 किलोमीटर दूर मिलकपुर गुर्जर गांव में है। बाबा मोहनराम का मंदिर गांव मिलकपुर के ''काली खोली''  में स्थित है। काली खोली वह जगह है जहां बाबा मोहन राम रहते हैं। मंदिर साल भर के दौरान, यात्रा के दौरान खुला रहता है। य ह पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित है और 4-5 किमी की दूरी से देखा जा सकता है। खोली में बाबा मोहन राम के दर्शन के लिए आने वाली यात्रियों को आशीर्वाद देने के लिए हमेशा “अखण्ड ज्योति” जलती रहती है । मुख्य मेला साल में दो बार होली और रक्षाबंधन की दूज को भरता है। धूलंड़ी दोज के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा मोहन राम जी की ज्योत के दर्शन करने पहुंचते हैं। मेले में कई लोग मिलकपुर मंदिर से दंडौती लगाते हुए काली खोल मंदिर जाते हैं। श्रद्धालु मंदिर परिसर में स्थित एक पेड़ पर कलावा बांधकर मनौती मांगते हैं। इसके अलावा हर माह की दूज पर भी यह मेला भरता है, जिसमें बाबा की ज्योत के दर्शन करन

राजस्थान का जनगणना- 2011 के Provisional data अनुसार लिंगानुपात -

वर्ष 2011 की जनगणना के के Provisional data के अनुसार राजस्थान का कुल लिंगानुपात 926 स्त्रियाँ प्रति 1000 पुरुष है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राजस्थान में 0-6 वर्ष की लिंगानुपात 888 स्त्रियाँ प्रति 1000 पुरुष है।   इसमें ग्रामीण क्षेत्र का लिंगानुपात (0-6 वर्ष ) 892 स्त्री प्रति 1000 पुरुष है तथा ग्रामीण क्षेत्र का लिंगानुपात (0-6 वर्ष ) 874 स्त्रियाँ प्रति 1000 पुरुष है। राजस्थान के सर्वोच्च लिंगानुपात वाले 5 जिले- 1 Dungarpur 990 2 Rajsamand 988 3 Pali 987 4 Pratapgarh* 982 5 Banswara 979 राजस्थान के न्यूनतम लिंगानुपात वाले 5 जिले- 1 Ganganagar 887 2 Bharatpur 877 3 Karauli 858 4 Jaisalmer 849 5 Dhaulpur 845 राजस्थान के सर्वोच्च लिंगानुपात (0-6 वर्ष ) वाले 5 जिले- 1. Banswara        934 2. Pratapgarh          933 3. Bhilwara            928 4. Udaipur             924 5. Dungarpur          922   राजस्