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Four percent reservation in promotion for Specially Abled persons

दिव्यांगजन को पदोन्नति में भी 4 प्रतिशत आरक्षण प्रभावी पालना के लिए हर विभाग में नियुक्त होंगे नोडल अधिकारी, मुख्यमंत्री ने किया परिपत्र का अनुमोदन   जयपुर, 26 नवम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार की सीधी भर्तियों के साथ ही पदोन्नतियों में भी दिव्यांगजन को 4 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने का महत्वपूर्ण निर्णय किया है। साथ ही, दिव्यांगजनों को सीधी भर्ती में ऊपरी आयु सीमा एवं न्यूनतम अंकों में छूट का भी लाभ दिए जाने का प्रावधान किया गया है। श्री गहलोत ने इनकी प्रभावी पालना के लिए परिपत्र का अनुमोदन भी कर दिया है। मुख्यमंत्री के इस निर्णय से दिव्यांगजनों को राजकीय सेवाओं में भर्ती एवं पदोन्नति के बेहतर अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। श्री गहलोत ने दिव्यांगजन आरक्षण के प्रावधानों की पालना के लिए प्रत्येक विभाग में नोडल अधिकारी नियुक्त करने के भी निर्देश दिए हैं। इस संबंध में उन्होंने राज्य में राजस्थान दिव्यांगजन अधिकार नियम (संशोधित)-2021 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कार्मिक विभाग द्वारा सभी विभागों को जारी किए जाने वाले परिपत्र का अनुमोदन किया है। पदोन्नति में आरक्षण की पालना सुनिश्चित कर

National Gopal Ratna Award toDairy farmer डेयरी किसान श्री सुरेन्द्र अवाना व कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन श्री राजेश बागड़ा को राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार

डेयरी किसान श्री सुरेन्द्र अवाना व कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन श्री राजेश बागड़ा को राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार जयपुर, 26 नवम्बर। स्वदेशी नस्लों से डेयरी व्यवसाय करने वाले राज्य के प्रगतिशील डेयरी किसान श्री सुरेन्द्र अवाना और सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन श्री राजेश बागड़ा को राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान किया गया।  राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, आनन्द (गुजरात) की ओर से शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में गाय-भैंसों की प्रमाणित स्वदेशी नस्लों की डेयरी करने वाले किसानों, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन तथा सहकारी एवं दुग्ध उत्पादक कम्पनियों को केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य और डेयरी मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत यह पुरस्कार दिए गए। कार्यक्रम में केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने गोपाल रत्न पुरस्कार की 9 श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए। श्री रूपाला ने राजस्थान से स्वदेशी नस्लों की डेयरी किसान में प्रथम पुरस्कार के रूप में श्री सुरेन्द्र आवाना को 5 लाख रुपए एवं सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन श्री राजेश बागड़ा को त

Vatsalya Yojana Rajasthan | वात्सल्य योजना राजस्थान 2021

राजस्थान के देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों को पारिवारिक वातावरण में पालन-पोषण एवं देखरेख सुनिश्चित करने हेतु राजस्थान सरकार द्वारा वात्सल्य योजना (पालन-पोषण देखरेख) का कियान्वयन किया जा रहा है। वात्सल्य योजना के तहत बाल देखरेख संस्थाओं में रह रहे बच्चों को वैकल्पिक परिवार आधारित देखरेख सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। बच्चे का पालन पोषण एवं देखभाल करने वाले माता पिता को एक निश्चित अवधि के लिए प्रतिमाह 2 हजार रूपये की राशि उपलब्ध कराई जाएगी। योजना के तहत् किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम, 2015 के तहत् बच्चों को पारिवारिक वातावरण में पालन-पोषण एवं देखरेख हेतु इच्छुक भावी पोषक माता-पिता को चिन्हित करने हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये हैं।  कोई भी इच्छुक भावी पोषक माता/पिता द्वारा कार्यालय सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई को आवेदन प्रस्तुत कर सकता है।  पोषक माता /पिता के माध्यम से किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम, 2015 की धारा 2 (14) में परिभाषित देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों को अस्थाई पारिवारिक देखरेख (दत्तक ग्रहण से अलग) उपल

Pakhavaj Vadan in Nathdwara - नाथद्वारा में पखावज वादन की परम्परा

  नाथद्वारा में पखावज वादन की परम्परा नाथद्वारा के श्रीनाथजी के मंदिर में पखावज वादन की परंपरा का महत्वपूर्ण स्थान है। यहाँ की यह वादन प्रणाली परम्परागत रूप से कई वर्षों से चली आ रही  है, जो अब तक भी मंदिर में विद्यमान है। बताया जाता है कि राजस्थान के केकटखेड़ा ग्राम में कुछ उपद्रव हो जाने से अव्यवस्था उत्पन्न हो गई थी, इस कारण वहाँ के कुछ लोग उस स्थान को छोड़कर जंगलों की ओर चले गए। इनमें नाथद्वारा की पखावज परम्परा से सम्बन्धित तीन आपस में भाई श्री  तुलसीदास  जी,  श्री  नरसिंह  दास  जी  और  श्री  हालू  जी का नाम विशेष रूप से आता है।   ये तीनों भाई जंगलों में भ्रमण करते रहे तथा भक्ति में लीन हो गये। कहा जाता है कि भक्ति मार्ग से इन्हें संगीत की शक्ति प्राप्त हुई। इस तरह उन तीनों भाईयों का झुकाव संगीत की ओर हो गया। इनमें से दो भाईयों श्री तुलसीदास जी व नरसिंह दास जी की कोई संतान नहीं थी तथा तीसरे भाई हालू जी से ही आगे का वंश चला, जो आज भी पखावज परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। वह लौटकर आमेर आये और वहीं उन्होने निवास किया। श्री हालू जी के दो पुत्र हुए श्री स्वामी जी और श्री छबील दास जी। दूसरे

US India Artificial Intelligence (USIAI) Initiative launched | अमेरिकी भारतीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (यूएसआईएआई) पहल लॉन्च

अमेरिकी भारतीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (यूएसआईएआई) पहल लॉन्च विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने भारतीय-अमेरिकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी फोरम के अमेरिकी भारतीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (यूएसआईएआई) पहल के लॉन्च के दौरान दोनों देशों की समस्याओं के समाधान और प्रगति में बाधाओं को दूर करने के लिए भारत व अमेरिका के बीच विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के संबंधों को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। 17 मार्च 2021 को भारतीय-अमेरिकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी फोरम (आईयूएसएसटीएफ) द्वारा आयोजित लॉन्च कार्यक्रम के लोकार्पण में प्रोफेसर शर्मा ने कहा, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) भविष्य में प्रमुख भूमिका निभा सकती है। हमने भारत में विकास की बाधाओं को पहचान लिया है जो अमेरिका के लिए भी उपयोगी हो सकती है।” आईयूएसएसटीएफ एक द्विदेशीय संगठन है जिसका वित्त पोषण भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) और अमेरिकी राज्य विभाग द्वारा किया जाता है।

Power Minister Shri R K Singh launches GRAM UJALA in Bihar | ग्राम उजाला कार्यक्रम की शुरुआत

विद्युत मंत्री ने की ग्राम उजाला कार्यक्रम की शुरुआत -   कार्यशील पुराने तापदीप्त बल्बों के बदले प्रत्येक ग्रामीण परिवार को 10 रुपये में मिलेंगे एलईडी बल्ब  केंद्रीय विद्युत मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री आर के सिंह ने आज 19 मार्च को बिहार के आरा में आयोजित एक वर्चुअल समारोह में ग्राम उजाला कार्यक्रम की शुरुआत की। अभी भी हमारी ग्रामीण आबादी छूट वाली सस्ती एलईडी का खर्च उठाने में असमर्थ है। इसके चलते ही भारत सरकार ने अब ग्राम उजाला- ग्रामीण भारत के लिए अनुकूल कार्यक्रम बनाया है, जो विशिष्ट और अभिनव रूप से कार्बन वित्त पर आधारित है। इस कार्यक्रम में कार्यशील पुराने तापदीप्त बल्बों के बदले प्रत्येक ग्रामीण परिवार के लिए केवल 10 रुपये में एलईडी उपलब्ध होंगे। प्रत्येक परिवार को अधिकतम पांच एलईडी बल्ब मिलेंगें। ग्राम उजाला कार्यक्रम का भारत की जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम की कार्रवाई पर एक महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। अगर भारत में सभी 30 करोड़ बल्बों को बदल दिया जाए तो प्रत्येक साल 40,743 मिलियन किलोवाट ऊर्जा की बचत होगी। वहीं 22,743 मेगावाट/वर्ष की चरम मांग से बचा जा सकेगा और प्रति वर्ष 370 लाख टन

INDO-UZBEKISTAN FIELD TRAINING EXERCISE 'DUSTLIK' CULMINATES IN RANIKHET(UTTARAKHAND) | भारत-उज्बेकिस्तान प्रशिक्षण युद्धाभ्यास 'डस्टलिक' का समापन

रानीखेत (उत्तराखंड) में भारत-उज्बेकिस्तान प्रशिक्षण युद्धाभ्यास 'डस्टलिक' का समापन INDO-UZBEKISTAN FIELD TRAINING EXERCISE 'DUSTLIK' CULMINATES IN RANIKHET(UTTARAKHAND) 1. परस्पर 10 दिन चले आपसी अभ्यास के बाद भारत-उज्बेकिस्तान संयुक्त क्षेत्र प्रशिक्षण युद्धाभ्यास डस्टलिक के दूसरे संस्करण का शुक्रवार, 19 मार्च 2021 को समापन हुआ । 2. 10 मार्च, 2021 को शुरू हुए संयुक्त अभ्यास में ज़ोर शहरी परिदृश्य में उग्रवाद/आतंकवाद विरोधी अभियानों पर होने के साथ-साथ हथियारों के कौशल पर विशेषज्ञता साझा करने पर केंद्रित था। इस अभ्यास ने दोनों सेनाओं के सैनिकों को स्थायी पेशेवर और सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देने का अवसर भी प्रदान किया । 3. गहन सैन्य प्रशिक्षण के बाद दोनों सेनाओं के संयुक्त अभ्यास का समापन हुआ, दोनों देशों की सेना इस अभ्यास के दौरान आतंकवादी समूहों पर अपनी युद्ध शक्ति और प्रभुत्व क