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ब्लड टेस्ट से शराब सेवन के दुष्प्रभाव प्रभाव का चलेगा पता | भारतीय वैज्ञानिकों की खोज

ब्लड टेस्ट से शराब सेवन के दुष्प्रभाव प्रभाव का चलेगा पता रमन अनुसंधान संस्थान की खोज से लाल रक्त कणिकाओं के आकार और संख्या से शराब सेवन के प्रभाव का चलेगा पता वैज्ञानिकों ने लाल रक्त कोशिकाओं के आकार की हाई रेजोल्यूशन माप के जरिए उन पर अल्कोहल की लंबी अवधि के असर का पता लगाने के लिए विशेष निर्देशों के अनुरूप प्लेटफॉर्म बनाया है। हाई रेजोल्यूशन प्लेटफॉर्म जो कि अल्कोहल के प्रभाव से आरबीसी के आकार में कमी दिखाता है, को विभिन्न परिस्थितियों जो रक्त में आरबीसी की संख्या और आकार में बदलाव करती हैं, के लिए प्वाइंट ऑफ केयर जांच के लिए अनुकूल बनाया जा सकता है। हालांकि ये ज्ञात है कि अल्कोहल आरबीसी को प्रभावित करता है, सटीकता के साथ शारीरिक बदलावों को मापना काफी जटिल और कठिन है। इस चुनौती को हल करने के लिए, रमन अनुसंधान संस्थान (आरआरआई) जो कि विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के द्वारा वित्त पोषित एक स्वायत्त संस्थान है, के वैज्ञानिकों ने प्रोफेसर गौतम सोनी के नेतृत्व में विशेष निर्देशानुसार इलेक्ट्रो-फ्लूएडिक प्लेटफॉर्म को विकसित किया है, जो कि परिष्कृत रेजोल्यूशन से क

Kumbhalgarh, Jaisalmer Fort and Ramdevra were selected as Swachh Iconic Places by Ministry of Jal Shakti | कुंभलगढ़, जैसलमेर किले और रामदेवरा का स्वच्छ पर्यटक स्थलों के विकास के लिए 12 स्थलों में चयन

चौथे चरण के “स्वच्छ पर्यटक स्थलों” के विकास के लिए 12 स्थलों के चयन की घोषणा - आइकॉनिक (प्रतिष्ठित) धरोहरों, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को स्वच्छ पर्यटन स्थलों में बदलने के विजन को आगे बढ़ाते हुए जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल और स्वच्छता विभाग ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत स्वच्छ आइकॉनिक स्थल उपक्रम के चौथे चरण में निम्न 12 प्रतिष्ठित आइकॉनिक स्थलों के चयन की घोषणा की है - 1.         अजंता गुफाएं, महाराष्ट्र 2.         सांची स्तूप , मध्य प्रदेश 3.         कुंभलगढ़ किला, राजस्थान 4.         जैसलमेर किला, राजस्थान 5.         रामदेवरा, जैसलमेर, राजस्थान 6.         गोलकुंडा फोर्ट, हैदराबाद, तेलंगाना 7.         सूर्य मंदिर, कोणार्क,ओडिशा 8.         रॉक गार्डन, चंडीगढ़ 9.         डल झील, श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर 10.       बांके बिहारी मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश 1

ग्लोबल बायो-इंडिया 2021 आयोजित होगा 1 से 3 मार्च, 2021 तक

ग्लोबल बायो-इंडिया 2021 आयोजित होगा 1 से 3 मार्च, 2021 तक क्या है ग्लोबल बायो इंडिया (Global Bio-India) पिछले कुछ दशकों के दौरान जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के अभिन्न अंग के रूप में उभरा है और भारत सरकार 2025 तक 150 अरब डॉलर की जैव अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए एक परिवर्तनकारी और उत्प्रेरक की भूमिका निभा रही है।  भारत को 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य के लिए जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र को प्रमुख क्षेत्रों में से एक क्षेत्र के रूप में पहचान की गई है। ग्लोबल बायो-इंडिया जैव प्रौद्योगिकी पक्षधारकों के सबसे बड़े संगठनों में से एक है, जिसे जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार और उसके सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (बीआईआरएसी) के साथ मिलकर उद्योग संगठन भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई), एसोसिएशन ऑफ

Current affairs 15 से 21 फ़रवरी 2021

 नेशनल current affairs डीआरडीओ के एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल सिस्टम्स 'हेलिना' और 'ध्रुवस्त्र' का सफल परीक्षण हेलिना (आर्मी वर्जन) और ध्रुवस्त्र (एयरफोर्स वर्जन) मिसाइल सिस्टम्स के लिए संयुक्त उपयोगकर्ता परीक्षण (Joint User Trials) एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (एएलएच) प्लेटफॉर्म से डेज़र्ट रेंज में किए गए हैं। मिसाइल प्रणालियों को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है।   हेलिना (नाग पर आधारित हेलीकॉप्टर) एक तीसरी पीढ़ी की 'दागो और भूल जाओ' टैंक रोधी मिसाइल (एटीजीएम) प्रणाली है, जिसे आधुनिक हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) पर स्थापित किया गया है। यह प्रणाली, सभी मौसम में दिन और रात के समय सक्षम है तथा पारंपरिक कवच के साथ ही साथ विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच के साथ युद्धक टैंकों को नष्ट कर सकती है। हेलिना मिसाइल सीधे हिट मोड के साथ ही साथ टॉप अटैक मोड दोनों में टार्गेट्स पर निशाना लगा सकती है। हेलिना हथियार प्रणाली को भारतीय सेना (आईए) में शामिल किया जा रहा है। ध्रुवास्त्र नामक हेलिना हथियार प्रणाली के एक संस्करण को भ

जल जीवन मिशन : स्‍कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्‍द्रों में पीने के लिए पाइपयुक्‍त जल आपूर्ति उपलब्‍ध कराने की विशेष मुहिम को 31 मार्च, 2021 तक बढ़ाया गया

जल जीवन मिशन : स्‍कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्‍द्रों में पीने के लिए पाइपयुक्‍त जल आपूर्ति उपलब्‍ध कराने की विशेष मुहिम को 31 मार्च, 2021 तक बढ़ाया गया जल जीवन मिशन के तहत विद्यालयों , आंगनबाड़ी केन्‍द्रों (एडब्‍ल्‍यूसी) तथा आश्रमशालाओं में नल जल कनेक्‍शन उपलब्‍ध कराने के लिए जल शक्ति मंत्रालय के 100 दिवसीय विशेष अभियान को राज्‍यों तथा केन्‍द्र शासित प्रदेशों से बहुत अच्‍छी प्रतिक्रिया प्राप्‍त हुई है , जिसमें से कई राज्‍यों ने सभी विद्यालय तथा एडब्‍ल्‍यूसी में 100 प्रतिशत परिपूर्णता दर्ज कराई है। कुछ राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों ने संकेत दिया है कि उन्‍हें इस कार्य को पूरा करने तथा इस नेक प्रयोजन के लिए आरंभ किए जा रहे प्रयासों को बनाए रखने के लिए कुछ और अधिक समय की आवश्‍यकता है। अच्‍छी प्रतिक्रिया तथा प्रयासों को बनाए रखने की आवश्‍यकता पर विचार करते हुए जल शक्ति मंत्रालय ने अभियान को 31 मार्च , 2021 तक बढ़ा दिया है। 100 दिनों की अवधि के अभियान के तहत आंगनबाड़ी केन्‍द्रों (एडब्‍ल्‍यूसी) , स्‍कूलों तथा आश्रमशालाओं को पीने के पाइपयुक्‍त जल की आपूर्ति का प्रावधान करने के

आईआईटी जोधपुर की युवा वैज्ञानिक डॉ. रितु गुप्ता को विज्ञान में महिला उत्कृष्टता पुरस्कार 2021

महिलाओं और लड़कियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर विज्ञान में महिला उत्कृष्टता पुरस्कार 2021 की घोषणा की राष्ट्रीय विज्ञान अकादमियों की चार युवा महिलाओं को महिलाओं और लड़कियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस-2021 ( International Day of Women and Girls in Science) पर विज्ञान और अभियांत्रिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए SERB Women Excellence Award in Science 2021 से सम्मानित किया गया है। ये युवा महिला वैज्ञानिक निम्न हैं-   डॉ. रितु गुप्ता- डॉ. रितु गुप्ता भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, आईआईटी जोधपुर, राजस्थान में रसायन विज्ञान में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं और वे इन मैटिरियल्स साइंस, नैनोडेविसेस एंड सेंसर्स, हेल्थ एंड एनर्जी में विशेषज्ञता के साथ काम कर रही हैं। डॉ गुप्ता ने ऊर्जा, पानी, पर्यावरण और स्वास्थ्य से संबंधित क्षेत्र में डिवाइस विकसित करने की दिशा में कई अनुसंधान किए हैं। उन्होंने नैनो मेटे

Joint Dakshana Selection Test -JDST will be held on 18th April | संयुक्त दक्षणा सलेक्शन परीक्षा 18 अप्रेल को आयोजित होगी

संयुक्त दक्षणा सलेक्शन परीक्षा 18 अप्रेल को आयोजित होगी केद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा दक्षणा संस्था की सहभागिता से एकलव्य मॉडल रेजीडेन्शियल स्कूल के विद्यार्थियों के लिए दक्षणा एकवर्षीय छात्रवृति योजना चलायी जा रही है, जिसके तहत् जरूरतमंद व योग्य विद्यार्थियो कों जेईई एवं एनईईटी की निःशुल्क कोचिंग दी जायेगी। संयुक्त दक्षणा सलेक्शन टेस्ट (JDST-Joint Dakshana Selection Test) की परीक्षा 18 अप्रेल, 2021 को आयोजित की जाएगी, जिसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। क्या है दक्षणा और इसकी छात्रवृत्ति योजना - टीएडी आयुक्त जितेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि दक्षणा स्वयंसेवी संस्था है, गत 12 वर्षो से विद्यार्थियों को निःशुल्क छात्रवृति प्रदान कर रही है। इसके द्वारा प्रत्येक वर्ष न्यूनतम 600 छात्रवृतियाँ प्रदान की जाती है, उसमें से 70 प्रतिशत विद्यार्थियों का चयन आईआईटी, एनआईटी व एआईआईएमएस और तथा देश के अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेजो में होता है। श्री उपाध्याय ने बताया कि पिछले कुछ वर्षो में दक्षणा के 6200 से अधिक विद्यार्थियों में से 2400 से अधिक का आईआईटी, 1400 से अधिक का एनआईटी और 600

'The India Toy Fair' will be organized virtually from February 27, 2021 to March 2, 2021

‘भारत खिलौना मेला’ का आयोजन वर्चुअल माध्यम से 27 फरवरी 2021 से दो मार्च 2021 तक  'The India Toy Fair' will be organized virtually from February 27, 2021 to March 2, 2021 भारत सरकार वर्चुअल माध्यम से 27 फरवरी , 2021 से 2 मार्च , 2021 तक भारत खिलौना मेला , 2021 ( द इंडिया टॉय फेयर, 2021 The India Toy Fair ) का आयोजन कर रही है। यह पहल भारत को खिलौना उद्योग के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने को लेकर प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप है। इस मेले का उद्देश्य स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए “ आत्मनिर्भर भारत ” और “ वोकल फॉर लोकल ” अभियानों के बुनियादी विषयों को एक प्रोत्साहन प्रदान करना है। इसके अलावा इसका उद्देश्य शिक्षा में सभी उम्र के लोगों की सीखने की प्रक्रिया को आनंदपूर्ण बनाने में खिलौने की क्षमता का लाभ भी उठाना है। भारत खिलौना मेला 2021 का उद्देश्य- नीति निर्माताओं , खिलौना निर्माताओं एवं वितरकों , निवेशकों , उद्योग विशेषज्ञों , सूक्ष्म , लघु एवं मध्यम उद्यमों ( एम

Rajasthan Current Affairs 5-11 February 2021

  जनजातीय विद्यार्थियों के कौशल प्रशिक्षण हेतु टीएडी एवं सीपेट में करार सीपेट 90 जनजातीय विद्यार्थियों को 3 माह का निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण देगा जनजातीय युवाओं को नवीनतम तकनीकी से जोड़ने एवं उनके कौशल संवर्धन हेतु जनजाति क्षेत्रीय विकास ( टीएडी) विभाग एवं भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय का जयपुर स्थित सीपेट संस्थान जनजातीय विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण देने हेतु सहमत हो गये हैं ।  संयुक्त शासन सचिव, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग ( टीएडी) , श्रीमती नेहा गिरी ने बताया कि जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग एवं सीपेट के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत जयपुर स्थित सीपेट 90 जनजातीय विद्यार्थियों को प्लास्टिक प्रोसेसिंग और सीएनसी लेथ मशीन के तीन विभिन्न कार्यों के लिये 3 महीने का निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण देगा। समझौता पत्र पर टीएडी की ओर से आयुक्त श्री जितेन्द्र कुमार उपाध्याय एवं सीपेट संस्था के निदेशक डॉ. सैय्यद अमानुल्ला ने हस्ताक्षर किये ।  प्लास्टिक प्रोसेसिंग प्रशिक्षण के लिये जनजातीय समुदाय का राजस्थान का मूल निवासी होना, 8 वीं कक्षा उत्तीर्ण व आयु 18 से 35 वर्