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Showing posts with the label Rajasthan Current Affairs

आईआईटी जोधपुर की युवा वैज्ञानिक डॉ. रितु गुप्ता को विज्ञान में महिला उत्कृष्टता पुरस्कार 2021

महिलाओं और लड़कियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर विज्ञान में महिला उत्कृष्टता पुरस्कार 2021 की घोषणा की राष्ट्रीय विज्ञान अकादमियों की चार युवा महिलाओं को महिलाओं और लड़कियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस-2021 ( International Day of Women and Girls in Science) पर विज्ञान और अभियांत्रिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए SERB Women Excellence Award in Science 2021 से सम्मानित किया गया है। ये युवा महिला वैज्ञानिक निम्न हैं-   डॉ. रितु गुप्ता- डॉ. रितु गुप्ता भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, आईआईटी जोधपुर, राजस्थान में रसायन विज्ञान में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं और वे इन मैटिरियल्स साइंस, नैनोडेविसेस एंड सेंसर्स, हेल्थ एंड एनर्जी में विशेषज्ञता के साथ काम कर रही हैं। डॉ गुप्ता ने ऊर्जा, पानी, पर्यावरण और स्वास्थ्य से संबंधित क्षेत्र में डिवाइस विकसित करने की दिशा में कई अनुसंधान किए हैं। उन्होंने नैनो मेटे

Kya Hota Hai Sivay Chak bhumi सिवायचक भूमि पर बसे गाँवों को भूमि रूपान्तरण के बाद पट्टे जारी होंगे- नगरीय विकास मंत्री

सिवायचक भूमि पर बसे गाँवों को भूमि रूपान्तरण के बाद पट्टे जारी होंगे - नगरीय विकास मंत्री नगरीय विकास मंत्री श्री शांति धारीवाल ने शुक्रवार को विधानसभा में राजस्व मंत्री की ओर से बताया कि सिवायचक भूमि shivay chak bhumi पर बसे गाँवों में भूमि रूपान्तरण के बाद ही ग्राम पंचायतों द्वारा आबादी पट्टे जारी किये जा सकते हैं। श्री धारीवाल ने प्रश्नकाल में विधायकों की ओर से इस सम्बन्ध में पूछे गये पूरक प्रश्नों के जवाब में बताया कि सिवाय चक जमीन पर बसे गावों को आबादी क्षेत्र में भूमि रूपान्तरण के लिए पहले ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्ताव जिला कलक्टर को भेजे जाते हैं। उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर द्वारा भूमि रूपान्तरण आबादी क्षेत्र में करने के बाद ही ग्राम पंचायत ऎसी भूमि पर बसे गांवाें व लोगों को पट्टे जारी कर सकती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गावों में ऎसी भूमि जिस पर वर्षों से लोग बसे हुए हैं और वह पहले से ही आबादी क्षेत्र घोषित है ऎसे क्षेत्रों में बसे लोगाें को स्थानीय ग्राम पंचायत पट्टे जारी कर सकती है। इससे पहले विधायक श्रीमती शकुन्तला रावत के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में श्र

Joint Dakshana Selection Test -JDST will be held on 18th April | संयुक्त दक्षणा सलेक्शन परीक्षा 18 अप्रेल को आयोजित होगी

संयुक्त दक्षणा सलेक्शन परीक्षा 18 अप्रेल को आयोजित होगी केद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा दक्षणा संस्था की सहभागिता से एकलव्य मॉडल रेजीडेन्शियल स्कूल के विद्यार्थियों के लिए दक्षणा एकवर्षीय छात्रवृति योजना चलायी जा रही है, जिसके तहत् जरूरतमंद व योग्य विद्यार्थियो कों जेईई एवं एनईईटी की निःशुल्क कोचिंग दी जायेगी। संयुक्त दक्षणा सलेक्शन टेस्ट (JDST-Joint Dakshana Selection Test) की परीक्षा 18 अप्रेल, 2021 को आयोजित की जाएगी, जिसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। क्या है दक्षणा और इसकी छात्रवृत्ति योजना - टीएडी आयुक्त जितेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि दक्षणा स्वयंसेवी संस्था है, गत 12 वर्षो से विद्यार्थियों को निःशुल्क छात्रवृति प्रदान कर रही है। इसके द्वारा प्रत्येक वर्ष न्यूनतम 600 छात्रवृतियाँ प्रदान की जाती है, उसमें से 70 प्रतिशत विद्यार्थियों का चयन आईआईटी, एनआईटी व एआईआईएमएस और तथा देश के अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेजो में होता है। श्री उपाध्याय ने बताया कि पिछले कुछ वर्षो में दक्षणा के 6200 से अधिक विद्यार्थियों में से 2400 से अधिक का आईआईटी, 1400 से अधिक का एनआईटी और 600

Rajasthan Current Affairs 5-11 February 2021

  जनजातीय विद्यार्थियों के कौशल प्रशिक्षण हेतु टीएडी एवं सीपेट में करार सीपेट 90 जनजातीय विद्यार्थियों को 3 माह का निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण देगा जनजातीय युवाओं को नवीनतम तकनीकी से जोड़ने एवं उनके कौशल संवर्धन हेतु जनजाति क्षेत्रीय विकास ( टीएडी) विभाग एवं भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय का जयपुर स्थित सीपेट संस्थान जनजातीय विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण देने हेतु सहमत हो गये हैं ।  संयुक्त शासन सचिव, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग ( टीएडी) , श्रीमती नेहा गिरी ने बताया कि जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग एवं सीपेट के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत जयपुर स्थित सीपेट 90 जनजातीय विद्यार्थियों को प्लास्टिक प्रोसेसिंग और सीएनसी लेथ मशीन के तीन विभिन्न कार्यों के लिये 3 महीने का निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण देगा। समझौता पत्र पर टीएडी की ओर से आयुक्त श्री जितेन्द्र कुमार उपाध्याय एवं सीपेट संस्था के निदेशक डॉ. सैय्यद अमानुल्ला ने हस्ताक्षर किये ।  प्लास्टिक प्रोसेसिंग प्रशिक्षण के लिये जनजातीय समुदाय का राजस्थान का मूल निवासी होना, 8 वीं कक्षा उत्तीर्ण व आयु 18 से 35 वर्