Skip to main content

Current Affairs - November 2019

रजनीकांत को 'भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की स्वर्ण जयंती' का विशेष आइकन पुरस्कार

भारत सरकार ने प्रथम बार 'भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की स्वर्ण जयंती के प्रतीक' के रूप में एक विशेष पुरस्कार का गठन किया है, इस पुरस्कार को प्रख्यात फिल्म अभिनेता श्री एस. रजनीकांत को प्रदान किया जाएगा।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज नई दिल्ली में इसकी घोषणा करते हुए कहा, “पिछले कई दशकों के दौरान भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देते हुए मुझे यह घोषणा करने में अपार हर्ष का अनुभव हो रहा है कि भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2019 की स्वर्ण जयंती के आइकन का पुरस्कार फिल्म अभिनेता श्री श्री एस. रजनीकांत को प्रदान किया जा रहा है।”
अपने लंबे और महत्वपूर्ण कैरियर में, रजनीकांत ने तमिल, तेलगु, कन्नड़, मलयालम, हिंदी और बंगाली सहित कई भाषाओं में 170 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है। उन्होंने हॉलीवुड प्रोडक्शन, ब्लड स्टोन (1988) में भी अभिनय किया। भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2016) से सम्मानित किया है। 45वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह (2014) में, उन्हें "भारतीय फिल्म अभिनेता के तौर पर शताब्दी पुरस्कार" से सम्मानित किया गया।
 वर्ष 2019, भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के 50वें वर्ष को दर्शाता है, जिसे एशियाई महाद्वीप के प्रारम्भिक फिल्म समारोहों में से एक माना जाता है। 50वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2019, में 76 देशों की 200 सर्वश्रेष्ठ फिल्मों, 26 फीचर फिल्मों और 15 गैर-फीचर फिल्मों का भारतीय पैनोरमा खंड में प्रदर्शन किया जाएगा और 10,000 से अधिक लोग एवं फिल्म प्रेमियों के इस स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेने की आशा है।

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के स्वर्ण जयंती समारोह में फ्रांस की अभिनेत्री इसाबेल हूपर्ट को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार 

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) 2019 के स्वर्ण जयंती समारोह में अपनी पीढ़ी की फ्रांस की सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय अभिनेत्री इसाबेल ऐनी मैडेलिन हूपर्ट को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, आईएफएफआई समारोह का सर्वोच्च सम्मान और सर्वाधिक प्रतिष्ठित पुरस्कार है। इस पुरस्कार के अंतर्गत रुपए 10,000,00/- का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाता है। फ्रांसीसी अभिनेत्री को उनके उल्लेखनीय कलात्मक कौशल और सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

जम्मू कश्मीर और लद्दाख़ संघ राज्य क्षेत्रों सहित भारत का नया मानचित्र

  • संसद की सिफ़ारिश पर राष्ट्रपति द्वारा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को प्रभावी तौर से निराकरित करने और जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 जारी करने के उपरांत भूतपूर्व जम्मू और कश्मीर राज्य, 31 अक्टूबर 2019 को, नए जम्मू कश्मीर संघ राज्य क्षेत्र तथा नए लद्दाख़ संघ राज्य क्षेत्र के रूप में पुनर्गठित हो गया है।
  • नए लद्दाख़ संघ राज्य क्षेत्र में कारगिल तथा लेह - दो ज़िले हैं और भूतपूर्व जम्मू और कश्मीर राज्य का बाक़ी हिस्सा नए जम्मू और कश्मीर राज्य संघ क्षेत्र में है।
  • 1947 में भूतपूर्व जम्मू और कश्मीर राज्य में निम्न 14 जिले थे – 
  1. कठुआ, 
  2. जम्मू, 
  3. ऊधमपुर, 
  4. रियासी, 
  5. अनंतनाग, 
  6. बारामूला, 
  7. पुँछ, 
  8. मीरपुर, 
  9. मुज़फ़्फ़राबाद, 
  10. लेह 
  11. लद्दाख़, 
  12. गिलगित, 
  13. गिलगित वजारत, 
  14. चिल्हास
  15. ट्राइबल टेरिटॉरी।
  • 2019 तक भूतपूर्व जम्मू और कश्मीर की राज्य सरकार ने इन 14 ज़िलों के क्षेत्रों को पुनर्गठित करके 28 ज़िले बना दिए थे। नए जिलों के नाम निम्न प्रकार से हैं – 
  1. कुपवारा, 
  2. बान्दीपुर, 
  3. गंडेरबल, 
  4. श्रीनगर, 
  5. बड़गाम, 
  6. पुलवामा, 
  7. शूपियान, 
  8. कुलगाम, 
  9. राजौरी, 
  10. रामबन, 
  11. डोडा, 
  12. किश्‍तवार, 
  13. साम्बा और 
  14. कारगिल ।
  • इनमे से कारगिल ज़िले को लेह और लद्दाख़ ज़िले के क्षेत्र में से अलग करके बनाया गया था।
  • राष्ट्रपति ने जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (कठिनाइयों को हटाना) दूसरे आदेश, 2019 द्वारा नए लद्दाख़ संघ राज्य क्षेत्र के लेह ज़िले को, कारगिल ज़िला बनने के बाद, 1947 के लेह और लद्दाख़ ज़िले के बाक़ी क्षेत्र में 1947 के गिलगित, गिलगित वजारत, चिल्हास और ट्राइबल टेरिटॉरी जिलों के क्षेत्रों को समावेशित करते हुए परिभाषित किया है।
  • Map of UT J &K and UT-Ladakh
Political Map of India 

 Source - PIB-

http://164.100.117.97/WriteReadData/userfiles/India%20-%20Political1.pdf

यूनेस्को द्वारा फिल्म के क्षेत्र में मुम्बई और पाक-कला के क्षेत्र में हैदराबाद को यूनेस्को के क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (यूसीसीएन) के सदस्य के रूप में नामित



  • यूनेस्को ने फिल्म के क्षेत्र में मुम्बई और पाक-कला के क्षेत्र में हैदराबाद को यूनेस्को के क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (UCCN) के सदस्य के रूप में नामित किया।
  • यूनेस्को के क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (UCCN) का गठन 2004 में हुआ था और इसमें उन शहरों के नाम शामिल हैं जो अपने-अपने देशों में संस्कृतिक गतिविधियों के सक्रिय केन्द्र हैं। यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क में अब कुल 246 शहर शामिल हैं।
  • इस नेटवर्क का हिस्सा बनने वाले सदस्य शहर सभी महाद्वीपों और क्षेत्रों से अलग-अलग आय स्तर और आबादी के साथ आते हैं। वे एक समान मिशन की दिशा में एक साथ काम करते हैं- सतत विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र 2030 एजेंडे के अनुसार, शहरों को सुरक्षित, लचीला, समावेशी और टिकाऊ बनाने के लिए उनकी शहरी विकास योजनाओं के मूल में रचनात्मकता और रचनात्मक अर्थव्यवस्था को रखना।
  • संस्कृति मंत्रालय, संस्कृति से संबंधित यूनेस्को में सभी मामलों के लिए भारत सरकार का नोडल मंत्रालय है।
  • UCCN के अतंर्गत 7 श्रेणियां को शामिल किया गया हैं-
  1. शिल्प और लोक कला
  2. डिजाइन
  3. फिल्म
  4. पाक-कला
  5. संगीत
  6. मीडिया आर्ट्स
  7. साहित्य
निम्नांकित तीन भारतीय शहरों को पहले से UCCN के सदस्यों के रूप में मान्यता मिली हुई हैं-
  1. जयपुर- शिल्प और लोक कला (2015)
  2. वाराणसी- संगीत के लिए रचनात्मक शहर (2015)
  3. चेन्नई- संगीत के लिए रचनात्मक शहर (2017)

ले. जन. अनूप बनर्जी ने सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के महानिदेशक


ले. जन. अनूप बनर्जी ने 01 NOV 2019 को नई दिल्ली में सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (एएफएमएस) के महानिदेशक का पदभार संभाल लिया। उन्होंने प्रतिष्ठित आर्म्ड फोर्सेज  मेडिकल कॉलेज, पुणे से पढ़ाई की है। उन्होंने एएफएमएस में विभिन्न पदों पर काम किया है, जिनमें अन्य महत्वपूर्ण पदों सहित एमएचसीटीसी, पुणे और सेना अस्पताल आर एंड आर में मेडिसिन और हृदय रोग विभाग के प्रमुख का पद शामिल है। ले. जन. अनूप बनर्जी को 1986 में अपनी शानदार सेवा के लिए सेना पदक प्रदान किया गया था। उन्हें 27 जनवरी, 2019 को राष्ट्रपति का मानद सर्जन बनाया गया था। एएफएमएस के महानिदेशक का पद संभालने के पूर्व वे डीजीएमएस (सेना) के पद पर कार्यरत थे। 

छह जिलों में पारिवारिक न्यायालयों की स्थापना


5 नवम्बर को राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर अजमेर, अलवर, भरतपुर, बीकानेर, जोधपुर तथा उदयपुर में जिला एवं सैशन न्यायाधीश स्तर के पारिवारिक न्यायालयों की स्थापना की है। इन सभी छह नवसृजित पारिवारिक न्यायालयों में राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा अन्तरित प्रकरणों की सुनवाई की जाएगी। अधिसूचना के अनुसार अजमेर, अलवर, भरतपुर तथा उदयपुर जिलों में पहले से कार्यरत पारिवारिक न्यायालयों के नाम परिवर्तित कर पारिवारिक न्यायालय संख्या-1 निर्धारित किया गया है।

बाड़मेर तथा झालावाड़ जिलों में न्यायालय की स्थापना

5 नवम्बर को राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर जिला बाड़मेर तथा झालावाड़ में नवीन वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय की स्थापना की है।
अधिसूचना के अनुसार बाड़मेर जिले में स्थापित न्यायालय की बैठक का स्थान बालोतरा तथा झालावाड़ जिले में स्थापित न्यायालय की बैठक का स्थान झालावाड़ होगा। इन न्यायालयों को संबंधित राजस्व जिले के सिविल मामलों की सुनवाई का अधिकार होगा। अधिसूचना के तहत बालोतरा तथा झालावाड़ में पहले से कार्यरत वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के नाम परिवर्तित करते हुए वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या-1 निर्धारित किया गया है।

जालोर के पथमेड़ा गौधाम में कामधेनु शक्तिपीठ स्थापना

जालोर जिले के पथमेड़ा गौधाम में कामधेनु शक्तिपीठ की स्थापना की गई है जिसके स्थापना महोत्सव के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने शिरकत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश को पशुधन के विकास में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में सतत् कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने गौशालाओं आदि में छोटे पशुओं के लिये प्रति पशु अनुदान राशि 16 रूपये से बढ़ाकर 20 रूपये तथा बडे़ पशुओं के लिये राशि 32 रूपये से बढ़ाकर 40 रूपये कर दी है। उन्होंने पथमेड़ा गौधाम के लिये 5 करोड़ रूपये की राशि देने की घोषणा भी की। राजस्थान गौ सेवा समिति के प्रदेशाध्यक्ष महंत दिनेश गिरी महाराज ने मुख्यमंत्री को गाय का प्रतीक एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया। 

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग इन्टर्नशिप हेतु करेगा 45 विद्यार्थियों का चयन 

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के इन्टर्नशिप कार्यक्रम के तहत राज्य के 45 विद्यार्थियों का 3 से 6 माह तक इन्टर्नशिप के लिए चयन किया जा रहा है। इसके लिए 5 नवम्बर को विद्यार्थियों के साक्षात्कार लिए गए। ये विद्यार्थी विभिन्न जिलों से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। चयनित विद्यार्थी सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन, आमजन को होने वाले फायदे एवं उनमें बेहतरी के लिए सुझावों सहित अन्य बिन्दुओं पर कार्य करेंगे। इन्टर्नशिप के लिए जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा सहित अन्य जिलों के करीब 100 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। जिसमें से बायो टेक्नोलॉजी, स्टार्टअप, रिमोट सेन्सिंग, आर्टिफिशियल इन्टेलीजेन्स, नेनो टेक्नोलॉजी, कृषि, पर्यावरण एवं क्लाइमेंट चेंज बौद्धिक सम्पदा का अधिकार, इन्टरनेंट ऑफथिग्ंस जैसे प्रोजेक्ट के माध्यम से विद्यार्थी सरकारी योजनाओं के ऊपर इन्टर्नशिप करेंगे।
इस प्लेटफार्म के माध्यम से छात्र-छात्राओं को सरकार की कार्यप्रणाली के बारे में पता चलेगा तथा सरकार के विजन एवं किये जा रहे कार्यो के बारे में अवगत होंगे। इन्टर्नशिप पूरी होने पर विभाग की ओर से चयनित विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया जायेगा ताकि जब भी विद्यार्थी शिक्षा पूरी कर नौकरी के लिए आवेदन करेगा तो उसमें सरकार के साथ कार्य करने का अनुभव उनके लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से युवा वैज्ञानिकों को आंत्र प्रेनियोर बन पायेगें। सरकार की दिशा में कार्य करने का मौका मिलेगा। संसाधनों एवं डेटा एनालाइसिस में समझ विकसित होगी। इन्टर्नशिप की रिपोर्ट के द्वारा विभिन्न योजनाओं की समीक्षा भी प्राप्त होगी। जिससे भविष्य में नीति निर्धारण में इसका उपयोग किया जा सकेगा।

मुख्यमंत्री ने दो नई तहसीलों सूरौठ (करौली ) एवं राहूवास (दौसा ) के प्रस्ताव को मंजूरी दी

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने 7 नवम्बर को करौली एवं दौसा जिले में दो नई तहसील सृजित करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। प्रस्ताव के अनुसार करौली जिले की उप तहसील सूरौठ को क्रमोन्नत कर नई तहसील बनाया जायेगा तथा दौसा जिले के राहूवास में नई तहसील सृजित की जायेगी। 

नीति आयोग की ताजा रैंकिंग में स्वास्थ्य एवं पोषण सुधाराें में धौलपुर देश भर में अव्वल

नीति आयोग द्वारा जारी नवीनतम रैंकिंग के अनुसार स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र के सुधारों के पैरामीटर्स में धौलपुर जिले ने देशभर में प्रथम स्थान अर्जित किया है। नीति आयोग ने 6 नवंबर को देश के 112 जिलों की रैंकिंग जारी की इनमें प्रदेश के तीन जिलों ने टॉप-10 में जगह बनाई है। अगस्त और सितंबर माह की डेल्टा रैंकिंग में राज्य के 5 जिले सूचीबद्ध हुए, जो निम्न स्थानों पर रहे हैं -
  • धौलपुर पहले स्थान, 
  • बारां चौथे स्थान 
  • सिरोही छठे स्थान पर
  • करौली 33वें और 
  • जैसलमेर 35वें
नीति आयोग द्वारा ‘एस्पिरेशनल डिस्टि्रक्ट्स‘ प्रोग्राम केे तहत देश के सभी राज्यों के जिलों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में होने वाले सुधारों के आधार पर 49 तरह के अलग-अलग पैमानों और प्रदर्शन के आधार पर रैकिंग जारी की जाती है।

‘मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना’ में 118 राजकीय महाविद्यालयों में कौशल दक्षता के 39 पाठ्यक्रम प्रारंभ होंगे

प्रदेश में ‘मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना’ के तहत राज्य के 118 राजकीय महाविद्यालयों में कौशल दक्षता के 39 पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाएंगे। राजकीय महाविद्यालयों में अध्ययन करने वाले युवाओं के लिए देश की यह पहली ऎसी योजना है जिसमें युवाओं को पढाई के साथ-साथ रोजगारोन्मुख कौशल से जोड़ा जाएगा। प्रथम चरण में प्रदेश के 7500 विद्यार्थियों को इस योजना से जोड़कर लाभान्वित किया जाएगा।
‘मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना’ के तहत युवाओं को पूर्णतः निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। योजना के तहत आवेदन पत्र ''आयुक्तालय कॉेलज शिक्षा राजस्थान'' की वेबसाईट पर डाउनलोड के तहत उपलब्ध कराए गए हैं। महाविद्यालय अपने स्तर पर भी विद्यार्थियों को यह आवेदन पत्र निःशुल्क उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए कोई राशि नहीं ली जाएगी। योजना के तहत युवाओं को रोजगारोन्मुखी उद्यमों में दक्ष प्रशिक्षकों से प्रशिक्षण प्रदान करवाया जाएगा। इस हेतु कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय एवं राजस्थान कौशल एवं आजीविका मिशन निगम के मध्य ‘मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना’ के क्रियान्वयन से संबंधित एमओयू (सहमति पत्र) पर हस्ताक्षर हुए। राज्य के महाविद्यालयों में नवाचार अपनाते हुए ऎसे रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों पर जोर दिया गया है जिससे युवा शिक्षा उपरान्त त्वरित रोजगार पा सके। 

राज्य में प्रभावी सीएसआर गतिविधियों के लिए प्राधिकरण का गठन

राज्य सरकार ने ''कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर)'' गतिविधियों के प्रभावी क्रियान्वयन, सीएसआर राशि के समुचित उपयोग और उच्च स्तरीय मॉनिटरिंग के लिए ''राजस्थान कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व प्राधिकरण (Rajasthan Corporate Social Responsibility Authority)'' का गठन किया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित यह 18 सदस्यीय प्राधिकरण राज्य में विभिन्न औद्योगिक समूहों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए इन समूहों को भारतीय कंपनी अधिनियम के तहत सीएसआर प्रावधानों एवं गतिविधियों के संबंध में मार्गदर्शन देगा। साथ ही आपसी समन्वय के साथ सीएसआर गतिविधियों का संचालन करेगा।

राजस्थान कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व प्राधिकरण के सदस्य

  1. अध्यक्ष-  मुख्य सचिव
  2. उपाध्यक्ष  - अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग विभाग। 
  3. सदस्य - अतिरिक्त मुख्य सचिव अथवा प्रमुख शासन सचिव, वित्त विभाग
  4. सदस्य - अतिरिक्त मुख्य सचिव अथवा प्रमुख शासन सचिव, वन एवं पर्यावरण विभाग
  5. सदस्य - अतिरिक्त मुख्य सचिव अथवा प्रमुख शासन सचिव, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग
  6. सदस्य - अतिरिक्त मुख्य सचिव अथवा प्रमुख शासन सचिव, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग
  7. सदस्य - अतिरिक्त मुख्य सचिव अथवा प्रमुख शासन सचिव, एमएसएमई विभाग
  8. सदस्य - अतिरिक्त मुख्य सचिव अथवा प्रमुख शासन सचिव, शिक्षा विभाग
  9. सदस्य - अतिरिक्त मुख्य सचिव अथवा प्रमुख शासन सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग
  10. सदस्य - अतिरिक्त मुख्य सचिव अथवा प्रमुख शासन सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग
  11. सदस्य - अतिरिक्त मुख्य सचिव अथवा प्रमुख शासन सचिव,  चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग
  12. सदस्य - अतिरिक्त मुख्य सचिव अथवा प्रमुख शासन सचिव, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग
  13. सदस्य - अतिरिक्त मुख्य सचिव अथवा प्रमुख शासन सचिव, ग्रामीण विकास विभाग
  14. सदस्य -  आयुक्त, वाणिज्य कर (जीएसटी)
  15. सदस्य - आयुक्त, बीआईपी 
  16. सदस्य - आयुक्त, राजस्थान फाउण्डेशन
  17. सदस्य सचिव एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी  - उद्योग आयुक्त एवं विशिष्ट शासन सचिव सीएसआर समिति। 
  18. सदस्य -  उद्योग जगत के मनोनीत प्रतिनिधि
इस प्राधिकरण में राज्य सरकार द्वारा उद्योग जगत के प्रतिनिधि भी मनोनीत किए जाएंगे।

प्राधिकरण को मार्गदर्शन देने के लिये 19 सदस्यीय उच्चस्तरीय परामर्शदात्री मंडल-

  • अध्यक्ष-  मुख्यमंत्री 
  • उपाध्यक्ष  - उद्योग मंत्री 
  • सदस्य सचिव - आयुक्त उद्योग एवं विशिष्ट शासन सचिव सीएसआर। 
  • सदस्य  - चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री, वन एवं पर्यावरण मंत्री, शिक्षा मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री
  • सदस्य  -  मुख्य सचिव, वित्त, उद्योग, टीएडी, महिला एवं बाल विकास, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी, ग्रामीण विकास आदि विभाग। 
  • सदस्य  - अतिरिक्त मुख्य सचिव अथवा प्रमुख शासन सचिव, आयुक्त निवेश संवर्धन ब्यूरो एवं आयुक्त राजस्थान फाउंडेशन 
  • सदस्य  - राज्य सरकार द्वारा मनोनीत उ़द्योग जगत के चार प्रतिनिधि या उद्यमी।
मनोनीत सदस्यों का कार्यकाल - तीन वर्ष

प्राधिकरण के कार्य-

प्राधिकरण के स्तर पर राज्य में सीएसआर कोष स्थापित किया जाएगा और इस राशि से राज्य की प्राथमिकताओं के अनुसार आधारभूत सुविधाओं का सृजन एवं संवर्धन किया जाएगा। इसके लिए औद्योगिक समूहों से भी सुझाव लिए जाएंगे। यह प्राधिकरण जिला कलक्टरों एवं विभिन्न विभागों से समन्वय करते हुए आवश्यकताओं का आकलन करने के साथ ही कार्यों को चिन्हित करने और इनके क्रियान्वयन की योजना बनायेगा। साथ ही सीएसआर की पात्र कंपनियों का डेटाबेस बनाकर सीएसआर पोर्टल को नियमित रूप से अपडेट करेगा।

सीएसआर प्राधिकरण अधिशासी समिति -

सीएसआर प्राधिकरण की 6 सदस्यीय अधिशासी समिति बनाई गई है। उद्योग आयुक्त एवं विशिष्ट शासन सचिव सीएसआर इस समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं अध्यक्ष होंगे। प्राधिकरण के दैनिक कार्यों का निर्वहन इस समिति द्वारा किया जाएगा।

राजस्थान में बनेंगे गुरूनानक स्मृति वन एवं राजस्थान विवि में बनेगी गुरुनानक पीठ

  • मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा है कि सिखों के पहले गुरू गुरूनानक देवजी का 550वां प्रकाश पर्व प्रदेश में पूरे उत्साह, उल्लास एवं व्यापक जनभागीदारी के साथ मनाया जाएगा।
  • गुरूनानक देव जी के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जैसलमेर जिले के पोकरण एवं कोटा के गुरूद्वारा श्री अगमगढ़ साहिब में विकास कार्य करवाएं जाए। 
  • साथ ही जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय में गुरूनानकजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर शोध एवं अनुसंधान के लिए गुरूनानक पीठ की स्थापना की जाए।
  • मुख्यमंत्री निवास पर शबद कीर्तन का कार्यक्रम आयोजित किया जाए। 
  • साथ ही कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से राजधानी जयपुर में उनकी 550वीं जयंती के अवसर पर एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाए।
  • इस पुनीत अवसर पर सिख धर्म के प्रमुख धार्मिक स्थल सुल्तानपुर लोधी की यात्रा के लिए 12 नवम्बर से 15 नवम्बर तक अलवर, बूंदी, कोटा, जयपुर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, जोधपुर से निशुल्क स्पेशल बस सेवा संचालित की जाए। इसके लिए जिला कलेक्टर को अधिकृत करने के साथ सिख समाज के संगठनों के साथ चर्चा कर आवश्यक कार्यवाही की जाए।
  • गुरूनानक देव जी के संदेशों में एक स्वस्थ समाज के निर्माण की प्रेरणा भी छिपी थी। ऎसे में उनकी जयंती के अवसर पर वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रम आयोजित कर आमजन को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गुरुनानक देव जी की सीख को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए सिख बाहुल्य जिलों में गुरूनानक स्मृति वन बनाए जाएं। इन स्मृति वनों में 550वें प्रकाशवर्ष की स्मृति में 550 पेड़ लगाने के भी निर्देश दिए।

वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सुन्दर गुर्जर ने जीता स्वर्ण पदक

भारत ने जीते नौ पदक -

दुबई में आयोजित वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की जैवलिन थ्रो प्रतिस्पर्धा में राजस्थान के पैरा एथलीट श्री सुन्दर गुर्जर स्वर्ण पदक जीता है। सुन्दर गुर्जर ने लगातार दूसरी बार वर्ल्ड  पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। यह पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है। अजीत सिंह ने इसी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।

भारत ने दुबई में विश्व पैरा एथेलेटिक्‍स प्रतियोगिता में नौ पदक जीते हैं। यह अब तक का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन है। इस प्रतियोगिता में भारतीय खिलाडि़यों ने दो स्‍वर्ण, दो रजत और पांच कांस्‍य पदक हासिल किए। अब तक 2017 में लंदन में आयोजित चैम्पियनशिप में भारत का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन रहा था जिसमें भारतीय खिलाड़ियों ने पांच पदक हासिल किए थे।
  1. संदीप चौधरी - भाला फेंक स्‍पर्धा की एफ-64 श्रेणी में स्‍वर्ण पदक 
  2. सुंदर सिंह गुर्जर - जैवलिन थ्रो की एफ-46 श्रेणी में स्‍वर्ण पदक । 
  3. सुमित अंतिल- भाला फेंक स्‍पर्धा की एफ-64 श्रेणी में रज‍त पदक। 
  4. शरद कुमार - ऊंची कूद में रजत पदक। 
पदक तालिका में 25 स्‍वर्ण सहित 59 पदकों के साथ चीन पहले स्‍थान पर रहा। ब्राजील 14 स्‍वर्ण सहित 29 पदकों के साथ दूसरे, ब्रिटेन 13 स्‍वर्ण सहित 28 पदकों के साथ तीसरे, और अमरीका 12 स्‍वर्ण सहित 34 पदकों के साथ चौथे स्‍थान पर रहा। 2016 में डोपिंग प्रतिबंध के बाद प्रतियोगिता में पहली बार भाग ले रहे रूस ने 10 स्‍वर्ण सहित 41 पदक जीते।

विश्‍व का पहला सी एन जी टर्मिनल गुजरात के भावनगर बंदरगाह पर

गुजरात के भावनगर बंदरगाह पर विश्‍व का पहला सीएनजी टर्मिनल बनेगा। गुजरात सरकार ने भावनगर बंदरगाह पर विश्‍व का पहला सी एन जी टर्मिनल बनाने की मंजूरी दे दी है। राज्‍य सूचना विभाग की विज्ञप्ति के अनुसार ब्रिटेन के फोरसाइट ग्रुप और मुंबई के पद्मनाभ मफतलाल ग्रुप के संयुक्‍त उपक्रम इस परियोजना में एक हजार नौ सौ करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। 


केंद्र में शिवसेना के एकमात्र मंत्री अरविन्‍द सावंत का त्यागपत्र-


केन्‍द्र में भाजपा के नेतृत्‍व वाली एन.डी.ए. सरकार में शिवसेना के एकमात्र मंत्री अरविंद सावंत ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। उन्‍होंने यह निर्णय महाराष्‍ट्र में सरकार गठन के मुद्दे पर भाजपा और शिवसेना के बीच बने गतिरोध के कारण लिया है।

पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी.एन. शेषन का चेन्नई में निधन

पूर्व मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त टी एन शेषन का चेन्‍नई में निधन हो गया। वे 86 वर्ष के थे और पिछले कुछ वर्षों से अस्वस्थ थे। उनका निधन हृदय गति रूक जाने से हुआ। 1955 बैच के तमिलनाडु कैडर के आई.ए.एस. अधिकारी शेषन 1990 से 1996 तक मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त रहे। उन्‍होंने रक्षा सचिव और कैबिनेट सचिव समेत केन्‍द्र सरकार में विभिन्‍न महत्‍वपूर्ण पदों पर कार्य किया, किन्‍तु उन्‍हें 1990 में मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त बनने के बाद ही लोकप्रियता मिली। अपने बेबाक अंदाज के लिए प्रख्‍यात शेषन ने मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त के रूप में कई बड़े चुनाव सुधार किये। 

मोहम्‍मद इमरान भारत में बांग्‍लादेश के नए उच्‍चायुक्‍त

मोहम्‍मद इमरान को भारत में बांग्‍लादेश का नया उच्‍चायुक्‍त नियुक्‍त किया गया है। इस समय वे संयुक्‍त अरब अमारात-यूएई में बांग्‍लादेश के राजदूत है।

खेल समसामयिकी

  • भारत 2023 में पुरूष हॉकी विश्‍व कप की मेजबानी करेगा। लुसाने में अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ-एफ. आई. एच. ने भारत को 2023 पुरूष हाकी विश्व कप की मेजबानी के लिये चुना, जिससे भारत लगातार दूसरी बार इस प्रतियोगिता का आयोजन करेगा। पुरूष हॉकी विश्व कप भारत में 13 से 29 जनवरी तक खेला जायेगा। भारत इस तरह चार पुरूष हॉकी विश्व कप का आयोजन करने वाला पहला देश बन गया। 
  • सौरभ चौधरी ने 14वीं एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप में पुरूषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक जीता।
  • सुमित नागल ने एटीपी चैलेंजर टेनिस टूर्नामेंट का पुरुष सिंगल्‍स खिताब जीत लिया है। अर्जेन्टीना के ब्यूनर्स आयर्स में सुमित ने खिताब के दावेदार माने जा रहे स्थानीय खिलाड़ी फाकुंदो बोगनिस को 6-4, 6-2 से हराया। हरियाणा के 22 साल के नागल दक्षिण अमरीकी क्ले कोर्ट खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।
  • भारत के उत्‍तराखंड के लक्ष्‍य सेन ने जर्मनी में सारलोरलक्‍स ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट जीत लिया। उन्‍होंने रोमांचक फाइनल में चीन के वेंग होंग यांग को 17-21, 21-18, 21-16 से हराया। 
  • भारत के शिव थापा और पूजा रानी ने जापान के तोक्यो में मुक्केबाजी के ओलिंपिक टेस्ट इवेंट में स्वर्ण पदक जीता। वहीं, आशीष को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। चार बार के एशियाई खेल पदक विजेता शिव थापा ने 63 किलोग्राम भार वर्ग में कज़ाखिस्तान के राष्ट्रीय चैम्पियन और एशियन कांस्य पदक विजेता सानटाली टोलकायेव को 5-0 से हराया। एशियाई खेलों में कांस्य पदक विजेता पूजा रानी ने 75 किलोग्राम भार वर्ग में ऑस्ट्रेलिया की कैटलिन पार्कर को हराकर महिला वर्ग के लिए स्वर्ण पदक सुनिश्चित किया। 69 किलोग्राम भार वर्ग में, फाइनल में आशीष को जापान के सेवोन ओकाजावा से हार का सामना करना पड़ा।
  • अंडर-23 विश्‍व कुश्‍ती चैंपियनशिप में भारत के पहलवान रविन्‍दर ने 61 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक हासिल किया है। बुडापेस्‍ट में फाइनल में किर्गिस्‍तान के पहलवान उलूकबेक झोल्‍डोसबेकेव ने रविन्‍दर को तीन के मुकाबले पांच अंकों से हराया।
  • मंगोलिया के उलानबातोर में भारत ने एशियाई युवा मुक्केबाजी चैंपियनशिप में पांच स्वर्ण सहित कुल 12 पदक जीते हैं। 
  • महिला वर्ग में स्वर्ण पदक -  
  1. नाओरि‍म चानू (51 किलोग्राम भार वर्ग में)
  2. विंका (64 किलोग्राम भार वर्ग में)
  3. सनामाचा चानू (75 किलोग्राम भार वर्ग में)
  4. पूनम (54 किलोग्राम भार वर्ग में) और  
  5. सुषमा (81 किलोग्राम भार वर्ग में)। 
  • पुरुष वर्ग में रजत पदक
  1. सेले साय (49 किलोग्राम भार वर्ग) और  
  2. अंकित नरवाल (60 किलोग्राम भार वर्ग)।
  • कांस्य पदक
  1. अरुणधति चौधरी (69 किलोग्राम भार वर्ग)
  2. कोमलप्रीत कौर (51 किलोग्राम भार वर्ग)
  3. जास्मिन (57 किलोग्राम भार वर्ग)
  4. सतेंदर सिंह (91 किलोग्राम भार वर्ग) और 
  5. अमन (91 किलोग्राम से अधिक भार वर्ग)

  • चीन के पुतियान में आई.एस.एस.एफ. विश्‍वकप निशानेबाजी फाइनल्‍स में भारत के मनु भाकर, इलावेनिल वालारिवन और दिव्यांश पंवार ने स्‍वर्ण पदक जीता है।
  • चीनी ताइपे के ताईचुंग में 15 वर्ष से कम आयु की एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के दूसरे दिन भारतीय पहलवानों ने 6 स्वर्ण पदक जीते। इसके साथ ही भारत के कुल आठ स्वर्ण पदक हो गए हैं। 48 किलोग्राम भार वर्ग में आकाश ने जापान के दाईकी ओगावा को हराकर स्वर्ण पदक जीता। ग्रीको रोमन श्रेणी में अंकित गुलिया ने कजाकिस्तान के कोर्गानॉफ को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। 75 किलोग्राम भारवर्ग में चिराग धलिया ने स्वर्ण जीता। लड़कियों में विश्व कैडेट चैंपियन कोमल ने (39 किग्रा) में स्वर्ण जीतकर शुरुआत की। कोमल के अलावा लड़कियों के वर्ग में सलोनी (33 किग्रा) और बबली (36 किग्रा) ने भी स्वर्ण पदक जीते। 
  • राजस्थान के मानवादित्य सिंह राठौड़ ने 'शॉटगन राष्ट्रीय प्रतियोगिता' में पंजाब के जंगशेर सिंह विर्क को 45-44 से हराकर पहली बार जूनियर खिताब जीता। राजस्थान के विवान कपूर को इसमें कांस्य पदक मिला। राजस्थान की टीम ने जूनियर वर्ग का स्वर्ण का ख़िताब जीता। राजस्थान के मानवादित्य सिंह राठौड़ ने 'शॉटगन राष्ट्रीय प्रतियोगिता' में अनुष्का सिंह भाटी के साथ मिलकर मिश्रित टीम ट्रैप खिताब जीतकर दो दिन के भीतर तीसरा स्वर्ण पदक हासिल किया (जूनियर ख़िताब, टीम ख़िताब व मिश्रित युगल ख़िताब)। टीम वर्ग में मानवादित्‍य ने विवान और अमान अली इलाही के साथ मिलकर खिताब हासिल किया था। वे सीनियर वर्ग में भी राजस्‍थान टीम के सदस्‍य रहे। सीनियर वर्ग के फाइनल में राजस्‍थान की टीम पंजाब से पीछे रही और उसे सिल्‍वर से संतोष करना पड़ा। मानवादित्‍य सिंह बीजेपी सांसद और एथेंस ओलिंपिक के सिल्‍वर मेडलिस्‍ट राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के पुत्र हैं।

चक्रवात बुलबुल


बंगाल की खाड़ी के ऊपर गंभीर चक्रवात बुलबुल आया। ओडिशा में, जाजपुर, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालेश्‍वर जिले तूफान की चपेट में आए। तूफान से पश्चिम बंगाल के उत्‍तरी और दक्षिण चौबीस परगना, पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जैसे कई स्‍थानों पर पेड़ उखड़ गए जबकि कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। तूफान के असर से हुई भारी बारिश से कई इलाके पानी में डूब गए हैं। इसके असर से ओडि़सा के उत्‍तरी जिलों और पश्चिम बंगाल के तटवर्तीय जिलों में भारी वर्षा हुई। बंगलादेश के विभिन्‍न भागों में भी इस चक्रवात सम्बंधी दुर्घटनाएं हुई।


प्रधान न्‍यायाधीश का कार्यालय भी आर.टी.आई. के दायरे-




उच्‍चतम न्‍यायालय ने कहा है कि प्रधान न्‍यायाधीश का कार्यालय लोक प्राधिकारी के नाते सूचना के अधिकार अधिनियम आर.टी.आई. के दायरे में आता है। उच्‍चतम न्‍यायालय के मुख्य न्‍यायाधीश न्‍यायमूर्ति रंजन गोगोई की अध्‍यक्षता वाली पांच न्‍यायाधीशों की संविधान पीठ ने दिल्‍ली उच्‍च न्‍यायालय के 2010 के फैसले के खिलाफ दायर याचिका की सुनवाई के बाद आज 13 नवम्बर को ये निर्णय सुनाया। उच्‍च न्‍यायालय ने अपने आदेश में व्‍यवस्‍था दी थी कि लोक प्राधिकारी का कार्यालय सूचना के अधिकार के दायरे में आना चाहिए।


उच्‍चतम न्‍यायालय की संविधान पीठ में प्रधान न्‍यायाधीश के अलावा न्‍यायमूर्ति एन.वी. रमन्‍ना, न्‍यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़, न्‍यायमूर्ति दीपक गुप्‍ता और न्‍यायमूर्ति संजीव खन्‍ना शामिल थे। न्‍यायालय ने कहा कि केवल उन्‍हीं न्‍यायाधीशों के नाम बताये जा सकते हैं जिनके नामों की सिफारिश कॉलेजियम द्वारा नियुक्ति के लिए की गई है। उच्‍चतम न्‍यायालय की पीठ ने 2010 के दिल्‍ली उच्‍च न्‍यायालय के फैसले को बरकरार रखते हुए उच्‍चतम न्‍यायालय के महासचिव और केन्‍द्रीय लोक सूचना अधिकारी द्वारा दायर तीन अपीलों को खारिज कर दिया। शीर्ष न्‍यायालय ने सचेत भी किया कि आरटीआई का इस्‍तेमाल निगरानी के साधन के रूप में नहीं किया जा सकता और पारदर्शिता से कार्य करते समय न्‍यायिक स्‍वतंत्रता को ध्‍यान में रखा जाना चाहिए। न्‍यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने अपने अलग निर्णय में कहा कि न्‍यायापालिका अलग थलग रहकर कार्य नहीं कर सकती है क्‍योंकि न्‍यायाधीश एक संवैधानिक पद है और वे लोक कर्तव्‍य निभाते हैं। दिल्‍ली उच्‍च न्‍यायालय का कहना था कि न्‍यायिक स्‍वतंत्रता न्‍यायाधीश का विशेषाधिकार नहीं बल्कि उनके उपर उत्‍तरदायित्‍व है।

इंडिया इंटरनेशनल चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल



शरद ऋतु के आते ही मेघालय में शिलांग के जंगलों में जब सुंदर चेरी फूल लगभग दो सप्ताह के लिए पूरी तरह से खिलते हैं, तो समस्त जंगल गुलाबी और सफेद चमक से सराबोर हो जाते हैं। प्रकृति के ये नायाब नज़ारे ''भारत अंतरराष्ट्रीय चेरी ब्लाॅसम महोत्सव'' के चौथे संस्करण में देखे जा सकते हैं। 13 से 16 नवम्बर तक होने वाले इस अंतरराष्ट्रीय चेरी ब्लाॅसम महोत्सव की मेज़बानी भारत कर रहा है। शिलांग में केंद्रित, यह दुनिया का एकमात्र शरद ऋतु चेरी ब्लॉसम त्योहार है, जिसमें हिमालय में पाए जाने वाले चेरी ब्लॉसम पुष्पों का समारोह आयोजित किया जाता है। इस अनोखे एवं भव्य महोत्सव की तैयारी के लिए शिलांग की ओर जाने वाली मुख्य सड़कों के एक ओर हज़ारों की संख्या में वृक्ष लगाए जाते हैं। प्रसिद्ध वाड्र्स झील, उमियम झील, नए शिलांग एवं मावफलांग के आसपास के इलाकों की पृष्ठभूमि में गुलाबी रंग में रंगा यह परिदृश्य बेहद सुंदर लगता है। यहां आकर पर्यटक जहां सुंदर दृश्यावली को अपने कैमरों में कैद कर सकते हैं, वहीं वे प्रकृति की गोद में सुकून के पल बिता सकते हैं। सांस्कृतिक आकर्षण सुंदर परिदृश्य को दिखाने के अलावा, मेघालय राज्य अपनी सांस्कृतिक विरासत का भी प्रदर्शन करता है। लज़ीज़ स्थानीय व्यंजनों एवं मदिरा के अतिरिक्त पारंपरिक शिल्प तथा आयोजनों की रंग-बिरंगी झलक के साथ-साथ यहां पर बहुत कुछ देखने को मिलता है। यहां पर आयोजित होने वाले गोल्फ़ प्रतियोगिता का आनंद लिया जा सकता है। खिले हुए गुलाबी फूलों के बीच साइकिल रेस अथवा स्टोरी टेलिंग सेशन में हिस्सा ले सकते हैं। ये आयोजन पर्यटकों को व्यापक और न भूलने वाले अनुभव देते हैं।

आर्थिक प्रभाव -

विश्व के 28 से भी अधिक देषों में चेरी ब्लाॅसम महोत्सव मनाए जाते हैं। इनमें से कुछ बेहद लोकप्रिय महोत्सवों का आयोजन जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया एवं हाॅलैंड में किया जाता है। अब भारत में भी, जब लाखों की संख्या में आगंतुक यहां आते हैं, ऐसे में इस महोत्सव के माध्यम से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बहुत लाभ हो रहा है। निस्संदेह, इससे पर्यटन को भी बहुत बढ़ावा मिल रहा है। मेघालय आने वाले पर्यटकों को यहां पर 5,538 प्रजाति के जीव-जंतु तथा 3,128 प्रजाति के पेड़-पौधे देखने को मिलेंगे। इनमें भारत में मिलने वाले वानरों की दो प्रजातियों भी शामिल हैं।

राजस्थान को मिला बेस्ट वैडिंग डेस्टिनेशन अवार्ड


नई दिल्ली के होटल मौर्य शैरेटन में शुक्रवार 15 नवम्बर को आयोजित पर्यटन के प्रतिष्ठित ट्रेवल एवं लेजर सम्मान समारोह में राजस्थान को बेस्ट वैडिंग डेस्टिनेशन अवार्ड से नवाजा गया। राजस्थान के पर्यटन विभाग के निदेशक डॉ. भंवर लाल ने पुरस्कार ग्रहण करने के बाद डॉ. भंवर लाल ने बताया कि यह पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों में करवाए गए रीडर्स पोल के परिणामों में श्रेष्ठता के आधार पर दिया गया है। राजस्थान देश विदेश में शादी समारोह के आयोजन के लिए सबसे पसंदीदा डेस्टिनेशन बनकर उभरा है।

सतह से सतह पर मार करने वाले अग्नि-2 मिसाइल का पहली बार सफल रात्रि परीक्षण

भारत ने सतह से सतह पर मार करने वाले अग्नि-2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। ओडिसा के समुद्र में डॉ. अब्‍दुल कलाम द्वीप से पहली बार यह परीक्षण रात के समय किया गया। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन-डी.आर.डी.ओ. से विकसित 20 मीटर लंबी यह द्विस्‍तरीय बैलिस्टिक मिसाइल 2000 किलोमीटर तक की मारक क्षमता रखती है, जिसे पहले ही सशस्‍त्र सेना में शामिल किया जा चुका है। 17 टन वजन वाली यह द्विस्‍तरीय मिसाइल 1000 किलोग्राम तक के परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। इसमें उन्‍नत और उच्‍च सटीकता वाली नौ-परिवहन प्रणाली है। साथ ही यह सोलिड रॉकेट प्रोपेलेंट से संचालित है। अग्नि-2 का पिछला परीक्षण फरवरी 2018 में इसी स्‍थल से किया गया था।

पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए वर्ष 2019 के राष्ट्रीय पुरस्कार

भारतीय प्रेस परिषद ने पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए वर्ष 2019 के राष्ट्रीय पुरस्कार के विजेताओं के नामों की घोषणा की तथा ये पुरस्कार राष्ट्रीय प्रेस दिवस 16 नवंबर को प्रदान किए गए। 
  1. पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित राजा राम मोहन राय पुरस्कार - राजस्थान पत्रिका के अध्यक्ष गुलाब कोठारी
  2. ग्रामीण पत्रकारिता के वर्ग में पुरस्कार - दैनिक भास्कर मंडी, हिमाचल प्रदेश के संवाददाता संजय सैनी और इंडिया टुडे, नोएडा, उत्तर प्रदेश के संपादकीय निदेशक राज चेंगप्पा को संयुक्‍त रूप से। 
  3. विकासात्मक रिपोर्टिंग की श्रेणी में पुरस्कार - दैनिक जागरण के वरिष्ठ रिपोर्टर शिव स्वरुप अवस्थी और मातृभूमि , कालीकट के उप-संपादक अनु अब्राहिम को संयुक्त रूप ।
  4. फोटो पत्रकारिता (सिंगल न्यूज पिक्चर) वर्ग में पुरस्कार - मातृभूमि नेशनल डेली, मलयालम के न्यूज़ फोटोग्राफर के पी जी उन्नीकृष्णन और द मातृभूमि, नई दिल्ली के वरिष्ठ फोटोग्राफर के एस अखिल को संयुक्त रूप से।
  5.  फोटो पत्रकारिता (फोटो फ़ीचर) वर्ग में पुरस्कार - इंडिया एम्पायर मैगज़ीन और पार्लियामेंटरी मैगज़ीन, दिल्ली की कंसल्टिंग एडिटर (फ़ोटोग्राफ़ी) सुश्री सिप्रा दास  को।
  6. लिंग आधारित रिपोर्टिंग (जेंडर रिपोर्टिंग') के नवगठित श्रेणी में पुरस्कार  - देशबंधु की रूबी सरकार और इंडियन एक्सप्रेस की अनुराधा मस्कारेन्हॉस को संयुक्त रूप से। 
  7. स्पोर्ट्स रिपोर्टिंग श्रेणी में पुरस्कार - हिंदुस्तान टाइम्स के सौरभ दुग्गल को।
  8. ‘वित्‍तीय रिर्पोटिंग’  श्रेणी में पुरस्कार - द इंडियन एक्‍सप्रेस के श्री कृष्ण कौशिक और श्री संदीप सिंह को लिए संयुक्‍त रूप से। 

मणिपुर की लैशराम सरिता देवी को अंतर्राष्‍ट्रीय मुक्केबाजी संघ एथलीट आयोग के सदस्‍य के रूप में चुना गया

मणिपुर की लैशराम सरिता देवी पांच महाद्वीपों के उन छह मुक्‍केबाज़ों में शामिल हैं, जिन्‍हें अंतर्राष्‍ट्रीय मुक्केबाजी संघ एथलीट आयोग के सदस्‍य के रूप में चुना गया है। वे इस समय मणिपुर में पुलिस उपाधीक्षक हैं। मोहम्‍मद अली की उपलब्धियों से प्रभावित सरिता देवी वर्ष 2000 में पेशेवर मुक्‍केबाज़ी में शामिल हो गई थीं। एथलीट आयोग के सदस्‍यों का चुनाव रूस में पुरुष और महि‍ला विश्‍व मुक्‍केबाज़ी चैम्पियनशिप 2019 के दौरान हुआ था। विश्‍वभर के मुक्‍केबाज़ों ने यूरोप को छोड़कर प्रत्‍येक महाद्वीप से एक नए सदस्‍य के चयन के लिए मतदान किया था। यूरोप से दो प्रतिनिधि हैं।

श्री न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबड़े ने भारत के नए मुख्‍य न्‍यायाधीश

श्री न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबड़े ने 18 NOV 2019 को राष्ट्रपति के समक्ष भारत के उच्‍चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।

जयपुर बेस्ट सिटी श्रेणी में दूसरे स्थान पर और उदयपुर बेस्ट लेज़र डेस्टिनेशन इन इंडिया


लोकप्रिय इंटरनेशनल ट्रेवल मैग्जीन्स की विभिन्न श्रेणियों में राजस्थान पर्यटन द्वारा प्रतिष्ठित पर्यटन पुरस्कार जीतने का सिलसिला लगातार जारी है। मंगलवार 20 नवंबर को नई दिल्ली के आईटीसी मौर्य में आयोजित 9वें ‘कोंडे नास्ट ट्रेवलर इंडिया रीडर्स ट्रेवल पुरस्कार 2019 के शानदार समारोह में फेवरेट सिटी श्रेणी में राजस्थान पर्यटन ने दो प्रतिष्ठित अवॉर्ड जीते हैं। ‘फेवरेट सिटी इन इंडिया‘ अवॉर्ड में गुलाबी नगर जयपुर दूसरे स्थान पर रहा है। इसी प्रकार उदयपुर ने ‘फेवरेट लेज़र डेस्टिनेशन इन इंडिया‘ अवॉर्ड जीता है।

डॉक्‍यूमेंट्री फिल्‍म ‘शिखर से पुकार’ रिलीज

केन्‍द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्‍द्र सिंह शेखावत ने 22 NOV 2019 को  नई दिल्‍ली में डॉक्‍यूमेंट्री फिल्‍म ‘शिखर से पुकार’ रिलीज की। यह लघु वृत्‍त चित्र बुलंदशहर के जिला मजिस्‍ट्रेट श्री रविन्‍द्र कुमार के माउंट एवरेस्‍ट अभियानों के संस्‍मरण पर आधारित है। श्री कुमार ने पहली बार 2013 में और फिर दोबारा 23 मई 2019 को माउंट एवरेस्‍ट की सफल चढ़ाई की थी।

श्री रविन्‍द्र कुमार ने अपने पर्वतारोही अभियान को  “स्‍वच्‍छ गंगा स्‍वच्‍छ भारत एवरेस्‍ट अभियान 2019 का नाम दिया था। इस अभियान पर वह अपने साथ गंगा जल भी ले गए थे और इस पवित्र जल को दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवेरेस्‍ट पर चढ़ाया था।शिखर से पुकार फिल्‍म का उद्देश्‍य ‘जलशक्ति अभियान’ को बढ़ावा देना तथा जल संरक्षण के प्रति लोगों में जागरुकता पैदा करना है।

गुड गवर्नेन्स के क्षेत्र में राजस्थान देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य 

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान ने गवर्नेन्स के क्षेत्र में देश के बड़े राज्यों में प्रथम स्थान हासिल किया है। एक प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान की ओर से 'स्टेट ऑफ स्टेट्स कॉन्क्लेव 2019’ में राजस्थान को 'बेस्ट परर्फोमिंग बिग स्टेट इन गर्वेनेन्स’ घोषित किया गया है। श्री गहलोत ने शुक्रवार 22 नवम्बर को दिल्ली के आईटीसी मौर्या शेरेटन होटल में आयोजित कॉन्क्लेव के दौरान केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर से अवार्ड ग्रहण किया। उल्लेखनीय है कि गवर्नेन्स के क्षेत्र में इस रैंकिंग के लिए विधायकों के आपराधिक रिकॉर्ड, पंचायतीराज संस्थाओं में महिलाओं की भागीदारी, पंचायतीराज संस्थाओं के लिए अधिकारों के वितरण, नागरिकों और पंचायतों के लिए ई-सेवाओं की उपलब्धता, इज ऑफ डूंइग बिजनेस और विभिन्न सेवाओं के डिजिटलीकरण की स्थिति आदि विषयों में राज्य के प्रदर्शन को आधार बनाया गया है।

 

Comments

Popular posts from this blog

Baba Mohan Ram Mandir and Kali Kholi Dham Holi Mela

Baba Mohan Ram Mandir, Bhiwadi - बाबा मोहनराम मंदिर, भिवाड़ी साढ़े तीन सौ साल से आस्था का केंद्र हैं बाबा मोहनराम बाबा मोहनराम की तपोभूमि जिला अलवर में भिवाड़ी से 2 किलोमीटर दूर मिलकपुर गुर्जर गांव में है। बाबा मोहनराम का मंदिर गांव मिलकपुर के ''काली खोली''  में स्थित है। काली खोली वह जगह है जहां बाबा मोहन राम रहते हैं। मंदिर साल भर के दौरान, यात्रा के दौरान खुला रहता है। य ह पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित है और 4-5 किमी की दूरी से देखा जा सकता है। खोली में बाबा मोहन राम के दर्शन के लिए आने वाली यात्रियों को आशीर्वाद देने के लिए हमेशा “अखण्ड ज्योति” जलती रहती है । मुख्य मेला साल में दो बार होली और रक्षाबंधन की दूज को भरता है। धूलंड़ी दोज के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा मोहन राम जी की ज्योत के दर्शन करने पहुंचते हैं। मेले में कई लोग मिलकपुर मंदिर से दंडौती लगाते हुए काली खोल मंदिर जाते हैं। श्रद्धालु मंदिर परिसर में स्थित एक पेड़ पर कलावा बांधकर मनौती मांगते हैं। इसके अलावा हर माह की दूज पर भी यह मेला भरता है, जिसमें बाबा की ज्योत के दर्शन करन

राजस्थान का प्रसिद्ध हुरडा सम्मेलन - 17 जुलाई 1734

हुरडा सम्मेलन कब आयोजित हुआ था- मराठा शक्ति पर अंकुश लगाने तथा राजपूताना पर मराठों के संभावित आक्रमण को रोकने के लिए जयपुर के सवाई जयसिंह के प्रयासों से 17 जुलाई 1734 ई. को हुरडा (भीलवाडा) नामक स्थान पर राजपूताना के शासकों का एक सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसे इतिहास में हुरडा सम्मेलन के नाम  जाता है।   हुरडा सम्मेलन जयपुर के सवाई जयसिंह , बीकानेर के जोरावर सिंह , कोटा के दुर्जनसाल , जोधपुर के अभयसिंह , नागौर के बख्तसिंह, बूंदी के दलेलसिंह , करौली के गोपालदास , किशनगढ के राजसिंह के अलावा के अतिरिक्त मध्य भारत के राज्यों रतलाम, शिवपुरी, इडर, गौड़ एवं अन्य राजपूत राजाओं ने भाग लिया था।   हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता किसने की थी- हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता मेवाड महाराणा जगतसिंह द्वितीय ने की।     हुरडा सम्मेलन में एक प्रतिज्ञापत्र (अहदनामा) तैयार किया गया, जिसके अनुसार सभी शासक एकता बनाये रखेंगे। एक का अपमान सभी का अपमान समझा जायेगा , कोई राज्य, दूसरे राज्य के विद्रोही को अपने राज्य में शरण नही देगा ।   वर्षा ऋतु के बाद मराठों के विरूद्ध क

Civilization of Kalibanga- कालीबंगा की सभ्यता-
History of Rajasthan

कालीबंगा टीला कालीबंगा राजस्थान के हनुमानगढ़ ज़िले में घग्घर नदी ( प्राचीन सरस्वती नदी ) के बाएं शुष्क तट पर स्थित है। कालीबंगा की सभ्यता विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक है। इस सभ्यता का काल 3000 ई . पू . माना जाता है , किन्तु कालांतर में प्राकृतिक विषमताओं एवं विक्षोभों के कारण ये सभ्यता नष्ट हो गई । 1953 ई . में कालीबंगा की खोज का पुरातत्वविद् श्री ए . घोष ( अमलानंद घोष ) को जाता है । इस स्थान का उत्खनन कार्य सन् 19 61 से 1969 के मध्य ' श्री बी . बी . लाल ' , ' श्री बी . के . थापर ' , ' श्री डी . खरे ', के . एम . श्रीवास्तव एवं ' श्री एस . पी . श्रीवास्तव ' के निर्देशन में सम्पादित हुआ था । कालीबंगा की खुदाई में प्राक् हड़प्पा एवं हड़प्पाकालीन संस्कृति के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इस उत्खनन से कालीबंगा ' आमरी , हड़प्पा व कोट दिजी ' ( सभी पाकिस्तान में ) के पश्चात हड़प्पा काल की सभ्यता का चतुर्थ स्थल बन गया। 1983 में काली