यूँ तो राजस्थान के सवारी नाट्य में से एक बादशाह की सवारी कई शहरों में निकाली जाती है किंतु अजमेर से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित ब्यावर कस्बे में हर साल बड़े धूमधाम से निकाली जाने वाली हिंदुस्तान के एक दिन के बादशाह की सवारी अत्यंत प्रसिद्ध है। इसे बादशाह का मेला भी कहा जाता है। यह सवारी उत्सव बादशाह अकबर के जमाने से ही यहाँ होली के दूसरे दिन प्रतिवर्ष मनाया जाता है जिसमें बादशाह के रूप में अकबर के नौ रत्नों में से एक राजा टोडरमल की सवारी निकाली जाती है। कहा जाता है कि अकबर ने खुश होकर राजा टोडरमल को एक दिन की बादशाहत सौंपी थी। बादशाहत मिलने के बाद टोडरमल इतना खुश हुए कि वे हाथी पर सवार होकर प्रजा के बीच आए और हीरे-मोती के अलावा सोने व चांदी की अशर्फियां लुटाकर उन्होंने अपनी खुशी प्रकट की थी।
उस समय तो टोडरमल ने अशर्फियां लुटाई थी, लेकिन अब अशर्फियों की जगह गुलाल लुटाई जाती है। बादशाह से मिली खर्ची यानी गुलाल को लोग अपने घरो में ले जाते हैं। लोगों का विश्वास है कि खर्ची उनके घर में बरकत लाती है। यही कारण है कि बादशाह से खर्ची पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग इस सवारी में उमड़ते हैं। कहा जाता है कि खुशी के इस अवसर पर अकबर के नवरत्नों में से एक तथा राजा टोडरमल के मित्र बीरबल भी दिल खोलकर नाचे थे। बीरबल के नाचने की परम्परा आज भी इस सवारी में निभाई जाती है। इस मेले में संपूर्ण शहर में गुलाल ही गुलाल हो जाती है तथा लोग खुशी से नाचते गाते हुए आनंद लेते हैं। इसमें दूरदराज के क्षेत्र से हजारों लोग शामिल होते हैं।
उस समय तो टोडरमल ने अशर्फियां लुटाई थी, लेकिन अब अशर्फियों की जगह गुलाल लुटाई जाती है। बादशाह से मिली खर्ची यानी गुलाल को लोग अपने घरो में ले जाते हैं। लोगों का विश्वास है कि खर्ची उनके घर में बरकत लाती है। यही कारण है कि बादशाह से खर्ची पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग इस सवारी में उमड़ते हैं। कहा जाता है कि खुशी के इस अवसर पर अकबर के नवरत्नों में से एक तथा राजा टोडरमल के मित्र बीरबल भी दिल खोलकर नाचे थे। बीरबल के नाचने की परम्परा आज भी इस सवारी में निभाई जाती है। इस मेले में संपूर्ण शहर में गुलाल ही गुलाल हो जाती है तथा लोग खुशी से नाचते गाते हुए आनंद लेते हैं। इसमें दूरदराज के क्षेत्र से हजारों लोग शामिल होते हैं।
Comments
Post a Comment
Your comments are precious. Please give your suggestion for betterment of this blog. Thank you so much for visiting here and express feelings
आपकी टिप्पणियाँ बहुमूल्य हैं, कृपया अपने सुझाव अवश्य दें.. यहां पधारने तथा भाव प्रकट करने का बहुत बहुत आभार